Fact Check : इजरायल के कब्जे वाले सीरियाई इलाके के वीडियो को मणिपुर हिंसा से जोड़कर किया जा रहा है वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि मणिपुर हिंसा के नाम पर विदेश के वीडियो को वायरल किया जा रहा है। वीडियो इजरायल के कब्जे वाले सीरियाई गोलान हाइट्स में विरोध प्रदर्शन के दौरान का है। इसका मणिपुर से कोई संबंध नहीं है।

Fact Check : इजरायल के कब्जे वाले सीरियाई इलाके के वीडियो को मणिपुर हिंसा से जोड़कर किया जा रहा है वायरल

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हिंसा जारी है। हिंसा के बीच सोशल मीडिया के अलग-अलग प्‍लेटफार्म पर फर्जी और भ्रामक पोस्‍ट भी वायरल हो रही है। अब एक वीडियो को वायरल किया जा रहा है। इसमें कुछ लोगों को भागते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में गोलीबारी की आवाज़ें भी सुनाई दे रहीं हैं। वीडियो को यूजर मणिपुर का बताकर  शेयर कर रहे हैं। विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो इजरायल के कब्जे वाले सीरियाई इलाके का है। इसका मणिपुर हिंसा से कोई संबंध नहीं है।

क्‍या है वायरल पोस्ट में?

ट्विटर यूजर दीपेश गुप्ता (आर्काइव लिंक) ने इस वीडियो को 28 जून को शेयर करते हुए लिखा, “#मणिपुर भाजपा समर्थक उग्रवादियों ने आदिवासी इलाको पर फिर की भारी बमबारी। आदिवासी अपनी जान बचाने के लिए जंगलों की और भागे। 60 दिनो से मणिपुर जल रहा है और मोदी चुनावी फायदे के लिए अपने बूथ को मजबूत करने मे लगा है।”

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले वीडियो के स्क्रीनशॉट्स को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। हमें यह वीडियो तुर्की न्यूज़ आउटलेट ओरिएंट टीवी के यूट्यूब चैनल पर 21 जून 2023 को अपलोड मिला। साथ दी गई जानकारी के अनुसार, यह वीडियो इजरायल के कब्जे वाले सीरिया के गोलान हाइट्स में हुए हालिया विरोध प्रदर्शन का है।

हमें इस घटना पर एक खबर अरबी न्यूज़ पोर्टल अलजारमाक डॉट नेट पर भी मिली, जिसमें वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट भी था। खबर के अनुसार, गोलान में खेत के मालिकों को चेरी और अन्य फल तोड़ने की अनुमति नहीं दी जा रही है क्योंकि क्षेत्र में इजरायली सीमा रक्षकों और विशेष बलों की विशाल सेना मौजूद है। खबर में बताया गया है कि कैसे स्थानीय लोग विंड टरबाइन परियोजना के निर्माण का विरोध कर रहे हैं।

जांच को आगे बढ़ाते हुए मणिपुर हिंसा को कवर कर रहे फ्रीलांस जर्नलिस्ट जेम्स खांगेंबाम से संपर्क किया। उनके साथ वायरल वीडियो को शेयर किया। उन्‍होंने जानकारी देते हुए बताया कि यह वायरल वीडियो मणिपुर का नहीं है।

 मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच लगभग दो महीने से हिंसा भड़की हुई है। जिसकी वजह से 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। मणिपुर हिंसा पर ज़्यादा जानकारी इस खबर में पढ़ी जा सकती है।

सोशल मीडिया यूजर दीपेश गुप्ता की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। इसके मुताबिक, वह पंजाब के रहने वाले हैं और ट्विटर पर उनके 3000 से ज़्यादा फ़ॉलोअर्स हैं।

मणिपुर हिंसा से संबंधित अन्य वायरल दावों की पड़ताल करती फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को विश्वास न्यूज की वेबसाइट पर यहाँ पढ़ा जा सकता है।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि मणिपुर हिंसा के नाम पर विदेश के वीडियो को वायरल किया जा रहा है। वीडियो इजरायल के कब्जे वाले सीरियाई गोलान हाइट्स में विरोध प्रदर्शन के दौरान का है। इसका मणिपुर से कोई संबंध नहीं है।

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