Fact Check: राजस्थान में एक ही समुदाय के दो गुटों के बीच आपसी रंजिश की वजह से हुई खूनी झड़प का वीडियो सांप्रदायिक दावे से वायरल
राजस्थान के जोधपुर में एक ही समुदाय (हिंदू) के दो गुटों के बीच आपसी रंजिश की वजह से हुई खूनी झड़प के वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है।
- By: Abhishek Parashar
- Published: Sep 23, 2021 at 12:29 PM
- Updated: Nov 11, 2021 at 12:31 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो को राजस्थान में हुई घटना का बताकर उसे सांप्रदायिक दावे से वायरल किया जा रहा है। वीडियो में कुछ लोगों को एक व्यक्ति और कुछ महिलाओं को निर्ममतापूर्वक पीटते हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि आरोपी पक्ष के मुस्लिम समुदाय का होने की वजह से राज्य की पुलिस उनकी गिरफ्तारी नहीं कर रही है।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा भ्रामक निकला। वायरल हो रहा वीडियो राजस्थान की घटना से ही संबंधित है, लेकिन इसे सांप्रदायिक रंग देकर गलत भड़काऊ दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। संघर्ष में शामिल दोनों पक्ष एक ही समुदाय से संबंधित हैं और उनके बीच मारपीट की वजह आपसी रंजिश थी।
क्या है वायरल पोस्ट में?
फेसबुक यूजर ‘Amit Kumar Sharma’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”मुल्लों को कोई डर नहीं क्योंकि राजस्थान में इनकी कांग्रेस सरकार है…जय हो #गहलोतराजजंगलराज अभी तक 5 दिन हो गए एक भी गिरफ़्तारी नहीं क्योंकि मारने वाले मुस्लिम हैं।”
फेसबुक यूजर ‘श्री बजरंग सेना’ ने भी वायरल वीडियो को शेयर (आर्काइव लिंक) करते हुए लिखा है, ”मुल्लों को कोई डर नहीं क्योंकि राजस्थान में इनकी कांग्रेस सरकार है, जय हो गहलोत अभी तक 5 दिन हो गए एक भी गिरफ़्तारी नहीं क्योंकि मारने वाले मुस्लिम हैं😎।”
सोशल मीडिया पर कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। ट्विटर पर भी कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान दावे के साथ शेयर किया है।
पड़ताल
वायरल वीडियो की स्क्रीनशॉट को रिवर्स इमेज सर्च किए जाने पर जाने पर दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर 22 सितंबर को प्रकाशित रिपोर्ट मिली, जिसमें वायरल वीडियो को देखा जा सकता है।
रिपोर्ट के मुताबिक, ‘जोधपुर में गणपति विसर्जन से पहले चंदे को लेकर हुए विवाद में बेरहमी से पिटाई का वीडियो सामने आया है। निहत्थे युवक को तीन-चार लोग सरिए से पीट रहे हैं। बचाने आए लोगों पर भी हमला कर दिया। पीड़ित की मां को भी नहीं छोड़ा। मामला 19 सितंबर को है। फुटेज मंगलवार को सामने आया। वीडियो के आधार पर पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। महामंदिर क्षेत्र में मानसागर में दो पक्षों में आपसी रंजिश के कारण युवक और महिलाओं पर हमला हुआ था, जिन्हें जमकर सरियों से पीटा गया था। शांति भंग मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बाद में फुटेज के अनुसार 10 लोगों को हत्या के प्रयास मामले में गिरफ्तार किया गया है। मामला जोधपुर के महामंदिर क्षेत्र में मानसागर का है।’
रिपोर्ट में बताया गया है कि दोनों ही पक्षों के बीच पहले से ही आपसी रंजिश चली आ रही थी। रिपोर्ट में पीड़ितों और आरोपियों के नामों का भी जिक्र है, जिससे यह पता चलता है कि यह सभी हिंदू समुदाय से संबंधित हैं।
रिपोर्ट में किए गए दावे की पुष्टि के लिए हमने न्यूज सर्च की मदद ली। सर्च में पत्रिका डॉट कॉम की वेबसाइट पर 21 सितंबर 2021 को प्रकाशित रिपोर्ट से उपरोक्त दावों की पुष्टि होती है।
रिपोर्ट के मुताबिक, ‘महामंदिर थानान्तर्गत मानसागर के खटीकों का मोहल्ला में पारिवारिक रंजिश को लेकर धारदार हथियारों से हमले के मामले में जमानत पर छूटते ही दस आरोपियों को सोमवार को फिर से हिरासत में ले लिया गया। थानाधिकारी लेखराज सिहाग ने बताया कि खटीकों का मोहल्ला में रविवार को जानलेना हमले में कमलेश खटीक, अजय, कैलाश, शांतिदेवी व कंचनदेवी घायल हो गए थे। हमले में शामिल मनोहरलाल पुत्र कालूराम खटीक, रविंद्र पुत्र संतोष खटीक, भरत पुत्र अशोक नागौरा, विशाल पुत्र चंपालाल, उसका भाई विकास, संतोष पुत्र भंवरलाल, देवीलाल पुत्र शंकरलाल, घनश्याम पुत्र मनोहरलाल, पुखराज और भवानी पुत्र कंवरलाल चंदेल को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।’
दोनों ही रिपोर्ट से यह बात स्पष्ट होती है कि राजस्थान के जोधपुर में हुई घटना आपसी रंजिश का नतीजा था, न कि हिंदू और मुस्लिम समुदाय के बीच का झगड़ा। इस मामले के बारे में विशेष जानकारी के लिए हमने महामंदिर पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी लेखराज सिहाग से बात की। उन्होंने इस घटना के सांप्रदायिक झड़प होने की बात का खंडन करते हुए कहा, ‘आरोपी और पीड़ित पक्ष एक ही मोहल्ले में रहने वाले हैं और उनके बीच आपसी रंजिश पहले से चली आ रही थी। दोनों ही पक्ष हिंदू (एससी समुदाय) हैं और इसमें कोई मुस्लिम व्यक्ति शामिल नहीं है।’
अधिकारी ने बताया, ’19 सितंबर की इस घटना में पुलिस ने एफआईआर दर्ज करते हुए 12 लोगों को गिरफ्तार किया था। इसमें से छह आरोपी पुलिस रिमांड पर हैं। झड़प में किसी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है।’
वायरल वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले पेज को फेसबुक पर करीब 64 हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: राजस्थान के जोधपुर में एक ही समुदाय के दो गुटों के बीच आपसी रंजिश की वजह से हुई खूनी झड़प के वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है।
- Claim Review : मुल्लों को कोई डर नहीं क्योंकि राजस्थान में इनकी कांग्रेस सरकार है जय हो गहलोत अभी तक 5 दिन हो गए एक भी गिरफ़्तारी नहीं क्योंकि मारने वाले मुस्लिम हैं
- Claimed By : FB Page-Amit Kumar Sharma
- Fact Check : भ्रामक
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