Fact Check : बाइक से हेलिपैड जाते हुए मनोज तिवारी का वीडियो झूठे दावे के साथ वायरल

देवरिया में मनोज तिवारी पर हमले के नाम से वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। बाइक से जाते हुए मनोज तिवारी के वीडियो के साथ किया जा रहा दावा फेक है। उन्होंने हेलिपैड तक जाने के लिए बाइक का इस्‍तेमाल किया।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। यूपी में विधानसभा चुनाव अपने अंतिम दौर में पहुंच हुआ है। इसके बीच सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफार्म पर भाजपा सांसद और भोजपुरी स्‍टार मनोज तिवारी का 20 सेकंड का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें उन्‍हें बाइक पर बैठकर जाते हुए देखा जा सकता है। सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को फर्जी दावे के साथ वायरल कर रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि मनोज तिवारी को देवरिया में जनता ने दौड़ा दिया। जिसके बाद उन्‍हें बाइक से भागना पड़ा। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की विस्‍तार से जांच की। दावा फर्जी निकली। दरअसल देर होने के कारण मनोज तिवारी बाइक से हेलिपैड की ओर जा रहे थे, क्‍योंकि यदि ज्‍यादा देर होती तो उनका हेलिकॉप्‍टर सूर्यास्‍त के बाद नहीं उड़ पाता।

पड़ताल

फेसबुक पेज The Lie Lama ने 23 फरवरी को एक वीडियो को वायरल करते हुए दावा किया : ‘देवरिया में प्रचार करने आए मनोज तिवारी उर्फ ‘रिंकिया के पापा’ को जनता ने सरपट रपटा दिया, पिटते पिटते बचे। गाड़ी छोड़, बाइक से जान बचा कर भागे।’

फेसबुक पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। इसके आकाईव्‍ड वर्जन को यहां देखें। सोशल मीडिया पर कई अन्य यूजर्स ने इसे समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने मनोज तिवारी के वायरल वीडियो का सच जानने के लिए सबसे पहले यूट्यूब पर सर्च करना शुरू किया। अलग-अलग कीवर्ड से सर्च करने पर हमें एनएमएफ न्‍यूज नाम के एक यूट्यूब चैनल पर 23 फरवरी को एक खबर अपलोड की गई। इसमें बताया गया कि मनोज तिवारी को लेकर फर्जी खबर वायरल की गई। सच्‍चाई यह है कि हेलिपैड तक जाने के लिए मनोज तिवारी ने बाइक का सहारा लिया, जबकि भीड़ उनके साथ सेल्‍फी लेना चाहती थी। पुलिस ने बीच-बचाव करके उन्‍हें बाइक से रवाना किया, क्‍योंकि यदि ज्‍यादा लेट हो जाता तो मनोज तिवारी का हेलिकॉप्‍टर अंधेरे में नहीं उड़ पाता। संबंधित खबर को यहां देखें।

विश्‍वास न्‍यूज को सर्च के दौरान आजतक की वेबसाइट पर भी एक खबर मिली। इसमें बरहज थाना प्रभारी टीजे स‍िंह के हवाले से बताया गया कि कोई विरोध नहीं था। सूर्यास्‍त हो जाता तो हेलिकॉप्‍टर टेक ऑफ नहीं हो पाता। इसलिए मनोज तिवारी बाइक से हेलिपैड तक पहुंचे, क्योंकि भीड़ इस कदर थी कि कार से हेलिपैड तक वापस जाना संभव नहीं था। उन्‍हें पहुंचाने में पुलिस ने मदद की। पूरी खबर यहां पढ़ें।

जांच के दौरान हमें दैनिक जागरण के देवरिया संस्‍करण में एक खबर मिली। इसमें बताया गया कि बरहज विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्‍याशी दीपक मिश्र शाका के समर्थन में मनोज तिवारी ने रोड शो किया। समय अभाव के कारण महज 40 मिनट तक रोड शो किया और वह बाइक पर सवार होकर हेलिपैड पहुंचे।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने दैनिक जागरण, देवरिया के प्रमुख महेंद्र त्रिपाठी से संपर्क किया। उन्‍होंने जानकारी देते हुए बताया कि वायरल वीडियो गलत है। मनोज तिवारी रोड शो के दौरान देर होने के कारण जुलूस को छोड़कर बाइक पर सवार होकर बनाए गए हेलिपैड पर गए, क्योंकि समय कम था।

ज्यादा पुष्टि के लिए हमने मनोज तिवारी के सहयोगी नीलकंठ बख्शी से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा फेक है। समय की कमी के कारण उन्‍हें रोड शो खत्‍म करने के बाद तुरंत हेलिकॉप्‍टर पकड़ना था। इसके लिए उन्‍होंने बाइक का सहारा लिया।

पड़ताल के अंत में विश्‍वास न्‍यूज ने फर्जी पोस्‍ट करने वाले फेसबुक पेज की जांच की। फेसबुक पेज The Lie Lama की सोशल स्‍कैनिंग में पता चला कि यूज को 3.65 लाख लोग लाइक करते हैं। यह पेज 10 मई 2018 को बनाया गया था।

निष्कर्ष: देवरिया में मनोज तिवारी पर हमले के नाम से वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। बाइक से जाते हुए मनोज तिवारी के वीडियो के साथ किया जा रहा दावा फेक है। उन्होंने हेलिपैड तक जाने के लिए बाइक का इस्‍तेमाल किया।

False
Symbols that define nature of fake news
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