Fact Check : दौसा में सचिन पायलट के स्वागत का नहीं, महाराष्ट्र के सीएम शिंदे के काफिले का है यह वीडियो
विश्वास न्यूज की जांच में सचिन पायलट के स्वागत के नाम पर वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत निकला। वायरल वीडियो का राजस्थान चुनाव से कोई संबंध नहीं है। असल में यह वीडियो महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के काफिले का है। सीएम शिंदे एक योजना को लॉन्च करने के लिए अपने गृह जिले सतारा गए हुए थे। वहीं, पर बुलडोजर की मदद से उनके काफिले पर फूलों की वर्षा की गई थी।
- By: Pragya Shukla
- Published: Nov 18, 2023 at 02:37 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। राजस्थान में जल्द मतदान होने वाले हैं। ऐसे में मतदान से पहले सभी राजनीतिक दल जमकर रैलियां और रोड शो कर रहे हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि एक काफिले पर बुलडोजर के जरिए फूलों की वर्षा की जा रही है। इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि सचिन पायलट का काफिला दौसा से होकर गुजर रहा था। वहां पर लोगों ने बुलडोजर की मदद से उनके काफिले पर फूलों की वर्षा की।
विश्वास न्यूज की जांच में वायरल दावा गलत निकला। वायरल वीडियो का राजस्थान चुनाव से कोई संबंध नहीं है। असल में यह वीडियो महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के काफिले का है। सीएम शिंदे एक योजना को लॉन्च करने के लिए अपने गृह जिले सतारा गए हुए थे। वहीं, पर बुलडोजर की मदद से उनके काफिले पर फूलों की वर्षा की गई थी।
क्या हो रहा है वायरल ?
फेसबुक यूजर ‘सचिन पायलट फैन’ ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “सचिन पायलट जी पर दौसा में जेसीबी से फूल बरसाए गए।”
पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।
पड़ताल
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च किया। हमें वायरल वीडियो का लंबा वर्जन न्यूज 18 लोकमत के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर अपलोड हुआ मिला। वीडियो को 13 मई 2023 को अपलोड किया गया है। मौजूद जानकारी के मुताबिक, वीडियो महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के काफिले का है।
प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने एक बार फिर अन्य कीवर्ड्स की मदद से गूगल पर सर्च किया। हमें दावे से जुड़ी रिपोर्ट मराठी न्यूज वेबसाइट लोकसत्ता की वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को 13 मई 2023 को प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अपने गृह जिले सतारा गए हुए थे, वहीं पर लोगों ने उनका स्वागत अनोखे तरीके से बुलडोजर से पुष्प वर्षा कर किया।
अन्य न्यूज रिपोर्ट को यहां पर देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने वायरल वीडियो को लेकर महाराष्ट्र के वर्धा मीडिया इंडिया की डिप्टी लीड एडिटर मंजरी फडनिस से बातचीत की। उनका कहना है, “वायरल वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा गलत है। वीडियो महाराष्ट्र के सीएम शिंदे के काफिले का है और करीब छह महीने पुराना है। जब वो एक योजना को लॉन्च करने के लिए अपने गृह जिले सतारा पहुंचे थे। वहां पर लोगों ने उनका स्वागत काफी अनोखे तरीके से किया था। उस दौरान यह वीडियो काफी वायरल हुआ था।”
विश्वास न्यूज ने पहले भी इस वीडियो की जांच की है, तब यह वीडियो एल्विश यादव के नाम से वायरल हुई थी। इसे आप यहां देख सकते हैं।
अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। पेज को 167 लोग फॉलो करते हैं। पेज पर सचिन पायलट से जुड़ी पोस्ट मौजूद हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की जांच में सचिन पायलट के स्वागत के नाम पर वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत निकला। वायरल वीडियो का राजस्थान चुनाव से कोई संबंध नहीं है। असल में यह वीडियो महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के काफिले का है। सीएम शिंदे एक योजना को लॉन्च करने के लिए अपने गृह जिले सतारा गए हुए थे। वहीं, पर बुलडोजर की मदद से उनके काफिले पर फूलों की वर्षा की गई थी।
- Claim Review : सचिन पायलट पर दौसा में जेसीबी से फूल बरसाए गए।
- Claimed By : फेसबुक यूजर Sachin pilot fans
- Fact Check : झूठ
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