Fact Check : दो चाय वालों को गोली मारने के नाम पर वायरल हुआ शूटिंग का वीडियो

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। वायरल वीडियो का वाराणसी से कोई संबंध नहीं है।

Fact Check : दो चाय वालों को गोली मारने के नाम पर वायरल हुआ शूटिंग का वीडियो

विश्‍वास न्‍यूज (नई दिल्‍ली)। सोशल मीडिया में एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें कथिततौर पर दो युवकों को गोली मारते हुए दिखाया गया है। यूजर्स दावा कर रहे हैं कि वायरल वीडियो वाली घटना यूपी के वाराणसी में हुई। वहां दिनदहाड़े दो चायवालों को गोली मार दी गई।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। हमें पता चला कि वायरल वीडियो किसी शूटिंग का है। इसका किसी अपराध से कोई संबंध नहीं है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर अजयकुमार मुलायम स‍िंह ने 8 मार्च को एक वीडियो को अपलोड करते हुए करते लिखा : ‘वाराणसी में दो चाय वालो को दिनदहाड़े गोली मार कर हत्या।’

वायरल दावे को य‍हां ज्‍यों का त्‍यों ही लिखा गया है। वीडियो को सच मानकर दूसरे यूजर्स भी इसे वायरल कर रहे हैं। फेसबुक पोस्‍ट के आर्काइव वर्जन को आप यहां देख सकते हैं।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल की शुरुआत अलग-अलग कीवर्ड से की। हमें इससे संबंधित वीडियो कई ट्विटर हैंडल पर मिला। Avanindr Kumar Singh ने 8 मार्च को अपने हैंडल @AvanindrSingh पर डिटेल वीडियो को अपलोड करते हुए लिखा कि यह एक फिल्‍म शूटिंग का वीडियो है। इसके कुछ अंश को वाराणसी में गोली मारने के नाम पर वायरल किया जा रहा है। पूरा ट्वीट आप यहां देख सकते हैं।

इस वीडियो में आप उन दोनों शख्‍स को खड़ा होते भी देख सकते हैं, जिन्‍हें वायरल वीडियो में गोली मारने की बात कही गई। इसके अलावा वीडियो में कई ट्राईपॉड और शूटिंग के दूसरे सामान को भी देखा सकता है।

पड़ताल के दौरान हमें वाराणसी पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक जवाब मिला। इसमें बताया गया कि वायरल हो रहे वीडियो का संबंध जनपद वाराणसी से नहीं है। इसे आप यहां देख सकते हैं।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने अपने सहयोगी अखबार दैनिक जागरण के वाराणसी कार्यालय में संपर्क किया। अखबार के वरिष्‍ठ अपराध संवाददाता दिनेश सिंह ने बताया कि वायरल पोस्‍ट फेक है। यह कई दिनों से वायरल है। इसका यहां से कोई संबंध नहीं है।

विश्‍वास न्‍यूज स्‍वतंत्र रूप से इस बात की पुष्टि नहीं करता है कि शूटिंग का ओरिजनल वीडियो कहां का है, लेकिन यह तय है कि वीडियो का वाराणसी से कोई संबंध नहीं है।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने उस यूजर के अकाउंट की जांच की, जिसने फर्जी पोस्‍ट की। हमें पता चला कि अजयकुमार मुलायम स‍िंह नाम का यह यूजर यूपी के प्रयागराज का रहने वाला है। इसने अकाउंट को अगस्‍त 2017 में बनाया था।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। वायरल वीडियो का वाराणसी से कोई संबंध नहीं है।

False
Symbols that define nature of fake news
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