Fact Check : उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा से जोड़कर वायरल सीएम योगी आदित्यनाथ का वीडियो पुराना है, हाल का नहीं

उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने सिपाही भर्ती परीक्षा को लेकर लग रहे आरोपों की जांच के लिए समिति का गठन किया है। परीक्षा दोबारा कराए जाने की बात का दावा करने वाला सीएम योगी का वीडियो नवंबर 2021 का है। उस समय उन्होंने यह बयान यूपीटीईटी परीक्षा को लेकर दिया था। इसका यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा से कोई संबंध नहीं है।

Fact Check : उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा से जोड़कर वायरल सीएम योगी आदित्यनाथ का वीडियो पुराना है, हाल का नहीं

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा में पेपर लीक के आरोप लग रहे हैं। इसको लेकर सोशल मीडिया पर राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें मुख्यमंत्री पेपर लीक की बात करते हुए इसे दोबारा कराए जाने की बात कर रहे हैं। कुछ यूजर्स इस वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी पुलिस परीक्षा दोबारा कराए जाने की बात कही है।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि यूपी पुलिस परीक्षा से जोड़कर वायरल हो रहा सीएम योगी आदित्यनाथ का वीडियो करीब दो साल पुराना है। मुख्यमंत्री ने एक सभा में यूपीटीईटी पेपर लीक मामले में यह बयान दिया था।

क्या है वायरल पोस्ट

इंस्टाग्राम यूजर romii_yadav (आर्काइव लिंक) ने 20 फरवरी को वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, “up police paper दोबारा होगा

वीडियो के साथ में लिखा है, “योगी आदित्यनाथ ने लिया बड़ा फैसला UPP Exam होंगे दोबारा

हालांकि, नीचे सवालिया निशान के साथ यह भी लिखा है, “क्या यूपी पुलिस पेपर दोबारा होगा?

इंस्टा यूजर something_is_there_02 (आर्काइव लिंक) ने इसी भर्ती परीक्षा से संबंधित एक अन्य कथित वीडियो न्यूज शेयर की है। इसमें दावा किया गया है कि उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने 18 फरवरी को होने वाली सिपाही भर्ती परीक्षा को रद्द करने का आदेश दिया है।

पड़ताल

पहला वीडियो

वायरल दावे की जांच के लिए हमने सबसे पहले सीएम योगी के वीडियो के बारे में जांच की। कीवर्ड से सर्च करने पर हमें एबीपी लाइव के यूट्यूब चैनल पर वायरल बयान मिला। 28 नवंबर 2021 को अपलोड इस वीडियो न्यूज में बताया गया है कि पेपर लीक होने की वजह से UPTET की परीक्षा रद्द करनी पड़ी है। पुलिस ने इस मामले में कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि दोषियों की संपत्ति जब्त की जाएगी। एक माह के अंदर फिर से परीक्षा होगी।

28 नवंबर 2021 को आज तक के यूट्यूब चैनल पर भी इस वीडियो को देखा जा सकता है।

28 नवंबर 2021 को एबीपी लाइव की वेबसाइट पर छपी खबर में लिखा है कि देवरिया में हुई जनसभा में सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपीटीईटी परीक्षा दोबारा कराने की बात कही।

इस बारे में यूपी भाजपा के प्रवक्ता अवनीश त्यागी ने कहा कि वायरल हो रहा वीडियो पुराना है। इसका यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा से कोई संबंध नहीं है।

दूसरा वीडियो

दूसरे वायरल वीडियो के बारे में भी हमने कीवर्ड से सर्च किया। India News 13 नाम के यूट्यूब चैनल पर यह वायरल वीडियो मिला। इसमें बाद में इन दावों को गलत बताया गया है। सोशल मीडिया पर अधूरा वीडियो शेयर कर भ्रम फैलाया जा रहा है।

इसके बाद हमने यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा को लेकर कीवर्ड से गूगल पर सर्च किया। 19 फरवरी को दैनिक जागरण की वेबसाइट पर छपी खबर के अनुसार, “उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही भर्ती को लेकर हुए परीक्षा में पेपर लीक के आरोप लगे हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने इन दांवों की जांच शुरू कर दी है। इसके लिए एक जांच समिति का गठन किया गया है। बोर्ड की अध्यक्ष रेणुका मिश्रा ने कहा कि इस कमेटी की अध्यक्षता एडीजी करेंगे। समिति पेपर लीक के दावों और पेपर की छपाई में गलतियों की जांच करेगी। कमेटी ने अपनी जांच शुरू कर दी है। बता दें कि यूपी पुलिस में 60,244 पदों के लिए इस परीक्षा का आयोजन हुआ था।”

उत्तर प्रदेश पुलिस एवं प्रोमोशन बोर्ड ने 18 फरवरी को अपने एक्स हैंडल पर लिखा (आर्काइव लिंक) है कि शुरुआती जांच में पता चला है कि अराजक तत्वों ने यह पेपर लीक संबंधी भ्रम फैलाया है।

सीएम योगी का पुराना वीडियो यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा से जोड़कर शेयर करने वाले इंस्टा यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। इसके मुताबिक, यूजर के करीब 1 लाख 46 हजार फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने सिपाही भर्ती परीक्षा को लेकर लग रहे आरोपों की जांच के लिए समिति का गठन किया है। परीक्षा दोबारा कराए जाने की बात का दावा करने वाला सीएम योगी का वीडियो नवंबर 2021 का है। उस समय उन्होंने यह बयान यूपीटीईटी परीक्षा को लेकर दिया था। इसका यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा से कोई संबंध नहीं है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट