हमारी पड़ताल में यह साफ हुआ कि टाइम मैगजीन का वायरल हो रहा कवर मॉर्फ्ड है। टाइम मैगजीन ने पीएम मोदी की वायरल तस्वीर को कवर पर पब्लिश नहीं किया है।
नई दिल्ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया पर टाइम मैगजीन के कवर की एक तस्वीर वायरल हो रही है। इस तस्वीर में कवर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नजर आ रहे हैं, जबकि नीचे अंग्रेजी में लिखा गया है: Superspreader, Will humanity now have to pay for one man’s hunger for power? विश्वास न्यूज ने पड़ताल में पाया कि वायरल पोस्ट में नजर आ रही तस्वीर गलत है।
दरअसल वायरल हो रहा टाइम मैगजीन का कवर मॉर्फ्ड है, इसे फर्जी टाइम मैगजीन कवर जेनरेट करने वाली वेबसाइट की मदद से तैयार किया गया है।
क्या है वायरल पोस्ट में?
फेसबुक यूजर Shoukat Ali Khan ने यह तस्वीर शेयर करते हुए अंग्रेजी में कैप्शन लिखा है, जिसका हिंदी अनुवाद है: टाइम मैगजीन के कवर पर मोदी। हालांकि, तस्वीर में नजर आ रहे कवर पर पीएम मोदी की तस्वीर के नीचे लिखा गए टेक्स्ट का हिंदी अनुवाद है: सुपरस्प्रेडर क्या एक व्यक्ति की सत्ता की भूख का हर्जाना मानवता को चुकाना पड़ेगा?
पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।
पड़ताल
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट में नजर आ रहे कवर की पड़ताल के लिए सबसे पहले इस बारे में इंटरनेट पर सर्च किया। अगर टाइम मैगजीन ने पीएम मोदी को अपने कवर पर इस तरह पब्लिश किया होता तो इस बारे में भारतीय मीडिया में कवरेज जरूर होता, लेकिन हमें ऐसी कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें वायरल कवर का जिक्र किया गया हो।
इसके बाद हमने टाइम मैगजीन की वेबसाइट पर चैक किया, लेकिन हमें यहां भी साल 2021 के तमाम संस्करणों में से किसी भी कवर पर पीएम मोदी की तस्वीर नहीं मिली।
हमने वायरल पोस्टर को थोड़ा जूम करके देखा तो हमें इसके टॉप पर “जुलाई 17, 2006” लिखा हुआ नजर आया, जबकि दूसरी तरफ “www.time.com AOL Keyword: TIME” लिखा हुआ दिखा। हमने टाइम मैगजीन के आर्काइव्स को खंगाला तो हमें जुलाई 17, 2006 का कवर पेज मिल गया। हालांकि, इस पेज पर पीएम मोदी की तस्वीर नहीं, बल्कि एक बड़ी-सी हैट की तस्वीर थी और कवर स्टोरी का टाइटल “द एंड ऑफ काउब्वॉय डिप्लोमैसी” लिखा हुआ मिला।
हमने इंटरनेट पर टाइम कवर किएट करने के बारे में सर्च किया तो हमें KAPWING नाम की वेबसाइट मिली जिसके जरिए वायरल कवर तैयार किया गया था। इस पर हमें बिना पीएम मोदी की तस्वीर के हूबहू वही टाइम कवर मिला, जिसके टॉप पर एक तरफ “जुलाई 17, 2006” और दूसरी तरफ “www.time.com AOL Keyword: TIME” लिखा हुआ था। लिहाजा यह साफ था कि वायरल कवर को इसी वेबसाइट की मदद से बनाया गया है।
ज्यादा जानकारी के लिए हमने टाइम मैगजीन की वाइस प्रेसिडेंट (कम्युनिकेशंस) क्रिस्टिन मैटजन से ईमेल के जरिए संपर्क किया और उन्हें वायरल कवर की तस्वीर भी भेजी। ईमेल के रिप्लाई में उन्होंने कहा कि वायरल कवर ऑथेंटिक नहीं है, ऐसा कोई कवर अभी तक रिलीज नहीं किया गया है।
हमने वायरल कवर पेज पर दिख रही पीएम मोदी की तस्वीर को क्रॉप करके गूगल रिवर्स इमेज सर्च की मदद से ढूंढा तो पाया कि यह तस्वीर एएनआई के एक ट्वीट में मिली। 25 फरवरी 2021 के इस ट्वीट के अनुसार, यह तस्वीर पीएम की पुडुचेरी रैली के समय की है। यह तस्वीर पीटीआई के आर्काइव्स में भी मौजूद है। इसे पीटीआई के फोटोग्राफर आर सेंथिल कुमार ने क्लिक किया था।
अब बारी थी फेसबुक पर पोस्ट को साझा करने वाले यूजर Shoukat Ali Khan की प्रोफाइल को स्कैन करने का। प्रोफाइल को स्कैन करने पर हमने पाया कि यूजर ने फेसबुक पर अपना अकाउंट जून 2011 में बनाया था और यह फेसबुक पर काफी एक्टिव है।
निष्कर्ष: हमारी पड़ताल में यह साफ हुआ कि टाइम मैगजीन का वायरल हो रहा कवर मॉर्फ्ड है। टाइम मैगजीन ने पीएम मोदी की वायरल तस्वीर को कवर पर पब्लिश नहीं किया है।
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