वायरल पोस्ट फर्जी है। वायरल वीडियो में भीड़ ने जिस व्यक्ति पर हमला किया वो बीजेपी विधायक अरुण नारंग हैं, यूपी शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष सैयद वसीम रिजवी नहीं।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में भीड़ को एक व्यक्ति पर हमला करते देखा जा सकता है। पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि भीड़ ने जिस व्यक्ति पर हमला किया वो यूपी शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष सैयद वसीम रिजवी हैं।
Vishvas News की जांच में यह दावा फर्जी निकला। वायरल वीडियो में भीड़ ने जिस व्यक्ति पर हमला किया वो बीजेपी विधायक अरुण नारंग हैं, यूपी शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष सैयद वसीम रिजवी नहीं।
क्या है वायरल पोस्ट में?
वायरल पोस्ट में भीड़ को एक व्यक्ति पर हमला करते देखा जा सकता है। पोस्ट में दावा किया जा रहा है, “वसीम रिज़वी की हालत को देखो।”
पोस्ट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।
पड़ताल
इस पोस्ट की पड़ताल करने के लिए हमने वीडियो को इनविड टूल पर डाला और इसके कीफ्रेम्स निकाले। फिर इन कीफ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज सर्च का उपयोग करके ढूंढा। हमें जागरण डॉट कॉम की एक खबर में इस वीडियो के कुछ स्क्रीनशॉट्स मिले। खबर में तस्वीरों के कैप्शन के अनुसार, “पंजाब के मलोट में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लौट रहे भाजपा विधायक अरुण नारंग पर किसानों ने हमला कर दिया। किसानों ने उनके कपड़े फाड़ डाले और उनसे मारपीट की। पुलिस ने किसी तरह विधायक को भीड़ के चंगुल से बचाया।”
हमें यह तस्वीरें ANI के एक ट्वीट में भी मिलीं। ट्वीट में लिखा था, “पंजाब: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अबोहर विधायक अरुण नारंग की कल मलोट में किसानों द्वारा कथित रूप से पिटाई की गई। मलोट पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई है।”
हमें tribuneindia.com पर भी यह वीडियो मिला। यहाँ दी गयी जानकारी के अनुसार भी यह व्यक्ति भाजपा विधायक अरुण नारंग हैं।
विश्वास न्यूज ने पुष्टि के लिए जागरण के पंजाब संवाददाता गुरतेज सिंह से संपर्क साधा। उन्होंने कहा, “शनिवार को मलोट दौरे के दौरान अबोहर के भाजपा विधायक अरुण नारंग का विरोध कर रहे किसानों ने उनपर हमला कर दिया था और उनके कपड़े फाड़ दिए थे। यह वीडियो वहीं का है।”
जागरण की एक खबर के अनुसार, “शिया वक़्फ़ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिज़वी द्वारा सुप्रीम कोर्ट में क़ुरआन की 26 आयतों को हटाए जाने को लेकर दाखिल की गई विवादित याचिका पर अब मुस्लिम समुदाय के धर्मगुरुओं ने कड़े शब्दों में निंदा की है।” पूरी खबर यहाँ पढ़ें।
पोस्ट को साझा करने वाले पेज की सोशल स्कैनिंग से पता चला कि फेसबुक पेज Voice of hanfia के 320 फ़ॉलोअर्स हैं।
निष्कर्ष: वायरल पोस्ट फर्जी है। वायरल वीडियो में भीड़ ने जिस व्यक्ति पर हमला किया वो बीजेपी विधायक अरुण नारंग हैं, यूपी शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष सैयद वसीम रिजवी नहीं।
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