नई दिल्ली (विश्वास टीम)। आज कल सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है जिसमें लिखा है- “कोलकाता में बीजेपी की रैली में ममता बनर्जी ने अपने गुंडों से हमला कराई हिंदू भाई लोगों देश को बचाना है 2019 में बीजेपी को जिताना है”। इस पोस्ट के साथ 3 तस्वीरें लगीं हैं जिनमें 1 पुरुष और 2 महिलाओं को जख्मी हालत में देखा जा सकता है। इस पोस्ट को Anil Singh Bjp नामक एक फेसबुक यूजर ने भी पोस्ट किया जिसे अब तक 29000 बार शेयर किया जा चुका है। हमारी पड़ताल में हमने पाया कि यह पोस्ट गलत है। इस पोस्ट में इस्तेमाल की जा रही तस्वीरें कोलकाता रैली की नहीं, बल्कि लखनऊ प्रोटेस्ट्स की और कोलकाता स्कूल प्रोटेस्ट की हैं।
FACT CHECK
आपको बता दें कि बीजेपी ने हाल-फिलहाल में कोलकाता में कोई रैली नहीं की है। हाँ, वेस्ट बंगाल के अलग-अलग हिस्सों में भाजपा ने जरूर पिछले कुछ दिनों में रैलियां की हैं। पीएम मोदी ने फरवरी 2 को नॉर्थ 24 परगना में और दुर्गापुर में और 8 फरवरी 2019 को जलपाईगुड़ी में रैली को संबोधन किया था और तीनों रैलियों में हमले की कोई खबर नहीं आयी थी। बीजेपी चीफ अमित शाह ने भी 22 जनवरी को मालदा में एक रैली की थी उधर से भी हमले की कोई खबर नहीं आयी थी। वायरल हो रही तस्वीरें अत्यंत दुखद हैं और इनकी पड़ताल होनी ज़रूरी है।
इस पोस्ट को Anil Singh Bjp नामक एक फेसबुक यूजर ने भी पोस्ट किया जिसे अब तक 29,000 बार शेयर किया जा चुका है।
Anil Singh Bjp के फेसबुक प्रोफाइल को हमने Stalkscan सर्च किया। उनके इंट्रो के मुताबिक, वे उत्तर प्रदेश के वाराणसी हैं और एक पॉलिटिकल पार्टी के कार्यकर्ता हैं। उनके कुल 1500 फॉलोअर्स हैं। Anil Singh एक विशेष पार्टी और विचारधारा से प्रभावित हैं।
अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाने के लिए इन तस्वीरों को हमने सेव किया और पहली तस्वीर का गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमारे सामने AICC की मेंबर शमा मोहमद का ट्वीट आया, जिसमें उन्होंने इस तस्वीर को शेयर किया था और साथ में लिखा था- “Young men seeking jobs beaten within an inch of their lives for protesting against the @myogiadityanath govt for jobs in Lucknow. The youth are the future of India, & under #Modi Sarkar, the future isn’t just dark, it’s black & blue! #BJP_भगाओदेशबचाओ #bjpfails. इसका हिंदी अनुवाद होता है- “लखनऊ में योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए नौकरी पाने के इच्छुक युवाओं की पिटाई हुई। युवा भारत के भविष्य हैं, लेकिन मोदी सरकार में इन युवाओं का भविष्य अंधकारमय है।” यह ट्वीट उन्होंने 2 नवंबर 2018 को किया था।
इस ट्वीट को अपनी पड़ताल का आधार बनाते हुए हमने गूगल पर ‘youth injured in job protests in Lucknow’ कीवर्ड्स को सर्च किया। इमेज सर्च में हमारे हाथ प्रशांत कुमार का एक ट्वीट लगा जिसमे 2 तस्वीरें हाल में वायरल हो रही तस्वीरों में से हैं। यह ट्वीट भी लखनऊ विरोध प्रदर्शन पर ही था।
वायरल पोस्ट में इस्तेमाल तीसरी तस्वीर का हमने रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमारे हाथ अक्टूबर 9, 2018 की indiablooms.com की खबर लगी जिसमें इस तस्वीर का इस्तेमाल किया गया था। इस खबर की हेडलाइन थी- “Agitation over sexual harassment on minor girl turns Kolkata school into battlefield, accused teacher held.” इसका हिंदी अनुवाद होता है- “नाबालिग लड़की का यौन उत्पीड़न को लेकर कोलकाता स्कूल में आंदोलन, अध्यापक गिरफ्तार।”
निष्कर्ष: हमारी पड़ताल में पाया कि Anil Singh नामक फेसबुक यूजर द्वारा वायरल की जा रही पोस्ट गलत है। इस पोस्ट में इस्तेमाल की जा रही तस्वीरें कोलकाता रैली की नहीं, बल्कि लखनऊ प्रोटेस्ट्स की और कोलकाता स्कूल प्रोटेस्ट की हैं।
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