हरदोई की रहने वाली वैशाली यादव यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रही हैं। उनके पिता महेंद्र सिंह यादव सपा से जुड़े हुए हैं। वैशाली इस समय रोमानिया में हैं और 1 मार्च की रात तक घर वापस नहीं पहुंच पाई थीं। 1 मार्च की रात तक वह रोमानिया में फंसी हुई थीं। पुलिस द्वारा उनको पकड़े जाने की बात गलत है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। यूक्रेन और रूस के युद्ध के बीच कई फर्जी वीडियो और पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। ऐसी ही एक पोस्ट वैशाली यादव के बारे में भी है। सोशल मीडिया पर युवती की एक फोटो पोस्ट कर दावा किया जा रहा है कि हरदोई निवासी महेंद्र यादव की बेटी वैशाली यादव ने सरकार को बदनाम करने के लिए खुद को यूक्रेन में मेडिकल छात्रा बताकर फर्जी वीडियो बनाया। दावा है कि जब पुलिस ने उसको पकड़ा तो उसने कहा कि उसने अपने पिता के कहने पर ऐसा किया है। उसके पिता सपा के नेता हैं।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल फोटो वैशाली यादव की ही है लेकिन वह इस समय रोमानिया में फंसी हुई हैं। वह यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रही हैं। उनकी फोटो वायरल कर भ्रामक दावा किया जा रहा है।
क्या है वायरल पोस्ट में
ट्विटर यूजर @022BJP (आर्काइव) ने 1 मार्च 2022 को फोटो पोस्ट करते हुए लिखा,
यूक्रेन में मेडिकल छात्रा बताकर सरकार पर आरोप लगाकर वीडियो बनाने वाली लड़की वैशाली यादव पुत्री महेंद्र यादव, हरदोई को जब पुलिस ने पकड़ा तो पता चला कि वीडियो पिता के कहने पर सरकार को बदनाम करने के लिये बनाया वैशाली के पिता समाजवादी पार्टी के नेता है
फेसबुक यूजर Suresh Maurya ने 48 सेकंड का वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा,
सोचिए कुछ नीच किस्म के लोग इस आपदा की घड़ी में भी मोदी जी और योगी जी को बदनाम करने के लिए कैसी-कैसी घिनौनी नीचता पर उतर आते हैं.
पहली नजर में इस लड़की की मार्मिक अपील पर आपको यह लग रहा होगा यह लड़की यूक्रेन में फंसी है और मोदी जी इसकी कोई मदद नहीं कर रहे हैं, योगी जी भी कोई मदद नहीं कर रहे हैं.
लेकिन आप जान करिए चौक जाएंगे कि यह लड़की अपने घर उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में अपने घर पर ही है. इसका बाप समाजवादी पार्टी का नेता है और यह प्रपंच सिर्फ चुनाव में फायदे के लिए कर रही है।
इसका घर उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के सांडी विकास खंड के ग्राम तेरा पुरसौली की निविसी वैशाली यादव प्रधान हैं। पिता महेंद्र यादव पूर्व ब्लाक प्रमुख हैं। उन्होंने बताया कि यूक्रेन में एमबीबीएस कर रही है। यूक्रेन में तीन वर्ष का एमबीबीएस कोर्स है और उसका आखिरी सेमेस्टर चल रहा है। वर्ष 2021 के सितंबर में वैशाली यूक्रेन गई थी। पिछले कुछ दिनों से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की आहट से वह परेशान थी। बुधवार को उसकी यूक्रेन से भारत के लिए फ्लाइट थी, लेकिन जिस जगह पर वैशाली रह रही थी, वहीं पर यूक्रेन का मिलिट्री कैंट है, जिस पर रूस ने मिसाइल छोड़ दिया, जिसके बाद पूरा शहर बंद हो गया और आपातकाल घोषित कर दिया गया। शहर बंद होने के कारण वैशाली को खाने पीने की सामग्री भी नहीं मिल पा रही है। वह लगातार बेटी से फोन पर हालचाल ले रहे हैं। पूरा परिवार बेटी को लेकर चिंतित है?
