Fact Check : अपशब्‍द कहते हुए गोपाल कांडा का यह वायरल वीडियो काफी पुराना है

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में गोपाल कांडा के नाम से वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित होती है। उनका एक पुराना वीडियो अब कुछ लोग किसानों के नाम पर वायरल कर रहे हैं।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफॉर्म्‍स पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें हरियाणा लोकहित पार्टी के नेता और सिरसा के विधायक गोपाल कांडा को गाली देते हुए सुना जा सकता है। वीडियो को वायरल करते हुए यूजर्स कह रहे हैं कि गोपाल कांडा का यह वीडियो किसानों को गाली देने का है। इस वीडियो को हाल का बताकर हर जगह वायरल किया जा रहा है। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। हमें पता चला कि गोपाल कांडा का बरसों पुराना वीडियो अब फर्जी दावे के साथ वायरल हो रहा है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक पेज पहरेदार भारत न्यूज़ ने गोपाल कांडा के एक पुराने वीडियो को अपलोड करते हुए लिखा : ‘गोपाल कांडा की किसानों को सरेआम गालियां देती की वीडियो वायरल।’

फेसबुक पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। यह वीडियो ट्विटर, वॉट्सऐप और फेसबुक पर ज्‍यादा वायरल है। पोस्‍ट का आर्काइव्‍ड वर्जन यहां क्लिक करके देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो की जांच करने के लिए सबसे पहले अलग-अलग कीवर्ड टाइप करके गूगल सर्च किया। सर्च के दौरान हमें यूट्यूब पर एक वीडियो मिला। 27 जून 2012 को राहुल स‍िंह नाम के एक यूट्यूबर ने इस वीडियो को अपने चैनल पर अपलोड करते हुए लिखा कि देखा आज के नेता। हरियाणा के मंत्री गोपाल कांडा।

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि यह वही वीडियो है, जिसे अब किसानों से जोड़कर वायरल किया जा रहा है। पूरा वीडियो नीचे देखें।

गूगल सर्च के दौरान हमें दैनिक भास्‍कर की वेबसाइट पर नौ साल पुरानी एक खबर मिली। इस पुरानी खबर में बताया गया, ‘गोपाल कांडा ने एक व्यक्ति को सरेआम पिटवाया था और फिर थाने में उसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी। अब इस मामले का संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने गोपाल कांडा को नोटिस जारी किया है। यूट्यूब पर पोस्ट हुए एक वीडियो में गोपाल कांडा सरेआम गालियां देता हुआ दिख रहा है।’

पुरानी खबर को यहां क्लिक करके पढ़ें।

पड़ताल के अगले चरण में हमें कई पुरानी मीडिया रिपोर्ट्स में गोपाल कांडा की एक तस्‍वीर मिली। यह वीडियो का ही एक ग्रैब था। मतलब साफ था कि वायरल वीडियो हाल फिलहाल का नहीं, बल्कि बरसों पुराना है। इसे यहां और यहां देखा जा सकता है।

हमें हेडलाइन्‍स टुडे के यूट्यूब चैनल पर भी वायरल वीडियो की क्लिप मिली। इसे 9 अगस्‍त 2012 को अपलोड किया गया था। क्लिप को 2009 की बताया गया। इसे नीचे देखा जा सकता है।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने दैनिक जागरण, हरियाणा के ब्‍यूरो चीफ अनुराग अग्रवाल से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि गोपाल कांडा का यह वायरल वीडियो काफी पुराना है। ऐसी कोई घटना अभी नहीं है।

जांच के अंत में विश्‍वास न्‍यूज ने फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की। हमें पता चला कि फेसबुक पेज पहरेदार भारत न्यूज़ को 2500 से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में गोपाल कांडा के नाम से वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित होती है। उनका एक पुराना वीडियो अब कुछ लोग किसानों के नाम पर वायरल कर रहे हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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