FACT CHECK: महिलाओं की सुरक्षा के लिए वायरल हो रहा हेल्पलाइन नंबर फर्जी है

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर कुछ समय से एक मैसेज वायरल हो रहा है जिसमें महिला सुरक्षा को लेकर बात की गयी है। मैसेज के अनुसार, रात को अकेले सफर करने वाली महिलाएं इस सुविधा का लाभ उठा सकतीं हैं। मैसेज में लिखा है, “आप जब भी अकेले रात में ऑटो या टैक्सी में बैठें तो उस ऑटो या टैक्सी का नम्बर 9969777888 पर sms कर दें आपके फोन पर मैसेज आएगा एक्नॉलेजमेंट का, आपके वाहन पर GPRS से नजर रखी जायेगी।” हमारी पड़ताल में हमने पाया कि वायरल हो रहा मैसेज पूरी तरह सही नहीं है। हमारी पड़ताल में दो बातें सामने आईं। पहली- यह सर्विस सिर्फ मुंबई शहर के लिए थी और दूसरी – मार्च, 2014 में शुरू हुई यह सर्विस मार्च, 2017 में बंद कर दी गई थी।

CLAIM

वायरल मैसेज में तस्वीर पर एक टेक्स्ट लिखा है। इस तस्वीर में एक डरी हुई महिला की तस्वीर को देखा जा सकता है। साथ में, प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर भी लगी है। तस्वीर में टेक्स्ट लिखा है “VERY IMPORTANT. सूचना: अकेले सफर करने वाली महिलाओं के हित में जारी। आप जब भी अकेले रात में ऑटो या टैक्सी में बैठें तो उस ऑटो या टैक्सी का नम्बर 9969777888 पर sms कर दें आपके फोन पर मैसेज आएगा एक्नॉलेजमेंट का, आपके वाहन पर GPRS से नजर रखी जायेगी। ज़्यादा से ज़्यादा इस मैसेज को शेयर करें।”

FACT CHECK

इस मैसेज की सच्चाई पता करने के लिए हमने इस नंबर के बारे में सर्च किया। पड़ताल में हमें पता चला कि मुंबई पुलिस ने मार्च 2014 में मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर कंपनी MTNL के साथ मिलकर यह सर्विस शुरू की थी।

हमने मुंबई पुलिस हेडक्वाटर्स में कॉल किया तो हमें बताया गया कि इस नंबर पर कैब या ऑटो व्हीकल नंबर मैसेज करने के बाद अगर 100 नंबर पर कॉल किया जाता तो जीपीएस लोकेशन ट्रैक की जाती थी। यह सर्विस अब बंद की जा चुकी है।

मुंबई पुलिस द्वारा हमें बताया गया कि इस सर्विस को ज्यादा रिसपॉन्स नहीं मिला था। VAS के मुकाबले ट्विटर की सर्विस लोगों को ज्यादा अच्छी लगी और इसलिए लोगों ने ट्विटर पर मुंबई पुलिस की सर्विस का इस्तेमाल ज्यादा शुरू कर दिया। इसलिए इस मोबाइल नंबर की सर्विस मार्च, 2017 में ही बंद कर दी गई थी।

इस सिलसिले में हमने दिल्ली पुलिस हेडक्वाटर्स से संपर्क किया जहाँ हमें बताया गया कि ऐसी कोई सर्विस अभी एक्टिव नहीं है। हमें बताया गया कि दिल्ली पुलिस ने Mar 31, 2016 को ट्वीट करके भी यह बात कही थी कि ऐसी कोई सर्विस दिल्ली में नहीं चल रही है। हमने इस ट्वीट को ढूंढा तो हमें यह ट्वीट मिल भी गया जिसे आप नीचे देख सकते हैं।

इसी सिलसिले में पिछले साल जून में ही बेंगलुरु पुलिस ने भी ट्वीट करके यह जानकारी दी थी कि वायरल मैसेज गलत है।

इस वायरल मैसेज को ‎Shiv Thakur‎ नाम के फेसबुक यूजर द्वारा � pyar tune � kya kiya zing �� नाम के पेज पर शेयर किया गया था। इस पेज के कुल 74,572 मेंबर्स हैं।

निष्कर्ष: हमारी पड़ताल में इस मैसेज को लेकर दो बातें पायी गयीं। पहली – यह सर्विस सिर्फ मुंबई शहर के लिए थी और दूसरी – मार्च, 2014 में शुरू हुई यह सर्विस मार्च, 2017 में बंद कर दी गई। वायरल मैसेज सही नहीं है।

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False
Symbols that define nature of fake news
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