विश्वास टीम की पड़ताल में यह दावा फर्जी साबित हुआ। वायरल वीडियो का प्रियंका गांधी या उनके नारे से कोई संबंध नहीं है। वायरल वीडियो साल 2018 का है। दरअसल साल 2018 में छेड़खानी से परेशान होकर कुछ लड़कियों ने स्कूल परिसर में एक मनचले की डंडे से पिटाई की थी।
नई दिल्ली (विश्वास टीम)। उत्तर प्रदेश में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। सभी पार्टियां जोर-शोर से इसकी तैयारियों में जुटी हुई हैं। इसी के मद्देनजर कुछ दिन पहले कांग्रेस का नेतृत्व कर रही प्रियंका गांधी ने लड़की हूं लड़ सकती हूं का नारा दिया था। इसी से जुड़ा एक वीडियो इन दिनों तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में कुछ लड़कियां एक लड़के को मारती हुई नजर आ रही है। दावा किया जा रहा है कि लड़कियों ने प्रियंका गांधी और उनके नारे से प्रेरित होकर मनचले को सबक सिखाया। विश्वास टीम की पड़ताल में यह दावा फर्जी साबित हुआ। वायरल वीडियो का प्रियंका गांधी या उनके नारे से कोई संबंध नहीं है। वायरल वीडियो साल 2018 का है। दरअसल साल 2018 में छेड़खानी से परेशान होकर कुछ लड़कियों ने स्कूल परिसर में एक मनचले की डंडे से पिटाई की थी।
फेसबुक यूजर Sourabh Kumar ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है कि एक युवक स्कूल की लड़कियों के साथ बदतमीजी कर रहा था. लड़कियों ने प्रियंका गांधी जी द्वारा शुरू की गई मुहिम #लड़कीहूँलड़सकतीहूँ का भरपूर उपयोग करते हुए युवक को छठी का दूध याद दिला दिया.
यहां वायरल मैसेज को ज्यों का त्यों प्रस्तुत किया गया है। ट्विटर पर भी यूजर्स इस दावे को शेयर कर रहे हैं। पोस्ट से जुड़े आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।
वायरल दावे का सच जानने के लिए हमने वीडियो के कुछ की-फ्रेम्स निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो NYOOOZ UP- Uttarakhand नामक एक यूट्यूब चैनल पर 10 दिसंबर 2018 को अपलोड मिला। कैप्शन में दी गई जानकारी के मुताबिक, वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश के बागपत जिले का है।
प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ी एक खबर टाइम्स ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर प्राप्त हुई। 10 दिसंबर 2018 को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक बागपत में स्कूल जाते समय एक मनचला लगातार लड़कियों के साथ छेड़खानी करता था। एक दिन छात्राओं और टीचर ने मनचले को सबक सिखाने के लिए स्कूलल परिसर में ही उसे दौड़ा-दौड़ाकर डंडे से पीटा। पिटाई करने से पहले टीचर्स ने स्कूल के गेट को बंद कर दिया था, ताकि मनचला भाग ना पाए। The Quint की एक रिपोर्ट के मुताबिक, वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लड़के को गिरफ्तार कर लिया था। Navbharat Times ने भी इस रिपोर्ट को प्रकाशित किया था।
अधिक जानकारी के लिए हमने बागपत के पत्रकार सचिन त्यागी से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। वीडियो का हाल-फिलहाल से कोई संबंध नहीं है। घटना तकरीबन 3 साल पुरानी है। छात्राओं ने अपनी टीचर के साथ मिलकर मनचले को सबक सिखाया था। ये वीडियो धर्म सिंह गर्ल्स इंटर कॉलेज बड़का गांव का है।
पड़ताल के अंत में हमने इस पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर Sourabh Kumar की सोशल स्कैनिंग की। स्कैनिंग से हमें पता चला कि यूजर एक खास विचारधारा से प्रभावित है। Sourabh Kumar के फेसबुक पर 3500 से ज्यादा फ्रेंड्स हैं। यूजर राजस्थान के दौसा शहर का रहने वाला है।
निष्कर्ष: विश्वास टीम की पड़ताल में यह दावा फर्जी साबित हुआ। वायरल वीडियो का प्रियंका गांधी या उनके नारे से कोई संबंध नहीं है। वायरल वीडियो साल 2018 का है। दरअसल साल 2018 में छेड़खानी से परेशान होकर कुछ लड़कियों ने स्कूल परिसर में एक मनचले की डंडे से पिटाई की थी।
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