Fact Check : 2020 में वाराणसी में स्मृति ईरानी के खिलाफ हुए प्रदर्शन का वीडियो अब फिर से वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का वायरल वीडियो पुराना निकला। जिसे कुछ यूजर्स हाल का समझकर वायरल कर रहे हैं।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन का एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को हाल का ही समझकर फेसबुक, ट्विटर और दूसरे प्‍लेटफार्म पर वायरल कर रहे हैं।

विश्‍वास न्‍यूज ने एक बार पहले भी इस वीडियो की जांच की थी। दरअसल ओरिजनल वीडियो अक्‍टूबर 2020 का है। उस वक्‍त यूपी के वाराणसी में स्मृति ईरानी का कुछ राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं ने विरोध किया था। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित होती है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर जावेद फारूखी ने 23 जनवरी को एक वीडियो को अपलोड करते हुए दावा किया : ‘गजब का स्वागत हुआ है इमरती ईरानी का उत्तर प्रदेश में गजब का बेइज्जती है बे. किसी गोदी मीडिया ने यह न्यूज़ दिखाई क्या।’

फेसबुक पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। इसे हाल का समझकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्‍ट का आर्काइव्‍ड वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने स्मृति ईरानी के विरोध प्रदर्शन के वायरल वीडियो का सर्च जानने के लिए सबसे पहले गूगल सर्च का सहारा लिया।संबंधित कीवर्ड से सर्च करने पर हमें गूगल में कई मीडिया रिपोर्ट्स और वीडियो मिले। 3 अक्‍टूबर 2020 को लाइव वीएनएस नाम के यूट्यूब चैनल ने ओरिजनल वीडियो को अपलोड किया था। इसमें बताया गया कि वाराणसी में कमिश्‍नरी के बाहर कांग्रेसियों ने जमकर स्मृति ईरानी का विरोध प्रदर्शन करते हुए काले झंडे दिखाए थे। वीडियो यहां देखें।

दैनिक जागरण की वेबसाइट पर 3 अक्‍टूबर 2020 को पब्लिश एक खबर में भी इस विरोध प्रदर्शन के बारे में विस्‍तार से बताया गया था। इसमें बताया गया कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के वाराणसी दौरे में कमिश्‍नरी कार्यालय के पास आते समय जहां समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने घेराव किया तो वापसी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनके वाहन को घेर लिया और उनकी गाड़ी के आगे बैठ गए। इस संबंध में पुलिस ने कई कार्यकर्ताओं के खिलाफ धारा 151 में चालान किया। पूरी खबर यहां क्लिक करके पढ़ें।

विश्‍वास न्‍यूज ने उस वक्‍त के प्रदर्शन में शामिल अविनाश मिश्र से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि यह 2020 के प्रदर्शन का वीडियो है।

विश्‍वास न्‍यूज ने एक बार पहले भी वायरल वीडियो की जांच की थी। उसकी पड़ताल को आप यहां पढ़ सकते हैं।

पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की। फेसबुक यूजर जावेद फारूकी की सोशल स्‍कैनिंग में पता चला कि यूजर राजस्‍थान के जयपुर में रहते हैं। उनके अकाउंट को तीन सौ से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का वायरल वीडियो पुराना निकला। जिसे कुछ यूजर्स हाल का समझकर वायरल कर रहे हैं।

Misleading
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