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Fact Check: तिरुपति बोर्ड के चेयरमैन के ईसाई व सिद्धि विनायक मंदिर के ट्रस्टी में ‘सलीम’ नाम के व्यक्ति की मौजूदगी का दावा FAKE

तिरुपति बालाजी मंदिर की देखरेख करने वाली समिति तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) बोर्ड अभी भंग है और नए बोर्ड सदस्यों समेत चेयरमैन का चुनाव नहीं हुआ है। पूर्व चेयरमैन का नाम भूमाना करुणाकर रेड्डी था, जो जन्म और कर्म दोनों से ही हिंदू हैं। करुणाकर रेड्डी से पहले टीटीडी के चेयरमैन वाई वी सुब्बा रेड्डी हुआ करते थे और वे भी जन्म और कर्म से हिंदू हैं। वहीं, सिद्धि विनायक मंदिर ट्रस्ट बोर्ड में सलीम नाम का कोई व्यक्ति शामिल नहीं है।

  • By: Abhishek Parashar
  • Published: Oct 1, 2024 at 03:31 PM
  • Updated: Oct 1, 2024 at 03:41 PM

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। तिरुपति प्रसाद विवाद के बीच सोशल मीडिया पर वायरल एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है तिरुपति बालाजी मंदिर समिति के अध्यक्ष का नाम चंद्रशेखर रेड्डी है,वहीं सिद्धि विनायक मंदिर का ट्रस्टी ‘सलीम’ नाम का मुस्लिम व्यक्ति है।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इसे गलत पाया। तिरुपति तिरुमाला देवस्थानम (टीटीडी) के पूर्व चेयरमैन तिरुपति के विधायक भूमाना करुणाकर रेड्डी थे, जिन्होंने करीब चार महीने पहले इस पद से इस्तीफा दे दिया है और वे धर्म से हिंदू हैं। इससे पहले टीटीडी चेयरमैन वाई बी सुब्बा रेड्डी थे और वे भी हिंदू ही थे। आंध्र प्रदेश में नई सरकार के गठन के बाद टीटीडी बोर्ड भंग हो चुका है और अभी तक नए बोर्ड का गठन नहीं हुआ है। टीटीडी बोर्ड के भंग होने के बाद चेयरमैन भूमाना करुणाकर रेड्डी समेत 24 सदस्यों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।

वहीं, वायरल पोस्ट में किया गया यह दावा भी फेक है कि सिद्धि विनायक मंदिर का ट्रस्टी मुस्लिम है, जिसका नाम ‘सलीम’ है। सिद्धि विनायक मंदिर के ट्रस्ट में इस नाम का कोई व्यक्ति शामिल नहीं है।

क्या है वायरल?

सोशल मीडिया यूजर ‘dharmraj885_hiddu’ ने पोस्ट (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “तिरुपति बालाजी मंदिर समिति का अध्यक्ष चंद्रशेखर रेड्डी ईसाई है। सिद्धि विनायक मंदिर का ट्रस्टी मुस्लिम है। क्या यह मात्र संयोग है या प्रयोग।”

सोशल मीडिया पर कई अन्य यूजर्स ने इस पोस्ट को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

तिरुपति बालाजी मंदिर का संचालन तिरुपति तिरुमाला देवस्थानम (टीटीडी) बोर्ड के पास है और इसके पूर्व अध्यक्ष भूमाना करुणाकर रेड्डी थे, जो तिरुपति के विधायक थे। टाइम्स ऑफ इंडिया की पांच अगस्त 2023 की रिपोर्ट के मुताबिक, करुणाकर रेड्डी ने पूर्व चेयरमैन वाई वी सुब्बा रेड्डी की जगह ली थी, जिनका कार्यकाल आठ अगस्त 2023 को खत्म हुआ था।

बिजनेस स्टैंडर्ड की 24 जुलाई की रिपोर्ट के मुताबिक, “आंध्र प्रदेश में नई सरकार (तेलुगू देशम पार्टी) के गठन के बाद तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम बोर्ड की गवर्निंग बॉडी को भंग कर दिया गया और चेयरमैन भूमाना करुणाकर रेड्डी के साथ टीटीडी के 24 सदस्यों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। सरकार ने इन सभी का इस्तीफा स्वीकार करते हुए नए चेयरमैन और बोर्ड सदस्यों को नियुक्त किए जाने का आदेश जारी कर दिया।”

चूंकि अभी तक नई बोर्ड का गठन नहीं हुआ है, इसलिए तिरुपति बोर्ड की वेबसाइट पर नए चेयरमैन और बोर्ड के सदस्यों का नाम मौजूद नहीं है। यहां मौजूद जानकारी के मुताबिक, “टीटीडी बोर्ड के चेयरमैन और सदस्यों के नाम को चुनाव संहिता की वजह से यहां से हटा दिया गया है।”

