महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए होने वाले मतदान से पहले सोशल मीडिया पर बिटकॉइन के जरिए चुनावी खर्च का प्रबंधन किए जाने के दावे के साथ वायरल (एनसीसी-शरद पवार की नेता) सुप्रिया सुले के ऑडियो क्लिप में एआई मैनिपुलेशन की संभावना काफी व्यापक (भारी छेड़छाड़ ) है, जो इसके एआई जेनेरेटेड होने की पुष्टि करती है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। महाराष्ट्र की सभी विधानसभा सीटों पर एक चरण में मतदान के तहत 20 नवंबर को वोटिंग हो रही है और इससे एक दिन पहले सोशल मीडिया पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) की नेता सुप्रिया सुले का कथित ऑडियो क्लिप वायरल हुआ, जिसमें उन्हें किसी ‘गौरव’ नाम के व्यक्ति को कॉल कर यह कहते हुए सुना जा सकता है कि चुनाव में पैसों की जरूरत है और इसके लिए बिटकॉइन (वॉलेट) में रखे गए पैसों को भुनाने या नकदी में बदले जाने की जरूरत है।
सुले को कथित तौर पर यह कहते हुए सुना जा सकता है कि बिटकॉइन को कैश या नकदी में बदल दिया जाना चाहिए और इसके लिए उन्हें (गौरव मेहता) को किसी जांच या कानूनी कार्रवाई से डरने की जरूरत नहीं है।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि सुप्रिया सुले के नाम से वायरल ऑडियो डीपफेक है, जिसमें मैनिपुलेशन की संभावना काफी व्यापक (भारी छेड़छाड़ ) है, जो इसके एआई जेनेरेटेड होने की पुष्टि करता है। सुप्रिया सुले ने भी इस ऑडियो क्लिप को फेक और चुनाव के दौरान मतदाताओं को गुमराह करने की ‘चाल’ बताते हुए चुनाव आयोग और साइबर क्राइम विभाग में शिकायत दर्ज कराई है।
एक्स यूजर “Reema Parashar” ने इस ऑडियो क्लिप (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “महाराष्ट्र में आज की रात क़यामत की रात …आवाज़ तो सुप्रिया सुले की ही लग रही है। मामला बेहद गंभीर है। “
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर कई अन्य यूजर्स (आर्काइव लिंक) ने इन ऑडियो क्लिप्स को समान दावे के साथ शेयर किया है।
जांच की शुरुआत हमने सोशल मीडिया सर्च से की, जिसमें सुप्रिया सुले के आधिकारिक एक्स हैंडल से 19 नवंबर को रात 10 बजे किया गया ट्वीट या एक्स पोस्ट मिला, जिसमें उन्होंने वायरल ऑडियो क्लिप को फेक बताते हुए इसके खिलाफ चुनाव आयोग और साइबर विभाग में शिकायत दर्ज कराने की सूचना दी है।
चूंकि, यह खंडन वायरल वीडियो के सिंथेटिक या एआई क्रिएटेड होने की पुष्टि नहीं करता है, इसलिए हमने इसे एआई क्रिएटेड मल्टीमीडिया की जांच करने वाले उपबल्ध टूल्स की मदद से इसे चेक किया। ट्रू मीडिया का एनालिसिस इस ऑडियो क्लिप (तीनों) में व्यापक छेड़छाड़ की संभावना जताता है, जो इसके एआई क्रिएटेड होने की पुष्टि करता है।
ट्रू मीडिया की विस्तृत एनालिसिस रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है। अन्य टूल्स की एनालिसिस के लिए हमने हमारे पार्टनर डीएयू (एमसीए की पहल) से संपर्क किया। उन्होंने हमारे साथ कई टूल्स की एनालिसिस को शेयर किया, जो सुप्रिया सुले के ऑडियो क्लिप के एआई क्रिएटेड होने की संभावना की पुष्टि करता है।
डीफफेक-ओ-मीटर और हिया टूल्स की एनालिसिस भी सुप्रिया सुले के आवाज वाली क्लिप के एआई क्रिएटेड होने की संभावना की पुष्टि करता है।
“PallaviCT” नाम के आधिकारिक एक्स हैंडल से कई कुल चार ऑडियो क्लिप को शेयर किया गया है, जिसमें सुप्रिया सुले के अलावा तीन अन्य ऑडियो क्लिप है, जिसमें से दो क्लिप गौरव मेहता और अमिताभ गुप्ता के बीच की बातचीत का है, जबकि एक क्लिप नाना पटोले और अमिताभ गुप्ता के बीच का है।
नाना पटोले (महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष) और पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता के बीच की कथित बातचीत के ऑडियो क्लिप्स को भी हमने ट्रू मीडिया टूल की मदद से चेक किया। ट्रू मीडिया का एनालिसिस इस ऑडियो क्लिप में व्यापक छेड़छाड़ की संभावना जताता है, जो इसके एआई क्रिएटेड होने की पुष्टि करता है। एनालिसिस रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।
