नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही ही है जिसमें एक महिला को पुलिस द्वारा खींचते देखा जा सकता है. पोस्ट में दावा किया गया है कि बंगाल की सड़क पर श्री राम बोलने पर महिला से पुलिस ने बदसलूकी की. हमारी पड़ताल में हमने पाया कि यह दावा गलत है. तस्वीर में महिला जय श्री राम के नारे नहीं लगा रही थी, बाल तस्करी के खिलाफ प्रदर्शन कर रही थी।
CLAIM
वायरल पोस्ट में क्लेम किया जा रहा है कि “बाज़ार में अपने पति श्री राम को आवाज़ लगाई तो बंगाल पुलिस ने लिया हिरासत में”. साथ में तस्वीर में कुछ महिला पुलिस कर्मिओं को एक महिला को खींचते देखा जा सकता है. पोस्ट के साथ डिस्क्रिप्शन लिखा है “बंगाल ने ये भविष्य खुद चुना है जहां #राम का नाम लेने पर गिरफ्तारी होती है। कल राम का नाम लेने पर गोली मार दी जाएगी….ममता बनर्जी की दुर्गति होने वाली है”.
FACT CHECK
अपनी पड़ताल को शुरू करने के लिए हमने सबसे पहले इस तस्वीर का स्क्रीनशॉट लिया और फिर उसे गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया. थोड़ा-सा खोजने पर हमारे हाथ हिंदुस्तान टाइम्स की एक खबर लगी जिसमे इस तस्वीर का इस्तेमाल किया गया था. यह खबर चाइल्ड ट्रैफिकिंग (बाल तस्करी) के खिलाफ हो रहे आंदोलन के बारे में थी.
इस खबर में इस्तेमाल इस तस्वीर के नीचे कैप्शन लिखा था, “नवंबर 2016 में कोलकाता की सड़कों पर पुलिस के साथ बाल तस्करी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहीं कार्यकर्ता।”
कैप्शन में दिए गए कीवर्ड्स को हमने गूगल पर सर्च किया तो हमें अगस्त 2016 को फाइल की गयी थे The Asian Age की एक खबर मिली जिसमे इस तस्वीर में मौजूद लोग दूसरे एंगल से दिख रहे थे. इस खबर में कैप्शन लिखा था कि यह प्रदर्शनकारी SUCI (communist) यानी Socialist Unity Centre of India (Communist) के कार्यकर्ता थे.
पड़ताल को आगे बढ़ाने के लिए हमने SUCI के स्टूडेंट विंड AIDSO के अध्यक्ष कमल साइन से बात की जिन्होंने हमने बताया कि यह तस्वीर SUCI के कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन की है. यह प्रदर्शन 2016 में बहुत से मुद्दों को लेकर किया गया था जिसमें बेरोज़गारी, चाइल्ड ट्रैफिकिंग और लॉ एंड आर्डर भी सम्मिलित थे.
इस तस्वीर को शौर्य नाम के एक फेसबुक पेज द्वारा शेयर किया गया था. इस पेज के कुल 33,372 फॉलोअर्स हैं.
निष्कर्ष: हमारी पड़ताल में हमने पाया कि श्री राम कहने पर महिला को गिरफ्तार करने वाला दावा गलत है. तस्वीर में महिला जय श्री राम के नारे नहीं लगा रही थी, बाल तस्करी के खिलाफ प्रदर्शन कर रही थी.
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।