Fact Check : शराब तस्करों की गिरफ्तारी के वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर कर्नाटक चुनाव से जोड़कर किया जा रहा शेयर

बुर्काधारी पुरुष शराब की तस्करी करने वाले गैंग का सदस्य था, जिसे आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले से गिरफ्तार किया गया था। अब इस घटना के वीडियो को कर्नाटक चुनाव से जोड़कर शेयर किया जा रहा है। 

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। कर्नाटक की 224 सीटों के लिए मतदान हो  चुके हैं। अब सभी राजनीतिक दल नतीजों का इंतजार कर रहे  हैं। मगर, सोशल मीडिया पर लगातार फेक वीडियो और तस्वीरों का वायरल होना जारी है। इसी बीच बुर्का पहने एक शख्स का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह कर्नाटक चुनाव के दौरान का वीडियो है। कुछ लोग बुर्का पहनकर पुलिस पर पथराव कर रहे थे। कई सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को बीजेपी से भी जोड़कर शेयर कर रहे हैं। 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो का कर्नाटक चुनाव से कोई संबंध नहीं है। वीडियो तकरीबन तीन साल पुराना है। बुर्काधारी पुरुष शराब की तस्करी करने वाले गैंग का सदस्य था, जिसे आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले से गिरफ्तार किया गया था। अब इस घटना के वीडियो को कर्नाटक चुनाव से जोड़कर शेयर किया जा रहा है। 

क्या हो रहा है वायरल ?

ट्विटर दीपेश ग्रेवाल यूजर ने 11 मई 2023 को वायरल वीडियो को शेयर किया है। यूजर ने वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “मुसलमान को बदनाम करने के लिये बुर्का पहन कर कर्नाटक में पथराव कर रहा था ये! भक्तों भाजपा के ख़िलाफ़ साज़िश मत कहना अभी भाजपा की सरकार ही है वहाँ!” #KarnatakaElection2023  #KarnatakaAssemblyElection2023  #BJP

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

वायरल वीडियो के सच को जानने के लिए हमने कीवर्ड्स की मदद ली। हमने कीवर्ड्स की मदद से गूगल पर सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो फेसबुक पेज PNS News India पर 8 अगस्त 2020 को शेयर हुआ मिला। यहां पर वीडियो को तेलंगाना के शराब तस्करी की घटना का बताया है।

प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने एक बार फिर अन्य कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। हमें वीडियो से जुड़ी एक रिपोर्ट ईटीवी आंध्र प्रदेश के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मिली। वीडियो रिपोर्ट को अगस्त 2020 को शेयर किया गया है। दी गई जानकारी के अनुसार, “यह वीडियो आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में हुई शराब तस्करी का है। दरअसल, शराब की तस्करी करने वाले लोग शराब को कम दामों में खरीदने के लिए तेलंगाना आते हैं। फिर वो यहां से शराब को खरीदकर उसे ज्यादा पैसों में आंध्र प्रदेश में बेच देते हैं। ऐसे ही कुछ शराब तस्करों को पुलिस ने गिरफ्तार किया।”

अधिक जानकारी के लिए हमने कर्नाटक के स्थानीय पत्रकार यासीर खान से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल वीडियो कर्नाटक का नहीं है।

यह वीडियो पहले भी एक अलग दावे का साथ वायरल हो चुका है। उस दौरान हमने इस वीडियो को लेकर कुरनूल तालुका के पुलिस इंस्पेक्टर ओबू लेसू से बातचीत की थी। उन्होंने हमें बताया था, “यह वीडियो तेलंगाना की एक घटना का है। पुलिस ने पंचापल्ली इलाके से इन सभी लोगों को पकड़ा था। बुर्का पहने ये लोग  शराब की तस्करी करते थे।”

जांच के अंत में हमने वीडियो को शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर को 84 लोग फॉलो करते हैं। प्रोफाइल पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, यूजर हरियाणा का रहने वाला है। यूजर जून 2020 से ट्विटर पर सक्रिय है।

निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि बुर्का पहने लोगों को गिरफ्तार करती पुलिस के वायरल वीडियो का कर्नाटक चुनाव से कोई संबंध नहीं है। वीडियो तकरीबन तीन साल पुराना है। बुर्काधारी पुरुष शराब की तस्करी करने वाले गैंग का सदस्य था, जिसे आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले से गिरफ्तार किया गया था। अब इस घटना के वीडियो को कर्नाटक चुनाव से जोड़कर शेयर किया जा रहा है। 

False
Symbols that define nature of fake news
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