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Fact Check : राहुल गांधी की बाइक पर सवार दो साल पुरानी तस्‍वीर ‘हेल्‍मेट चालान’ के नाम पर वायरल

नई दिल्‍ली (विश्‍वास टीम)। सोशल मीडिया पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और जीतू पटवारी की एक तस्‍वीर वायरल हो रही है। ये दोनों नेता बुलेट पर बैठे हुए हैं। इस तस्‍वीर को लेकर दावा किया जा रहा है कि राहुल गांधी और जीतू पटवारी को दिल्‍ली पुलिस ने बिना हेल्‍मेट के पकड़ा। विश्‍वास टीम की पड़ताल में यह दावा फर्जी साबित हुआ। हमारी पड़ताल में पता चला कि वायरल तस्‍वीर 8 जून 2017 की। उस वक्‍त राहुल गांधी मंदसौर में मारे गए किसानों के परिवार के लिए आए थे। राजस्‍थान बॉर्डर से उन्‍होंने मध्‍य प्रदेश में बाइक से प्रवेश किया था। वायरल तस्‍वीर उसी दौरान की है। इसे अब गलत संदर्भ के साथ वायरल किया जा रहा है।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट में

एक सितंबर से देश में नए ट्रैफिक नियम के लागू होने के बाद से ही सोशल मीडिया में पुरानी तस्‍वीरें और वीडियो गलत दावे के साथ वायरल हो रही है। एक ऐसी ही तस्‍वीर राहुल गांधी और जीतू पटवारी भी गलत संदर्भ के साथ वायरल हो रही है। फेसबुक यूजर कनक मिश्र ने 12 सितंबर को एक तस्‍वीर को अपलोड करते हुए लिखा, ”पप्पु को और जितु पटवारी को बिना हेलमेट पहने पकडा पोलीस ने फाडा चालान..जय हो दिल्ली पोलीस..।

पड़ताल

विश्‍वास टीम ने सबसे पहले वायरल हो रही तस्‍वीर को गूगल रिवर्स इमेज में अपलोड करके सर्च किया। हमें इससे जुड़ी दूसरे एंगल की तस्‍वीर ट्रिब्‍यून इंडिया की वेबसाइट पर मिली। इसमें नीले कुर्ते पर मप्र के विधायक जीतू पटवारी बुलेट चलाते हुए दिखे। जीतू के पीछे राहुल गांधी बैठे हुए हैं। 8 जून 2017 को प्रकाशित इस खबर में बताया गया कि मप्र में पुलिस की गोली से मारे गए किसानों के परिवार से मिलने राहुल गांधी बाइक से पहुंचने की कोशिश की। तस्‍वीर राजस्‍थान और मध्‍य प्रदेश के बॉर्डर की थी।

सर्च के दौरान हमें मध्‍य प्रदेश के एक स्‍थानीय अखबार की वेबसाइट पर ओरिजनल तस्‍वीर मिली। यह वही तस्‍वीर थी, जो अब वायरल हो रही है। इसमें एक पुलिसवाले को राहुल गांधी का हाथ पकड़े हुए देखा जा सकता है। दूसरा पुलिसवाला बाइक की चाबी निकालते हुए दिखा। खबर में बताया गया कि मध्‍य प्रदेश की सीमा में प्रवेश करने के लिए राहुल गांधी ने बुलेट का सहारा लिया।

पड़ताल के दौरान हमें पत्रिका मध्‍य प्रदेश के यूटयूब चैनल पर राहुल गांधी और जीतू पटवारी का बुलेट वाला वीडियो मिला। इसमें 8 जून 2017 को अपलोड किया गया था। इसमें बताया गया कि राहुल गांधी मंदसौर में बुलेट पर जीतू पटवारी के साथ थे।

इसके बाद हमें वायरल तस्‍वीर कांग्रेस के ट्विटर हैंडल पर भी मिली। 9 जून 2017 को किए गए ट्वीट में इस्‍तेमाल की गई तस्‍वीर के कैप्‍शन में बताया गया कि राजस्‍थान के एक गांव से जब राहुल गांधी गाड़ी से उतरकर राऊ विधायक जीतू पटवारी के साथ बाइक पर आगे बढ़े तो एक पुलिसकर्मी ने उन्हें पकड़ लिया। राहुल गांधी ने अपना हाथ छुड़ाकर खेतों की ओर बढ़ गए। वहां पुलिस ने उन्‍हें हिरासत में ले लिया।

विश्‍वास टीम ने मध्‍य प्रदेश के मंदसौर से प्रकाशित नईदुनिया अखबार के ब्‍यूरो चीफ आलोक शर्मा से बात की। उन्‍होंने बताया कि वायरल तस्‍वीर 8 जून 2017 की है। उस वक्‍त राहुल गांधी मंदसौर गोली कांड में मारे गए किसानों के परिवार से मिलने के लिए आए थे। तस्‍वीर मप्र और राजस्‍थान के बॉर्डर पर स्थित नयागांव की है।

अंत में हमने उस अकाउंट की सोशल स्‍कैनिंग की, जिसने राहुल गांधी की पुरानी तस्‍वीर को गलत दावे के साथ वायरल किया। फेसबुक यूजर कनक मिश्र नाम के इस अकाउंट को 1.65 लाख लोग फॉलो करते हैं। इस अकाउंट पर एक खास विचारधारा से जुड़ी पोस्‍ट ही की जाती है।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास टीम की पड़ताल में पता चला कि बिना हेल्‍मेट के राहुल गांधी और जीतू पटवारी को दिल्‍ली पुलिस की ओर से पकड़ने का दावा फर्जी है। वायरल तस्‍वीर 8 जून 2017 की है। उस वक्‍त राहुल गांधी मध्‍य प्रदेश के मंदसौर में गोली कांड में मारे गए किसानों के परिजनों से मिलने जा रहे थे। अब उस वक्‍त की तस्‍वीर को गलत संदर्भ के साथ वायरल किया जा रहा है।

  • Claim Review : दावा किया जा रहा है कि राहुल गांधी और जीतू पटवारी ने हेल्‍मेट नहीं पहना तो दिल्‍ली पुलिस ने चालान कर दिया
  • Claimed By : फेसबुक यूजर कनक मिश्र
  • Fact Check : झूठ
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