विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई। जिस वीडियो को कराची के मेयर का बताकर वायरल किया जा रहा है, वह लंदन में रहने वाले आरिफ अजाकिया का है।
विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। सोशल मीडिया में एक वीडियो कराची का वतर्मान मेयर का बताते हुए वायरल हो रहा है। इसमें एक शख्स को जावेद अख्तर को जवाब देते हुए मुगलों व सनातन धर्म के बारे में बोलते हुए देखा जा सकता है। यूजर्स दावा कर रहे हैं कि यह शख्स कोई और नहीं, बल्कि पाकिस्तान के कराची के मेयर हैं। विश्वास न्यूज की जांच में अजाकिया के मेयर होने का दावा गलत साबित हुआ। पड़ताल में पता चला कि वीडियो में दिख रहे शख्स आरिफ अजाकिया हैं। वे पहले कराची के जमशेद टाउन के काउंसलर थे। वर्तमान में वे मेयर नहीं है। फिलहाल वे लंदन में रहते हैं। अभी कराची में कोई भी मेयर नहीं है।
फेसबुक यूजर करनवीर यादव बीजेपी ने 15 जून को एक वीडियो को अपलोड करते लिखा : ‘कराची के मेयर का स्टेटमेंट जो भारत की हिंदू भी नहीं कह सकते …सुनने योग्य है।’
इस वीडियो में एक शख्स को जावेद अख्तर को जवाब देते हुए मुगलों के बारे में बताते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में यह शख्स हिंदुस्तान, सनातन धर्म की तारीफ करते हुए देखा जा सकता है। इस शख्स को कराची का मेयर समझकर लोग इस वीडियो को लगातार वायरल कर रहे हैं।
पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखें।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल की शुरुआत के लिए पाकिस्तान में संपर्क किया। जागरण न्यू मीडिया के वरिष्ठ संपादक प्रत्यूष रंजन ने पाकिस्तान की पत्रकार लुबना जरार नकवी से संपर्क किया। उन्होंने कहा, “वीडियो में दिख रहे शख्स कराची के मेयर नहीं है। फिलहाल कराची में कोई मेयर ही नहीं है। वीडियो में दिख रहे शख्स सामाजिक व मानवाधिकार कार्यकर्ता हैं। आरिफ कभी भी कराची के मेयर नहीं रहे हैं। वे कराची के जमेशद टाउन के काउंसलर जरूर रहे हैं। इनका जन्म पाकिस्तान में हुआ है और फिलहाल लंदन में रहते हैं।”
पत्रकार लुबना ने हमें कराची की सरकारी वेबसाइट का लिंक भी भेजा। यहां साफतौर पर देखा जा सकता है कि 1992 तक कराची के मेयर की सूची में कहीं भी आरिफ अजाकिया का नाम नहीं है। 1992 के बाद से कराची में कोई मेयर नहीं है। पूरी लिस्ट यहां देखी जा सकती है।
जांच को आगे बढ़ाते हुए विश्वास न्यूज ने आरिफ अजाकिया के बारे में जानकारी जुटाना शुरू किया। हमें यूट्यूब और ट्विटर पर उनका अकाउंट मिला।
ट्विटर पर आरिफ अजाकिया जून 2007 से सक्रिय हैं। उनकी प्रोफाइल के अनुसार, वे एक मानवाधिकार कार्यकर्ता हैं, जो लंदन में रहते हैं।
इसी तरह यूट्यूब पर मौजूद उनके चैनल में उनके कई वीडियो देखे जा सकते हैं। इस चैनल को एक अक्टूबर 2014 को बनाया गया था। इनके वीडियोज पर अब तक कुल 2.60 करोड़ व्यू हैं।
हमें ओरिजनल वायरल वीडियो तो नहीं मिला, लेकिन हमने इस वीडियो में दिख रहे शख्स और आरिफ अजाकिया की तस्वीरों का तुलनात्मक अध्ययन किया तो हमें दोनों शख्स एक ही नजर आए। अब तक की पड़ताल में यह साबित हो गया कि जिस शख्स को कराची का मेयर बताकर वायरल किया जा रहा है, वह मानवाधिकार कार्यकर्ता आरिफ अजाकिया ही हैं।
पड़ताल के अंतिम चरण में हमने फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर की जांच की। हमें पता चला कि फेसबुक यूजर करनवीर यादव बीजेपी नाम के इस प्रोफाइल को 10 हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। इसे 18 अप्रैल 2019 को बनाया गया था।
डिस्क्लेमर : इस फैक्ट चेक खबर को फिर संपादित किया गया है। इसमें कुछ नए फैक्ट जोड़े गए हैं। पिछली खबर में आरिफ अजाकिया के बारे में यह जिक्र नहीं किया गया था कि वे कराची के जमशेद टाउन के काउंसलर रह चुके हैं। खबर को अपडेट करने के साथ ही यूजर की रेटिंग में भी बदलाव किया गया है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई। जिस वीडियो को कराची के मेयर का बताकर वायरल किया जा रहा है, वह लंदन में रहने वाले आरिफ अजाकिया का है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।