विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि चरणामृत पीते अशोक गहलोत का वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि करीब एक साल पुराना है। वीडियो के एक फ्रेम को दुष्प्रचार की मंशा से शेयर किया जा रहा है। अशोक गहलोत को जब इसका एहसास हुआ कि उनके चेहरे पर मास्क है, उन्होंने तुरंत मास्क हटा दिया था और चरणामृत को ग्रहण किया था।
विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। राजस्थान सहित पांच राज्यों में चुनाव की घोषणा हो चुकी है। इसी बीच सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो को हाल का बताते हुए दावा किया जा रहा है कि वो मंदिर में दर्शन करने के लिए गए और वहां पर बिना मास्क उतारे ही चरणामृत ग्रहण कर लिया।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि करीब एक साल पुराना है। वीडियो के एक फ्रेम को दुष्प्रचार की मंशा से शेयर किया जा रहा है। अशोक गहलोत को जब इसका एहसास हुआ कि उनके चेहरे पर मास्क है उन्होंने तुरंत मास्क हटा दिया था और चरणामृत को ग्रहण किया था।
ट्विटर यूजर दीपक व्यास ने 23 अक्टूबर 2023 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “बिना मास्क उतारे दोनों हाथ से चरणामृत लेकर* *आज राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत* *ने साबित कर दिया की राहुल गाँधी के बाद कांग्रेस अध्यक्ष के वो ही असल दावेदार है *असल में हम* *राहुल गांधी के भी बाप हैं. ये हिंदू नहि हो सकता संस्कार से चरणामृत केसे लेना का भी नहीं पता।”
पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।
वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने वीडियो पर गौर किया। हमने पाया कि अशोक गहलोत ने मास्क पहना हुआ है। इससे हमें वीडियो के पुराने होने का एहसास हुआ। फिर हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च किया। हमें वीडियो का एक लंबा वर्जन अवधेश अकोदिया नामक एक पत्रकार के आधिकारिक एक्स अकाउंट पर मिला। वीडियो को 6 सितंबर 2022 को शेयर किया गया है। कैप्शन में मौजूद जानकारी के मुताबिक, “वीडियो एडिटेड है। वीडियो में 5 सेकंड के बाद अशोक गहलोत एक हाथ से मास्क हटाते हुए और दूसरे से चरणामृत लेते हुए दिख रहे हैं।” वीडियो में उन्हें ऐसा करते हुए देखा भी जा सकता है।
पड़ताल के दौरान हमें दावे से जुड़ी एक न्यूज रिपोर्ट वनइंडिया की आधिकारिक वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को 23 सितंबर 2022 को प्रकाशित किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, “राजस्थान के मुखिया अशोक गहलोत जैसलमेर दौरे पर गए थे, जहां वो प्रसिद्ध रामदेवरा मंदिर में दर्शन करने पहुंचे। सीएम गहलोत जब रामदेवरा मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचे तो उन्होंने फेस मास्क लगाया हुआ था। इस दौरान मंदिर के पुजारी ने उनके हाथ में चरणामृत दिया, जिसके बाद सीएम गहलोत ने मास्क पहने हुए ही हाथ मुंह की तरफ चरणामृत पीने के लिए बढ़ाया। हालांकि, इसके बाद तुरंत उनको एहसास हुआ तो उन्होंने मास्क हटाकर पवित्र जल लिया। लेकिन सोशल मीडिया पर इस वाक्य का आधा वीडियो काटकर वायरल कर दिया गया।”
हमें इस घटना पर अशोक गहलोत की प्रतिक्रिया देते हुए एक वीडियो अमर उजाला के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मिला। वीडियो को 8 सितंबर 2022 को शेयर किया गया है। वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए अशोक गहलोत ने कहा, “इस तरह की बातें वो लोग उड़ाते हैं, जिन्हें कोई काम नहीं होता है। मुझे ध्यान नहीं है कोई मास्क लगाकर पानी पी सकता है। मुझे ध्यान नहीं है, ऐसा कोई वाकया हुआ है। ये लोग पता नहीं, कहां-कहां से ऐसे वीडियो लेकर आ जाते हैं। जो लोग काम नहीं करते हैं, वो षड्यंत्र करते हैं।”
अधिक जानकारी के लिए हमने राजस्थान दैनिक जागरण के संवाददाता नरेंद्र शर्मा से संपर्क किया। उन्होंने वायरल वीडियो को पुराना और एडिटेड बताया है।
पहले भी यह वीडियो गलत दावे के साथ वायरल हो चुका है। विश्वास न्यूज की रिपोर्ट को यहां पर पढ़ा जा सकता है।
अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर को 169 लोग फॉलो करते हैं। यूजर अप्रैल 2015 से ट्विटर पर सक्रिय है।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि चरणामृत पीते अशोक गहलोत का वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि करीब एक साल पुराना है। वीडियो के एक फ्रेम को दुष्प्रचार की मंशा से शेयर किया जा रहा है। अशोक गहलोत को जब इसका एहसास हुआ कि उनके चेहरे पर मास्क है, उन्होंने तुरंत मास्क हटा दिया था और चरणामृत को ग्रहण किया था।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।