Fact Check : असम के मुख्‍यमंत्री के भाषण के नाम पर वायरल हुआ गौरव प्रधान का वीडियो

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। वीडियो में असम के मुख्यमंत्री नहीं, बल्कि गौरव प्रधान नाम के एक शख्‍स हैं। वीडियो पुराना है।

Fact Check : असम के मुख्‍यमंत्री के भाषण के नाम पर वायरल हुआ गौरव प्रधान का वीडियो

विश्‍वास न्‍यूज (नई दिल्‍ली)। सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें एक शख्‍स को भाषण देते हुए देखा जा सकता है। यूजर्स दावा कर रहे हैं कि भाषण देने वाला शख्स असम का मुख्‍यमंत्री है। विश्‍वास न्‍यूज ने जब वायरल पोस्‍ट की जांच की तो हमें पता चला कि यह फर्जी है। वीडियो में दिख रहा शख्‍स असम का मुख्‍यमंत्री नहीं है। इस शख्‍स का नाम गौरव प्रधान है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर विनोद के भंडारी नाम ने एक ग्रुप में इस वीडियो को अपलोड करते हुए दावा किया कि वीडियो असम के मुख्‍यमंत्री का है। उन्‍होंने लिखा : ‘आसाम के मुख्यमंत्री का सबसे छोटा भाषण जिसमे की उन्होंने सब कुछ कह दिया। समझिये उनको अगर आपमें समझ है तो।’

पोस्‍ट का आर्काइव्‍ड वर्जन यहां देखा जा सकता है। इस वीडियो को फेसबुक पर संजीव सेहरावत और अशोक अत्री जैसे यूजर्स ने भी अपलोड किया।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले वायरल वीडियो को InVID टूल में अपलोड करके कई स्‍क्रीशनॉट निकाले। इसके बाद इन्‍हें गूगल रिवर्स इमेज टूल में अपलोड करके ओरिजनल वीडियो खोजना शुरू किया। ओरिजनल वीडियो हमें समर्थ भारत मंच नाम के एक यूट्यूब चैनल पर मिला। इसे 3 जनवरी 2020 को अपलोड किया गया। वीडियो के कैप्‍शन से हमें पता चला कि वीडियो में भाषण दे रहे शख्‍स का नाम गौरव प्रधान है। ओरिजनल वीडियो को स्‍कैन करने से पता चला कि 9:40 मिनट से लेकर 10:55 तक की क्लिप को एडिट करके असम के मुख्‍यमंत्री के नाम पर वायरल किया गया। पूरे वीडियो को यहां देख सकते हैं।

अब हमें यह जानना था कि गौरव प्रधान कौन हैं। सोशल मीडिया पर हमें उनकी एक प्रोफाइल मिली। इसमें बताया गया कि वे गौरव प्रधान फाउंडेशन के डायरेक्‍टर हैं। वे ग्रेटर नोएडा में रहते हैं। इनके बारे में यहां से जाना जा सकता है।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज असम भाजपा के प्रवक्‍ता सुरंजन दत्ता से संपर्क किया। उन्‍होंने वायरल पोस्‍ट को बकवास बताते हुए कहा है कि वीडियो में दिख रहा है शख्‍स हमारे मुख्‍यमंत्री डॉक्‍टर हेमंत बिस्‍व सरमा नहीं हैं।

जांच को आगे बढ़ाते हुए हम उस यूजर की प्रोफाइल को स्‍कैन किया, जिसने फर्जी पोस्‍ट किया। हमें पता चला कि फेसबुक यूजर विनोद के भंडारी के साढ़े चार हजार से ज्‍यादा फ्रेंड हैं। यूजर ने अकाउंट को अप्रैल 2009 को बनाया था। फिलहाल यह यूजर मुंबई में रहता है।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। वीडियो में असम के मुख्यमंत्री नहीं, बल्कि गौरव प्रधान नाम के एक शख्‍स हैं। वीडियो पुराना है।

False
Symbols that define nature of fake news
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