डेक्कन क्रॉनिकल की 21 अगस्त 2024 की रिपोर्ट के मुताबिक, “टीटीडी के चेयरमैन के पद के लिए रेस तेज हो गई है। तेलुगू देशम पार्टी और इसके सहयोगी इस पद के लिए जबदस्त लॉबिइंग कर रहे हैं।”

चार अक्तूबर को होने वाले ब्रह्मोत्सव के पहले टीटीडी बोर्ड की घोषणा होगी। यानी टीटीडी बोर्ड के नए चेयरमैन और बोर्ड मेंबर्स की घोषणा अभी तक नहीं हुई है और इससे पूर्व चेयरमैन का नाम भूमाना करुणाकर रेड्डी और वाई वी सुब्बा रेड्डी थे, जो दोनों ही जन्म से हिंदू हैं।

वायरल पोस्ट को लेकर हमने करुणाकर रेड्डी से संपर्क किया। उनकी ऑफिस की तरफ से हमें बताया गया, “वे जन्म और कर्म दोनों से हिंदू हैं और उन्होंने टीटीडी बोर्ड के चेयरमैन के पद से इस्तीफा दे दिया है।”

इससे पहले यानी वाई वी सुब्बा रेड्डी के समय भी ऐसा दावा सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था और उस वक्त हमने ज्यादा जानकारी के लिए वी सुब्बा रेड्डी से संपर्क किया था। रेड्डी ने हमें बताया था, “वे जन्म से ही हिंदू हैं। हालांकि, उनका ताल्लुक आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी से जरूर है और जगन मोहन रेड्डी ईसाई व हिंदू दोनों ही धर्मों में आस्था रखते हैं, लेकिन सुब्बा रेड्डी व उनका परिवार केवल हिंदू धर्म का ही अनुयायी है।”

साथ ही हमें टीटीडी के चेयरमैन के तौर पर चंद्रशेखर रेड्डी नाम के किसी व्यक्ति का जिक्र नहीं मिला, जिसका जिक्र वायरल पोस्ट में किया गया है।

इसके बाद हमने वायरल पोस्ट में किए गए दूसरे दावे की जांच की, जिसमें दावा किया गया है कि सिद्धि विनायक मंदिर का ट्रस्टी सलीम नाम का मुस्लिम व्यक्ति है।

सर्च में हमें सिद्धि विनायक मंदिर के बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की वेबसाइट मिली, जिसमें सभी सदस्यों के नामों को देखा जा सकता है।

सिद्धि विनायक मंदिर के बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज।

बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज में चेयरमैन समेत कुल 12 सदस्य शामिल हैं, जिसमें एक भी व्यक्ति न तो मुस्लिम है न ही किसी सदस्य का नाम सलीम है। बोर्ड ऑफ ट्र्स्टीज के चेयरमैन सदानंद शंकर श्रवणकर हैं, जो महाराष्ट्र सरकार में राज्य मंत्री हैं।

अतिरिक्त पु्ष्टि के लिए हमने सिद्धि विनायक मंदिर के सीईओ ऑफिस से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया, “बोर्ड ऑफ ट्र्स्टीज में सलीम नाम का कोई व्यक्ति शामिल नहीं है।”

वायरल पोस्ट को शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल से विचारधारा विशेष से प्रेरित सामग्री शेयर की जाती है। हालिया तिरुपति प्रसाद विवाद के संदर्भ में वायरल हुए सोशल मीडिया दावों की फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को यहां पढ़ा जा सकता है।

निष्कर्ष: तिरुपति बालाजी मंदिर की देखरेख करने वाली समिति तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) बोर्ड अभी भंग है और नए बोर्ड सदस्यों समेत चेयरमैन का चुनाव नहीं हुआ है। पूर्व चेयरमैन का नाम भूमाना करुणाकर रेड्डी था, जो जन्म और कर्म दोनों से ही हिंदू हैं। करुणाकर रेड्डी से पहले टीटीडी के चेयरमैन वाई वी सुब्बा रेड्डी हुआ करते थे और वे भी जन्म और कर्म से हिंदू हैं। वहीं, सिद्धि विनायक मंदिर ट्रस्ट बोर्ड में सलीम नाम का कोई व्यक्ति शामिल नहीं है।

  • Claim Review : तिरुपति बोर्ड का चेयरमैन ईसाई व सिद्धि विनायक मंदिर के ट्रस्टी में सलीम नाम का मुस्लिम व्यक्ति शामिल है।
  • Claimed By : Thread User-dharmraj885_hiddu
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