विश्वास न्यूज की पड़ताल में सूरत में कपड़ा कारोबारी के घर पर रेड से जुड़ी वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई। जांच में पता चला कि पश्चिम बंगाल के कोलकाता में पिछले दिनों हुए एक रेड के वीडियो को गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
नई दिल्ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर 36 सेकंड का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें कुछ लोगों को मशीनों से नोटों के बंडल को गिनते हुए देखा जा सकता है। सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को वायरल करते हुए गुजरात के सूरत का बता रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि सूरत के कपड़ा कारोबारी शेखर अग्रवाल के घर ईडी ने छापा मारा। दावा यह भी किया जा रहा है कि वीडियो कांग्रेस से आम आदमी पार्टी में शामिल हुए शेखर अग्रवाल के घर छापे का है। विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट के दावे की जांच की। यह फर्जी साबित हुआ। पता चला कि गुजरात के सूरत में ऐसी कोई रेड नहीं पड़ी है। वीडियो कोलकाता में पड़ी एक रेड का है। इसका गुजरात से कोई संबंध नहीं है।
फेसबुक यूजर अनुराग त्रिवेदी ने 17 सितंबर को एक वीडियो को अपलोड किया। इस वीडियो में कुछ लोगों को मशीनों ने नोट गिनते हुए देखा जा सकता है। 36 सेकंड के इस वीडियो को वायरल करते हुए फेसबुक यूजर ने दावा किया : ‘GUJ : सूरत के कपड़ा व्यापारी Sekhar Agarwal के घर से ED ने बरामद किया 2000 और 500 के बंडलों का अंबार, गिनती के लिए मंगाई गई मशीन!पहले कांग्रेस मे था… अब आप मे जुड़ गया है! चम्मचो मे मची भगदड हुए निराश।’
फेसबुक पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। पोस्ट को सच समझकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच करने के लिए सबसे पहले गूगल ओपन सर्च टूल का सहारा लिया। संबंधित कीवर्ड टाइप करके सर्च करने पर हमें एक भी ऐसी खबर नहीं मिली, जो वायरल दावे की पुष्टि करती हो। जांच को आगे बढ़ाते हुए विश्वास न्यूज ने वायरल वीडियो के कई ग्रैब्स निकाले। फिर इन्हें गूगल रिवर्स इमेज टूल में अपलोड करके सर्च किया। हमें वायरल वीडियो कई जगह मिला। ओरिजनल वीडियो न्यूज एजेंसी एएनआई के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर मिला। 10 सितंबर को अपलोड इस वीडियो को लेकर बताया गया कि पश्चिम बंगाल के कोलकाता में बिजनेसमैन के घर पर ईडी की रेड के दौरान मशीन से करोड़ों रुपये गिने गए।
सर्च के दौरान एनडीटीवी की वेबसाइट पर एक खबर मिली। इसमें भी वायरल वीडियो के फुटेज का इस्तेमाल किया गया था। 11 सितंबर 2022 को पब्लिश इस खबर में बताया गया कि ईडी की छापेमारी में 17 करोड़ 32 लाख नगद मिले। यह छापेमारी कोलकाता के गेमिंग ऐप के प्रमोटर के घर पर हुई थी। पूरी खबर यहां पढ़ें।
इससे जुड़ी खबर हमें जागरण डॉट कॉम की वेबसाइट पर भी मिली। 10 सितंबर को प्रकाशित इस खबर में बताया गया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को कोलकाता में छापेमारी के तहत गार्डेनरीच इलाके में निसार खान नामक ट्रांसपोर्ट कारोबारी के घर से नोटों का पहाड़ मिला है। निसार खान के बेटे आमिर खान पर मोबाइल गेम ऐप के जरिए ठगी का आरोप है। आमिर खान ने ई-नगेट्स नामक एक मोबाइल गेमिंग ऐप बनाया था। पूरी खबर यहां पढ़ें।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए गुजरात में स्थित दैनिक जागरण के वरिष्ठ संवाददाता शत्रुघ्न शर्मा से संपर्क किया। उनके साथ वायरल पोस्ट को शेयर किया। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि सूरत में ऐसी कोई कार्रवाई नहीं हुई है, जिसमें इस तरह नोट गिनने के लिए मशीन मंगानी पड़ी हो।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल के अंत में फेसबुक यूजर अनुराग त्रिवेदी की सोशल स्कैनिंग की। पता चला कि यूजर यूपी के गोरखपुर में रहता है। इस यूजर के 4755 फ्रेंड हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में सूरत में कपड़ा कारोबारी के घर पर रेड से जुड़ी वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई। जांच में पता चला कि पश्चिम बंगाल के कोलकाता में पिछले दिनों हुए एक रेड के वीडियो को गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।