विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। वायरल वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बड़ाई करती महिला CPI(M) नेतासुभाषिनी अली नहीं हैं।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक महिला को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते देखा जा सकता है। वीडियो को शेयर कर यूजर दावा कर रहे हैं कि ये CPI(M) नेता सुभाषिनी अली हैं।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। वायरल वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बड़ाई करती महिला सीपीएम नेता सुभाषिनी अली नहीं हैं।
फेसबुक यूजर Surender Udana ने 2 मई 2024 को वायरल पोस्ट को शेयर किया, जिसमें एक महिला कह रहीं हैं- “राहुल गाँधी की बजाय देश को प्रधानमंत्री मोदी को वोट देना चाहिए” इस पोस्ट को शेयर करते हुए उन्होंने कैप्शन में लिखा है, “CPM की बड़ी नेता सुभाषिनी अली ने राहुल गांधी और मोदी के बारे में ये क्या कह दिया?।”
पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।
वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने वीडियो को ठीक से देखा। इसमें दिख रही महिला अपनी अम्र 65 वर्ष बता रहीं हैं। पर ढूंढ़ने पर हमने पाया कि सुभाषिनी अली का जन्म 29 दिसम्बर 1947 कानपुर को हुआ यानीउनकी उम्र 76 है, न कि 65.
इसके बाद हमने इस असली वीडियो को ढूंढ़ने का फैसला किया। वायरल वीडियो में इंटरव्यू लेने वाले के हाथ में 99 खबर लिखा हुआ माइक देखा जा सकता है। हमने खोजै तो हमें 99 खबर का यूट्यूब चैनल मिला। थोड़ा खोजने पर हमें वायरल क्लिप उनके एक वीडियो में मिला। 1 दिसंबर 2023 को अपलोड वीडियो में कैप्शन लिखा था, “मोदी राज में महिलाओं के कपड़े उतरते हैं? 65 साल की महिला ने कर दिया बोलती बंद LokSabha Election 2024” वीडियो में कहीं भी सुभाषिनी अली का जिक्र नहीं था।
इस पेज पर मौजूद बाकी वीडियोज को देखकर पता चलता है कि इनका एक ही फॉर्मेट है, जिसमें वे राह चलते लोगों से करंट टॉपिक पर उनकी राय पूछते हैं।
इसके बाद हमने ख़बरों में ढूंढा कि क्या सुहासिनी अली ने राहुल गाँधी और नरेंद्र मोदी को लेकर ऐसी कोई बात कही है? कीवर्ड्स से ढूंढ़ने पर भी हमें उनका ऐसा कोई बयान नहीं मिला।
इसके बाद हमने सुभाषिनी अली के वीडियो और फोटो सर्च किया । हमें उनके कई वीडियो मिले, मगर इनमें उनकी शक्ल, बोलने का तरीका, चाल-ढाल और आवाज़ सब ही अलग थे।
सुभाषिनी अली और वायरल वीडियो में दिख रही महिला में अंतर नीचे दिए गए कोलाज में देखा जा सकता है।
हमने इस सिलसिले में 99 खबर के पत्रकार जयदीप रंजन से बात की, जिन्होंने कन्फर्म किया कि वायरल वीडियो एक रैंडम भीड़ का है। वीडियो में सुभाषिनी अलीनहीं हैं।
अंत मे वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर Surender Udana एक विचारधारा से जुड़ी पोस्ट को शेयर करते हैं। यूजर हरियाणा के रहने वाले हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। वायरल वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बड़ाई करती महिला CPI(M) नेतासुभाषिनी अली नहीं हैं।
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