Fact Check: बीजेपी के नाम जारी 35 करोड़ का विजय माल्या का हस्ताक्षर किया हुआ चेक फ़र्ज़ी है


नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर इन दिनों एक पोस्ट तेज़ी से वायरल हो रही है जिसमें एक चेक की तस्वीर है और उसमे 35 करोड़ की धनराशि लिखी हुयी है और यह दावा किया जा रहा है कि यह चेक विजय माल्या का है जो उसने देश की राष्ट्रीय पार्टी बीजेपी के नाम काट कर दिया है | जिस पर तथाकथित हस्ताक्षर विजय माल्या के बताये जा रहे है| विश्वास न्यूज़ ने अपनी जाँच- पड़ताल के बाद इस वायरल खबर को फ़र्ज़ी साबित किया|

क्या है वायरल पोस्ट में?

तारीख 8 मई 2019 को करीब 2:32 बजे एक फेसबुक यूजर एम बी कवलजीत संधू एक पोस्ट फेसबुक पर अपलोड करता है जिसकी हेडलाइन होती है ” मोदी जी के घोटाले है तसवीरो मै, याद रखे वोट देते हूऐ बाकी सब बिके है” इस पोस्ट में एक चेक है जिसमे भारतीय जनता पार्टी के नाम का एक्सिस बैंक का चेक कटा है, साथ ही 35 करोड़ की धनराशि है और नीचे विजय माल्या के हस्ताक्षर है |



पड़ताल : सबसे पहले तहक़ीक़ात की शुरुआत करते हुए इसका स्क्रीनशॉट लिया फिर इस चेक को गूगल रिवर्स इमेज टूल का प्रयोग करते हुए देखना शुरू किया, तो कुछ और चेक इस तरह के मिलने लगे और एक चेक हमारे हाथ लगा जो आम आदमी पार्टी के नाम का था, जब हमने दोनों को मिलकर देखा तो दोनों में बहुत समानता थी , यानि, एक धनराशि ( 35 करोड़ ), एक जैसी राइटिंग, और चेक का सीरियल नंबर भी समान था , यही से शक की सुई इस चेक की प्रामाणिकता पर सवाल करने लगी कि दो अलग अलग चेक और एक सीरियल नंबर |

असामनता बस दो जगह थी एक हस्ताक्षर और दूसरा दोनों जगह अलग अलग पार्टी के नाम पर चेक काटा गया था ( आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी ) .इस वायरल पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर इस खबर को सर्च किया, लेकिन कहीं भी हमें ऐसा कोई लिंक नहीं मिला जिससे सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा साबित हो सके। तमाम प्लेटफार्म पर सर्च करते हुए कुछ और फ़र्ज़ी चेक की तस्वीरीं हाथ लगती चली गयी | पहले भी कांग्रेस और आम आदमी के नाम पर इस तरह के फ़र्ज़ी चेक वायरल हो चुके है |

हमने इस वायरल चेक की पड़ताल की, तो इस चेक के फर्जी होने का एक और कारण मिला। पिछले साल मई 2017 में आप विधायक कपिल मिश्रा ने अरविंद केजरीवाल पर हवाले का पैसा लेने का आरोप लगाया था और एक चेक की तस्वीर भी लगाई थी | दोनों चेक अब सबसे अहम कदम उठाते हुए विश्वास न्यूज़ ने इस चेक की पड़ताल करना शुरू किया , इस चेक में सबसे पहली गलती मिली- भारतीय जनता पार्टी की गलत स्पेलिंग। इसमें Bharatiya Janata Party की जगह Bhartiya Janta Party लिखा हुआ है। इसके अलावा इस चेक पर विजय माल्या के साइन हैं, वो भी गलत हैं। इसके लिए हमने विकीपीडिया पर माल्या के हस्ताक्षर देखे और पाया वो बिलकुल अलग है |

हमने इसकी दोबारा पुष्टि के लिए विजय माल्या के ट्विटर अकाउंट को देखना शुरू किया वहां पर हमे उनका एक लेटर मिला जिस पर उनके सिग्नेचर थे और वो चेक से मिलते हुए बिल्कुल नहीं थे |

हमने विकीपीडिया पर विजय माल्या के साइन देखे, वो बिल्कुल ही अलग हैं। इस चेक पर सीधे-सीधे अंग्रेजी में विजय माल्या लिखा हुआ है।

दूसरा, इस चेक पर फर्म का नाम ‘ग्लैमर स्टील्स प्राइवेट लिमिटेड’ प्रिंट है, जिसके डायरेक्टर अमित कुमार सक्सेना और मुकेश कुमार हैं।

तस्वीर तीसरा, चेक की तारिख 8 नवंबर,2016 (08/11/2016) जबकि विजय माल्या ने भारत 2 मार्च 2016 को छोड़ा था |

चौथा, अगर चेक को गौर से देखा जाये तो दोनों चेको में देय राशि एक है और एक अकाउंट नंबर 916020029429703 से है और चेक नंबर – 119289 भी एक है

पांचवा, राशि के अंत में कोई भी ( /-‘ ) ऐसा चिन्ह नहीं लगाया है जबकि नियम होता है जब भी पूरी राशि लिखी जाये तो अंत में यह निशान लगाया जाता है ताकि कोई और कोई अतिरिक्त अंक या अमाउंट नंबर न लगा सके |

छठा, विजय माल्या के हस्ताक्षर फ़र्ज़ी थे |

हमने इस बात की पुख्ता पुष्टि के लिए एक्सिस बैंक के मैनेजर नितिन कुमार से संपर्क साधा ” उन्होंने चेक को देखकर बोला- यह एक फ़र्ज़ी चेक है ” |

भाजपा प्रवक्ता अमित मालवीय ने स्पष्ट किया कि ” यह चेक गलत है और इसको फोटोशॉप किया गया है “

अब बारी थी, इस फ़र्ज़ी चेक और गलत खबर को वायरल करने वाले अकाउंट की STALKSCAN टूल लगाकर जब स्कैनिंग की तो फेसबुक यूजर एम बी कवलजीत संधू ने 2011 में अकाउंट बनाया था और सिरसा हरियाणा के निवासी है|

निष्कर्ष : विश्वास न्यूज़ ने इस वायरल पोस्ट को तहक़ीक़ात के बाद फ़र्ज़ी साबित किया, ये चेक बिल्कुल गलत है और झूठा बनाया गया |

पूरा सच जानें…

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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