Fact Check : 8 साल पहले ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी पर स्वर्ण मंदिर में हुए हंगामे के वीडियो को गलत संदर्भ में किया जा रहा वायरल

विश्वास न्यूज ने सिख समुदाय की भिड़ंत को लेकर वायरल वीडियो की पड़ताल की और पाया कि यह दावा गलत है। वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि साल 2014 का है। वीडियो ऑपरेशन ब्‍लू स्‍टार की बरसी पर स्‍वर्ण मंदिर में दो गुटों के बीच हुई भिड़ंत का है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर सिखों की भिड़ंत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में कुछ सिख युवकों को तलवार और डंडे हाथों में लेकर लड़ते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि आम आदमी पार्टी के सत्ता में आते ही पंजाब का माहौल बिगड़ने लगा है। खालिस्तानी सारेआम लोगों को मार रहे हैं। विश्वास न्यूज ने वायरल वीडियो की पड़ताल की और पाया कि यह दावा गलत है। वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि साल 2014 का है। वीडियो ऑपरेशन ब्‍लू स्‍टार की बरसी पर स्‍वर्ण मंदिर में दो गुटों के बीच हुई भिड़ंत का है।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर आशुतोष दीक्षित ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, “आज का हाल देख लो पंजाब का, ख़ालिस्तान का षड्यंत्र शुरू हो गया, देशद्रोही केजरीवाल की पार्टी के सत्ता में आते ही। कश्मीर की तरह पंजाब भी मोदी जी ही शांत कर पाएँगे।”

पोस्ट के कंटेंट को हूबहू लिखा गया है। इसके आकाईव्‍ड वर्जन को यहां देखा जा सकता है। एक अन्य सोशल मीडिया यूजर Avni Garg ने वायरल वीडियो को मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल –

वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए विश्वास न्यूज ने इनविड टूल का इस्तेमाल किया। इस टूल की मदद से हमने वीडियो के कई ग्रैब्स निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी एक रिपोर्ट दैनिक जागरण की वेबसाइट पर 7 जून 2014 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, ऑपरेशन ब्लू स्टार की 30 वीं बरसी पर दो गुटों के बीच भिड़ंत हो गई थी। इस दौरान कुछ लोगों ने तलवार, कृपाण और लाठियों से एक-दूसरे पर जमकर प्रहार किया था। इस घटना में 12 लोग घायल हुए थे। दरअसल अकाल तख्त में आयोजित कार्यक्रम के दौरान पहले बोलने की कोशिश में पूर्व आईपीएस अधिकारी सिमरनजीत सिंह मान के नेतृत्व वाले शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) समर्थक उठ खड़े हुए। जब व्यवस्था कायम रखने के लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सेवादारों ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो टकराव हो गया। इसके बाद खालिस्तान समर्थक नारेबाजी करते हुए मान समर्थक सेवादारों से टकरा गए। इस घटना पर पुलिस ने 28 अलगाववादियों के खिलाफ मामला दर्ज कर और 21 लोगों की तुरंत गिरफ्तार किया था।

प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें असली वीडियो 6 जून 2014 को बीबीसी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर अपलोड हुआ मिला। यहां पर भी वीडियो को लेकर यही जानकारी दी गई है कि ऑपरेशन ब्‍लू स्‍टार की बरसी पर स्‍वर्ण मंदिर में दो गुटों के बीच भिड़ंत हो गई थी।

अधिक जानकारी के लिए हमने दैनिक जागरण अमृतसर के ब्यूरो चीफ विपिन राणा से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया वायरल दावा गलत है। वीडियो 6 जून 2014 का है। ऑपरेशन ब्लू स्टार की 30 वीं बरसी पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी यानी एसजीपीसी के समर्थकों और अकाली दल अमृतसर के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए थे। ये वीडियो उसी घटना के दौरान का है। हाल-फिलहाल में पंजाब में ऐसी कोई घटना देखने को नहीं मिली है।

विश्वास न्यूज ने जांच के आखिरी चरण में उस प्रोफाइल की पृष्ठभूमि की जांच की, जिसने वायरल पोस्ट को साझा किया था। हमने पाया कि यूजर को 11 हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। आशुतोष दीक्षित उत्तर प्रदेश के उन्नाव शहर का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने सिख समुदाय की भिड़ंत को लेकर वायरल वीडियो की पड़ताल की और पाया कि यह दावा गलत है। वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि साल 2014 का है। वीडियो ऑपरेशन ब्‍लू स्‍टार की बरसी पर स्‍वर्ण मंदिर में दो गुटों के बीच हुई भिड़ंत का है।

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