लेकिन जब प्रशासन ने जांच किया तब पता चला कि यह “बैशाली यादव” यूक्रेन में नहीं बल्कि अपने घर से ही वीडियो बनाकर डाल रही थी
उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में अपने गांव में ही रह रही है और इसने सिर्फ चुनावी फायदे के लिए इतना घटिया और घिनौना हथकंडा अपनाया था,
वीडियो में युवती कह रही है कि वह यूक्रेन में मेडिकल की स्टूडेंट है। वहां काफी डर का माहौल और सभी अपने—अपने फ्लैट्स में बंद हैं। बाहर बम गिर रहे हैं। उन्होंने सरकार से मदद मांगी।
हमें ‘विश्वास न्यूज’ के चैटबॉट नंबर +91 95992 99372 पर भी यह पोस्ट चेक करने के लिए भेजी गई।
पड़ताल
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले कीवर्ड से इस बारे में सर्च किया। इसमें हमें 24 फरवरी को jagran में छपी खबर का लिंक मिला। इसमें लगी फोटो भी वायरल फोटो से मिलती—जुलती है। इसके कैप्शन में युवती का नाम वैशाली लिखा है। खबर के मुताबिक, हरदोई की वैशाली यादव यूक्रेन में फंसी हुई हैं। वह वहां एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही हैं। वैशाली तेरा पुरसौली की ग्राम प्रधान भी हैं। तेरा पुरसौली गांव सांडी विकास खंड में पड़ता है। उनके पिता महेंद्र यादव ब्लॉक प्रमुख रह चुके हैं। वैशाली का एमबीबीएस का अंतिम सेमेस्टर चल रहा है। पिछले साल सितंबर में वह यूक्रेन गई थीं। उनका परिवार फोन पर हालचाल ले रहा है।
25 फरवरी को timesofindia में छपी खबर के अनुसार, हरदोई के एक गांव की प्रधान वैशाली यूक्रेन से एमबीबीएस कर रही हैं। टीओआई के साथ बातचीत में उन्होंने कहा है कि वह अपने पंजाब और हरियाणा के साथियों के साथ वहां रह रही हैं। जब उनकी आंख खुली तो उन्होंने देखा कि शहर में काला धुआं फैला हुआ है। वह 15 दिन से डर में जी रहे हैं। वैशाली इवानो फ्रैंकिवक नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी से पढाई कर रही हैं। उन्होंने सरकार से उनको वहां से निकालने की अपील की।
@Live_Hindustan के ट्विटर अकाउंट से वैशाली का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा गया है कि हरदोई के सांडी ब्लॉक के पूर्व ब्लॉक प्रमुख की बेटी महेंद्र सिंह यादव की बेटी वैशाली यादव यूक्रेन में फंस गई हैं। वीडियो 24 फरवरी 2022 को ट्वीट किया गया है।
24 फरवरी को news18 में छपी खबर में लिखा है कि यूक्रेन में डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहीं वैशाली यादव ग्राम प्रधान भी हैं। वह पिछले साल यूपी में पंचायत चुनावों में गांव आई थीं। उस चुनाव में उन्होंने जीत दर्ज की थी। प्रधान बनने के बाद वह वापस यूक्रेन चली गई थीं। इसको लेकर पंचायतराज सख्त हो गया है।
इस बारे में हरदोई में दैनिक जागरण के ब्यूरो चीफ पंकज मिश्र का कहना है, वैशाली गांव की प्रधान हैं और यूक्रेन से मेडिकल की पढ़ाई कर रही हैं। वह इस समय रोमानिया में हैं। उनकी कल शाम को फ्लाइट आनी थी लेकिन मौसम खराब होने की वजह से वह नहीं आ पाईं। इनके पिता पूर्व ब्लॉक प्रमुख हैं और सपा से जुड़े हुए हैं। वैशाली यादव को पुलिस द्वारा पकड़े जाने की बात गलत है। वह यहां अभी आई ही नहीं हैं। पंकज मिश्र ने वैशाली के पिता महेंद्र यादव से बात की तो उनका कहना था कि वह अभी रोमानिया में है।
फोटो को भ्रामक दावे से वायरल करने वाले ट्विटर यूजर @022BJP की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। वह जुलाई 2021 से ट्विटर पर हैं और एक राजनीतिक विचारधारा से प्रेरित हैं।
निष्कर्ष: हरदोई की रहने वाली वैशाली यादव यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रही हैं। उनके पिता महेंद्र सिंह यादव सपा से जुड़े हुए हैं। वैशाली इस समय रोमानिया में हैं और 1 मार्च की रात तक घर वापस नहीं पहुंच पाई थीं। 1 मार्च की रात तक वह रोमानिया में फंसी हुई थीं। पुलिस द्वारा उनको पकड़े जाने की बात गलत है।
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