डीएयू ने हमारे साथ हाइव ऑडियो डिटेक्टर और हिया टूल्स की एनालिसिस को शेयर किया, जिसमें इस ऑडियो के एआई क्रिएटेड होने की संभावना कम बताई गई है।
तीसरा और चौथा ऑडियो फाइल गौरव मेहता और अमिताभ गुप्ता के बीच की कथित बातचीत का ऑडियो फाइल है। इस ऑडियो फाइल की जांच के लिए हमने पहले ट्रू मीडिया टूल की मदद ली। एनालिसिस इन दोनों ऑडियो क्लिप में व्यापक छेड़छाड़ की संभावना जताता है, जो इसके एआई क्रिएटेड होने की पुष्टि करता है। दोनों ऑडियो की विस्तृत एनालिसिस रिपोर्ट को यहां और यहां देखा जा सकता है।
डीएयू ने हमारे साथ हिया समेत अन्य टूल की एनालिसिस को साझा किया, जिसमें इस ऑडियो के एआई-जेनरेटेड होने की संभावना बताई गई है। हालांकि, हाइव डिटेक्टर की एनालिसिस इसके एआई क्रिएटेड होने की संभावना नहीं बताती है।
पूर्व आईपीएस अधिकारी रविंद्रनाथ पाटिल ने एनसीपी-एसपी नेता सुप्रिया सुले और महाराष्ट्र कांग्रेस प्रेसिडेंट नाना पटोले पर 2018 के क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड मामले में क्रिप्टो करेंसी की हेराफेरी का आरोप लगाते हुए इन ऑडियो क्लिप को शेयर किया था, जिसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया।
न्यूज एजेंसी आईएएनएस ने रविंद्रनाथ पाटिल के आरोपों को शेयर करते हुए इन ऑडियो क्लिप को अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से शेयर किया है। हालांकि, एजेंसी ने इस ऑडियो क्लिप की प्रमाणिकता का दावा नहीं किया है। इस ऑडियो क्लिप के सामने आने के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एमवीए यानी महा विकास अघाड़ी गठबंधन पर गंभीर आरोप लगाए।
साथ ही पार्टी ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से इस ऑडियो क्लिप (आर्काइव लिंक) को भी शेयर किया। इसके अलावा बीजेपी के कई अन्य नेताओं ने इस इस ऑडियो क्लिप को अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से शेयर किया है।
सुप्रिया सुले ने बीजेपी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में लगाए गए आरोपों का खंडन किया और फिर बाद में इस मामले की शिकायत दर्ज कराई।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अमिताभ गुप्ता फिलहाल इंडो तिब्बत बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) के इंस्पेक्टर जनरल हैं। इससे पहले वह मुंबई के डिप्टी कमिश्नर के साथ राज्य सरकार में प्रधान सचिव (कानून व्यवस्था) के तौर पर भी अपनी सेवा दे चुके हैं। इसके बाद उन्हें पुणे का पुलिस कमिश्नर बनाया गया था। 2022 में शिव सेना बीजेपी की सरकार बनने के बाद गुप्ता को एडिशनल डीजीपी (कानून-व्यवस्था) और बाद में एडीजीपी (प्रिजंस) बनाया गया। जुलाई 2024 में उन्हें एडीजीपी (स्पेशल ऑपरेशंस) के तौर पर ट्रांसफर किया गया और बाद में उन्हें आईटीबीपी भेज दिया गया।
चुनाव आयोग की अधिसूचना के मुताबिक, महाराष्ट्र में 20 नवंबर को मतदान है, वहीं झारखंड में 13 और 20 नवंबर को मतदान है। इन चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे। चुनाव से संबंधित अन्य वायरल दावों की फैक्ट चेक रिपोर्ट को विश्वास न्यूज के चुनाव सेक्शन में पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए होने वाले मतदान से पहले सोशल मीडिया पर बिटकॉइन के जरिए चुनावी खर्च का प्रबंधन किए जाने के दावे के साथ वायरल (एनसीसी-शरद पवार की नेता) सुप्रिया सुले के ऑडियो क्लिप में मैनिपुलेशन की संभावना काफी व्यापक (भारी छेड़छाड़ ) है, जो इसके एआई जेनेरेटेड होने की पुष्टि करती है। अमिताभ गुप्ता और गौरव मेहता के बीच की बातचीत और नाना पटोले व अमिताभ गुप्ता के ऑडियो फाइल की एनालिसिस रिपोर्ट भी व्यापक एआई मैनिपुलेशन का संकेत देती है, जो इसके एआई क्रिएटेड होने की संभावना की पुष्टि करती है। हालांकि, कुछ टूल्स की एनालिसिस नाना पटोले और अमिताभ गुप्ता के बीच की बातचीत के ऑडियो फाइल में मैनिपुलेशन की संभावना न्यूनतम बता रही है, लेकिन यह इसके एआई क्रिएटेड नहीं होने की संभावना की पुष्टि नहीं करता है।
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