Fact Check : हरियाणा में आपसी रंजिश में हुई मारपीट के वीडियो को राजस्थान के साम्प्रदायिक हिंसा से जोड़कर किया जा रहा वायरल

विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई। सोशल मीडिया पर हरियाणा के वीडियो को राजस्थान से साम्प्रदायिक एंगल जोड़ कर वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। राजस्थान के जोधपुर में ईद के दिन भड़की साम्प्रदायिक हिंसा के बाद से ही सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर फर्जी तस्वीरों और वीडियो के फैलने का सिलसिला जारी है। अब सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर 30 सेकेंड का एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो में दुकान के सामने कुछ लोग लोहे के रॉड से एक युवक को बेरहमी से पीटते हुए नजर आ रहे हैं। पीड़ित युवक के मुंह से खून निकल रहा है। सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को राजस्थान के जोधपुर का बताते हुए दावा कर रहे हैं कि जोधपुर में इंटरनेट सेवा इसलिए बंद कर दिया है, ताकि मुस्लिम हिंदुओ का कत्ल कर सकें।

विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। यह फर्जी साबित हुई। जिस वीडियो को राजस्थान का बताकर वायरल किया जा रहा है, वह वीडियो हरियाणा का है।

क्या हो रहा वायरल?

फेसबुक यूजर विनय खन्ना विंक ने 7 मई को मारपीट के वीडियो को अपलोड करते हुए दावा किया है: ‘काँग्रेस पार्टी के मिया गहलोत ने आज जोधपुर का इंटरनेट इसलिए बंद किया ताकि मुल्ले खुले आम हिन्दुओ का कत्ल कर सके इसलिए बार बार कह रहा हूँ कि हिन्दू जल्द इस्लामिक पार्टी काँग्रेस को पहचान ले नहीं तो एक भी हिन्दू जिंदा नहीं बचेगा।’

कई अन्य यूजर्स ने भी इसे शेयर किया है। फैक्ट चेक के उद्देश्य से पोस्ट के कंटेंट को ज्यों का त्यों लिखा गया है। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए सबसे पहले इनविड टूल की मदद से वायरल वीडियो के कई ग्रैब्स निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज टूल की मदद से सर्च किया। सर्च के दौरान हमें विभिन्न मीडिया प्लेटफार्म पर वायरल तस्वीर के साथ प्रकाशित रिपोर्ट मिली। 2 मई को दैनिक जागरण न्यूज वेबसाइट पर प्रकाशित एक खबर के अनुसार, हरियाणा के यमुनानगर में साढौरा थाना क्षेत्र के सुल्तानपुर गांव निवासी कमलजोत को 15 हजार रुपये के लेन-देन को लेकर चले आ रहे रंजिश के कारण बेरहमी से पीटा। करीब तीन महीने पहले कमलजीत ने अपने साथियों के साथ दूसरे पक्ष के लोगों को पीटा था। पूरी खबर को यहां पढ़ा जा सकता है।

अमर उजाला में भी 1 मई को इस घटना से संबंधित खबर प्रकाशित मिली। रिपोर्ट के अनुसार, पेशे से ड्राइवर कमलजीत को यमुनानगर के साढौरा में कार से आये दर्जनभर युवक ने बेरहमी से पीटा। जिससे उसके दांत, बाजू और टांग टूट गए हैं।

यमुनानगर पुलिस के अधिकारिक ट्विटर अकाउंट से भी 3 मई को इस घटना में हुई कार्रवाई को लेकर ट्वीट किया गया है।

अधिक जानकारी के लिए हमने हरियाणा पुलिस के आधिकारिक वेबसाइट ( haryanapolice.gov.in ) पर मौजूद साढौरा थाना के उपलब्ध नंबर के माध्यम से उनसे संपर्क किया। कार्यरत पुलिस अधिकारी ने हमें बताया कि दोनों पक्षों में पहले से ही झगड़ा होते रहे हैं। इसमें किसी भी तरह का कोई साम्प्रदायिक एंगल नहीं है। इस मामले में अभी तक 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

स्थानीय पत्रकार पोपिन पवार ने भी हमें बताया कि घटना साढौरा थाना के सुल्तानपुर गांव की है। दोनों में आपसी रंजिश के कारण झगड़े हुए है।

इंटरनेट बंदी और राजस्थान से जुड़े दावों को पुष्टि करने के लिए हमने अपने सहयोगी दैनिक जागरण के राजस्थान ब्यूरो प्रमुख नरेंद्र शर्मा से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि इंटरनेट तो बंद किया गया था, लेकिन इस दावों में कोई सच्चाई नहीं है।

पड़ताल के अंत में विश्वास न्यूज ने फर्जी पोस्ट करने वाले फेसबुक यूजर की जांच की। फेसबुक यूजर विनय खन्ना विंक बरेली का रहने वाला है। इसे 52 लोग फॉलो करते हैं और इसके 378 दोस्त हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई। सोशल मीडिया पर हरियाणा के वीडियो को राजस्थान से साम्प्रदायिक एंगल जोड़ कर वायरल किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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