Fact Check: मरीन ले पेन के वीडियो को फ्रांस के चुनावी नतीजों के बाद भावुक होने के दावे के साथ किया जा रहा वायरल

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल किया जा रहा वीडियो साल 2017 का है जब मरीन ले पेन एक रेडियो स्टेशन के कॉमिकल रिव्यु के दौरान ऑन एयर हुई थीं। वायरल वीडियो में वे भावुक नहीं, बल्कि हंसती हुई नजर आ रही हैं। वीडियो का हालिया इलेक्शन या उसके रिजल्ट से कोई भी सम्बन्ध नहीं है। वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। पिछले दिनों आये फ्रांस के इलेक्शन नतीजों के बाद सोशल मीडिया पर फ्रांस की महिला लीडर का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उन्हें मुंह पर हाथ रखकर हंसते हुए देखा जा सकता है। वीडियो को शेयर करते हुए यूजर दावा कर रहे हैं फ्रांस में मरीन ले पेन की पार्टी मुस्लिम समर्थक होने के बावजूद भी हार गई और इसी के बाद उनके भावुक होने का यह वीडियो है।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल किया जा रहा वीडियो साल 2017 का है जब मरीन ले पेन एक रेडियो स्टेशन के कॉमिकल रिव्यु के दौरान ऑन एयर हुई थीं। वायरल वीडियो में वे भावुक नहीं, बल्कि हंसती हुई नजर आ रही हैं। वीडियो का हालिया इलेक्शन या उसके रिजल्ट से  कोई भी सम्बन्ध नहीं है। वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, ‘ #फ्रांस में मरीन ले पेन की पार्टी मुस्लिम समर्थक अति वामपंथी पार्टियों के बाद तीसरे स्थान पर आई। वह जानती हैं कि फ्रांस गिर चुका है और उनका देश फिर कभी पहले जैसा नहीं रहेगा। सच्चे राष्ट्रवादी का दर्द दिख रहा है! जीत की संख्या के बावजूद पार्टी जनसांख्यिकीय परिणाम के कारण • हार गई। #भारत के लिए सबक। फ्रांस में सत्ता के भूखे वामपंथी और केंद्र दलों ने #मुस्लिम मतदाताओं की मदद से जीत हासिल की। लेकिन भारत में नरेंद्र मोदी ने देश को बाल-बाल बचा लिया। जो लोग #मोदी को गाली देते हैं, वे शायद यह नहीं देख पा रहे हों कि वह 240 सीटों के साथ भारत को कैसे बचा पाए। #कांग्रेस+भारतीय गठबंधन भारत में वही कर रहा है जो वामपंथियों ने फ्रांस में किया था। इसलिए वे मुस्लिम वोट पाने के लिए खुलेआम #हिंदुओं को गाली दे रहे हैं। पूरे दिन मोदी पर सवाल उठाते रहना आसान है।”

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखें।

पड़ताल

अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने वायरल वीडियो को गौर से देखा। वीडियो के बैकग्राउंड में हमें ‘यूरोप 1’ लिखा हुआ नजर आया। सर्च किये जाने पर हम इसी नाम के वेरिफाइड यूट्यूब चैनल पर पहुंचे और वायरल वीडियो को अलग- अलग कीवर्ड के साथ सर्च किया। सर्च में हमें यह वीडियो 9 अक्टूबर 2021 को अपलोड हुआ मिला। यहां वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि मरीन ले पेन हंसती हुई नजर आ रही हैं।”

यहां वीडियो के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, ”मार्च 2017 में मरीन ले पेन थॉमस सोटो के मॉर्निंग शो की गेस्ट रहीं। राष्ट्रीय रैली के अध्यक्ष उनकी नकलों, विशेषकर जीन-जैक्स बॉर्डिन की नकलों पर हंसी।”

वायरल वीडियो से जुड़ी जानकारी हमें फ्रेंच न्यूज वेबसाइट ओजाप डॉट कॉम पर भी मिली। 27 मार्च 2017 को पब्लिश हुए आर्टिकल के मुताबिक, ‘यूरोप 1 ने इस सोमवार को नेशनल फ्रंट की अध्यक्ष मरीन ले पेन का अपने शो में स्वागत किया। प्रेजेंटर  थॉमस सोट्टो और राजनीतिक साक्षात्कारकर्ता फेबियन नामियास ने उम्मीदवार से कई मौजूदा विषयों पर सवाल पूछे, जैसे कि व्लादिमीर पुतिन के साथ उनकी मुलाकात या गुयाना की आबादी का बढ़ता गुस्सा। इंटरव्यू के दौरान अभिनेता के सामने बैठी नेशनल फ्रंट की अध्यक्ष कई जगह अपनी हंसी के आंसू पोंछती भी नजर आईं।” इस वीडियो से जुड़ी खबर और भी कई न्यूज वेबसाइट पर पढ़ी जा सकती है।

वायरल वीडियो से जुड़ी पुष्टि के लिए फ्रांस के आईएफसीएन सिग्नेटरी ऑब्जर्वर के फैक्ट चेकर अलेक्जेंडर कैपरून से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि देते हुए बताया कि यह वीडियो पुराना है और इसमें मरीन ले पेन रो नहीं रही थी, दावा गलत है। यह फ्रेंच रेडियो यूरोप 1 के एक कॉमिकल प्रेस रिव्यु के दौरान का वीडियो है जब वह ऑन एयर थी। निकोलस कैंटेलोप फ्रांस में एक प्रसिद्ध हास्यकार हैं जो मशहूर हस्तियों की नकल करते हैं। 

खबरों के मुताबिक, फ्रांस में 577 सीटों पर वोटिंग हुई थी, जिसमें वामपंथी और मध्यमार्गी पार्टियों के गठबंधन न्यू पॉपुलर फ्रंट को 188 सीटें, राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के गठबंधन को 161 सीटें और नेशनल रैली को 142 सीटें मिलीं। यहां सरकार बनाने के लिए 289 सीटों की जरूरत होती है और  मेजोरिटी न मिलने की वजह से अभी तक किसी भी पार्टी ने सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया है।

भ्रामक वीडियो शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की सोशल स्कैनिंग में हमने पाया कि यूजर इससे पहले भी फर्जी पोस्ट को शेयर कर चुका है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल किया जा रहा वीडियो साल 2017 का है जब मरीन ले पेन एक रेडियो स्टेशन के कॉमिकल रिव्यु के दौरान ऑन एयर हुई थीं। वायरल वीडियो में वे भावुक नहीं, बल्कि हंसती हुई नजर आ रही हैं। वीडियो का हालिया इलेक्शन या उसके रिजल्ट से कोई भी सम्बन्ध नहीं है। वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है।

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