Fact Check : कोलकाता में हुई कम्युनिस्ट पार्टी की रैली की तस्वीर इंडी गठबंधन की रैली के नाम से वायरल
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि रैली की वायरल तस्वीर का दिल्ली के रामलीला मैदान में हुई ‘इंडी' गठबंधन की रैली से कोई संबंध नहीं है। दरअसल, यह तस्वीर साल 2019 में कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) की ओर से आयोजित रैली की है। इसी तस्वीर को लोग अब ‘इंडी' गठबंधन की रैली का बताकर शेयर कर रहे हैं।
- By: Pragya Shukla
- Published: Apr 1, 2024 at 04:40 PM
- Updated: Apr 3, 2024 at 05:59 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। आम आदमी पार्टी ने हाल ही में दिल्ली के रामलीला मैदान में एक रैली को आयोजित किया था। इसी से जोड़ते हुए रैली की एक तस्वीर तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। फोटो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह आप और ‘इंडी’ गठबंधन की ओर से आयोजित रैली की है, जिसमें लाखों लोग शामिल होने के लिए पहुंचे।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। वायरल तस्वीर का दिल्ली के रामलीला मैदान में हुई ‘इंडी’ गठबंधन की रैली से कोई संबंध नहीं है। दरअसल, यह तस्वीर साल 2019 में कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) की ओर से आयोजित रैली की है। इसी तस्वीर को लोग अब ‘इंडी’ गठबंधन की रैली का बताकर शेयर कर रहे हैं।
क्या हो रहा है वायरल ?
फेसबुक मोहम्मद अमजद अली यूजर ने 31 मार्च को वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, नरेंद्र मोदी के खिलाफ राजधानी दिल्ली से आंधी उठ चुकी है। सभी को मिलकर लोकतंत्र को बचाना है। तानाशाह को परास्त करना है।” #SaveDemocracy
पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।
इसी तरह सोशल मीडिया पर एक अन्य तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है। तस्वीर में भारी-भरकम भीड़ को देखा जा सकता है। एक अन्य एक्स यूजर ने पोस्ट को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “दिल्ली की पूरी सड़क केजरीवालमय हो चुकी है।”
पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।
पड़ताल
वायरल तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए हमने फोटो को गूगल रिवर्स इमेज की मदद से सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल तस्वीर पीपुल्स डेमोक्रेसी (आर्काइव लिंक) और पीपुल्स डिस्पैच (आर्काइव लिंक) की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट्स में मिली। रिपोर्ट्स को फरवरी 2019 में प्रकाशित किया गया था। मौजूद जानकारी के मुताबिक, वायरल तस्वीर कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) की ओर से आयोजित रैली की है।
प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें वायरल तस्वीर फोटो, वीडियो, रिपोर्ट और आडियो का कलेक्शन रखने वाली वेबसाइट इंडिया कंटेंट (आर्काइव लिंक) पर मिली। फोटो को 3 फरवरी 2019 को शेयर करते हुए इसे भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की रैली का बताया गया है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने इस रैली को कोलकाता के ब्रिगेड परेड में आयोजित किया था।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने भी इस तस्वीर (आर्काइव लिंक) को अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट से साल 2020 में शेयर किया था।
पहले भी यह तस्वीर अलग-अलग दावों के साथ वायरल हो चुकी है। उस समय विश्वास न्यूज ने वायरल दावे की पड़ताल कर सच्चाई सामने रखी थी और दैनिक जागरण के कोलकाता ब्यूरो प्रमुख जेके वाजपेयी से संपर्क किया था। हमने वायरल तस्वीर को उनके साथ शेयर किया था। उन्होंने कहा था, “यह तस्वीर 2019 की रैली की है।” पूरी रिपोर्ट को यहां पर पढ़ें।
दूसरी तस्वीर की जांच करने के लिए हमने फोटो को गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल तस्वीर इथियोपिया के विदेश मंत्रालय के आधिकारिक एक्स अकाउंट पर मिली। फोटो (आर्काइव लिंक) को 23 जनवरी 2022 को शेयर किया गया था। वायरल तस्वीर के साथ-साथ मंत्रालय ने कई अन्य तस्वीर को शेयर करते हुए जानकारी दी है कि यह तस्वीरें इथियोपिया के अदीस अबाबा में होने वाली ‘ग्रेट इथियोपियन रन’ की है।
अंत में हमने वायरल तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर एक विराधारा से जुड़ी पोस्ट को शेयर करता है। यूजर ने प्रोफाइल पर खुद को पटना का रहने वाला बताया है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि रैली की वायरल तस्वीर का दिल्ली के रामलीला मैदान में हुई ‘इंडी’ गठबंधन की रैली से कोई संबंध नहीं है। दरअसल, यह तस्वीर साल 2019 में कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) की ओर से आयोजित रैली की है। इसी तस्वीर को लोग अब ‘इंडी’ गठबंधन की रैली का बताकर शेयर कर रहे हैं।
- Claim Review : दिल्ली में आप और ‘इंडी' गठबंधन की ओर से आयोजित रैली की तस्वीर।
- Claimed By : फेसबुक यूजर मोहम्मद अमजद अली
- Fact Check : झूठ
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