ईवीएम हैकिंग की चुनौती देने वाला चुनाव आयोग का यह वीडियो मई 2017 का है। इसका हाल-फिलहाल से कोई संबंध नहीं है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के बाद भले ही ईवीएम को लेकर मुद्दा न गरमाया हो, लेकिन सोशल मीडिया पर इसको लेकर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है। इसे शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि चुनाव आयोग (ईसी) ने लोगों को ईवीएम हैक करने की चुनौती दी है। वीडियो में कहा जा रहा है कि चुनाव आयोग ने ईवीएम को चैलेंज करने वाले राजनीतिक दलों को उसे हैक करने की खुली चुनौती दी है। इसमें 3 जून की तारीख दी गई है।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि चुनाव आयोग की चुनौती को लेकर यह वायरल वीडियो न्यूज मई 2017 की है। इस चुनौती के बाद केवल दो दल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी(मार्क्सवादी) के प्रतिनिधि चुनाव आयोग के दफ्तर पहुंचे थे, लेकिन वहां उन्होंने चैलेंज में हिस्सा नहीं लिया था। सोशल मीडिया पर पुराना वीडियो शेयर कर भ्रामक दावा किया जा रहा है।
फेसबुक यूजर Tapaswini Mahanta (आर्काइव लिंक) ने 27 दिसंबर को वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा,
“जिन्हें लगता है कि EVM हैक कर सकते हैं उन सभी को इलेक्शन कमीशन का आमंत्रण है ज़रूर स्वीकार करें”
वायरल दावे की जांच के लिए हमने सबसे पहले वीडियो न्यूज को ध्यान से देखा। आज तक का लोगो वाले इस वीडियो न्यूज में मुख्य चुनाव आयुक्त का नाम डॉ. नसीम जैदी लिखा हुआ है। वीडियो में वह 3 जून 2017 का जिक्र कर रहे हैं। इसमें कहा जा रहा है कि सभी राजनीतिक दलों को ईवीएम हैक करने की खुली चुनौती दी जा रही है। इसके तहत 3 जून 2017 से सबको मौका दिया जाएगा। हैकिंग के लिए सभी दलों को चार घंटे मिलेंगे। मतलब यह वीडियो जून 2017 का है, हाल का नहीं।
इसके बाद हमने कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर सर्च किया। 20 मई 2017 को आजतक की वेबसाइट पर छपी खबर के अनुसार, “ईवीएम में गड़बड़ी के आरोपों के बाद चुनाव आयोग ने एक कार्यक्रम में मशीनों के काम करने के तरीके के बारे में जानकारी दी। मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने कहा कि किसी भी दल ने मशीन से छेड़छाड़ का कोई ठोस सबूत नहीं दिया है। उन्होंने 12 मई को इस मामले में बुलाई गई सर्वदलीय बैठक के बाद ईवीएम में गड़बड़ी के दावे को सही साबित करने की चुनौती दी। इसके लिए ईसी EC की ओर से 3 जून की तारीख तय की गई है। आयोग ने सभी सात राष्ट्रीय दलों और 48 राज्य स्तरीय दलों को खुली चुनौती में हिस्सा लेने के लिए बुलाया है। बता दें कि बसपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस ने सर्वदलीय बैठक के दौरान ईवीएम में धांधली का आरोप लगाया था।”
20 मई 2017 को आजतक की वेबसाइट पर वायरल वीडियो न्यूज को भी देखा जा सकता है। इससे साफ होता है कि वायरल वीडियो साढ़े छह साल पुराना है।
दैनिक जागरण की वेबसाइट पर 9 मार्च 2022 को छपी खबर के अनुसार, “3 जून 2017 को चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को ईवीएम हैक करने की चुनौती दी थी। इस चुनौती के बाद दो दल एनसीपी और सीपीएम सामने आए थे लेकिन उन्होंने भी इसमें हिस्सा नहीं लिया था।”
चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, डॉ. नसीम जैदी 19 अप्रैल 2015 से 5 जुलाई 2017 तक मुख्य चुनाव आयुक्त के पद पर रहे हैं।
वर्तमान में राजीव कुमार मुख्य चुनाव आयुक्त हैं।
इस बारे में दैनिक जागरण के नेशनल ब्यूरो प्रमुख आशुतोष झा का कहना है, “वायरल वीडियो पुराना है। डॉ. नसीम जैदी अब मुख्य चुनाव आयुक्त नहीं हैं।“
भ्रामक पोस्ट करने वाले फेसबुक यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। दिल्ली में रहने वाले यूजर एक विचारधारा से प्रभावित हैं।
निष्कर्ष: ईवीएम हैकिंग की चुनौती देने वाला चुनाव आयोग का यह वीडियो मई 2017 का है। इसका हाल-फिलहाल से कोई संबंध नहीं है।
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