Fact Check : कर्नाटक चुनाव में आंतकवादियों को लेकर कांग्रेस की ओर से नहीं दिया गया यह वायरल बयान

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में नेताओं की रैलियों का दौर जारी है। हर पार्टी के नेता अपनी रैलियों में मतदाताओं को संबोधित करते हुए भाषण दे रहे हैं। इन्‍हीं के बीच कांग्रेस के नाम पर एक कथित बयान वायरल हो रहा है। इसमें एक न्‍यूज चैनल की ब्रेकिंग प्‍लेट का इस्‍तेमाल करते हुए दावा किया गया है कि कांग्रेस ने कहा है कि कर्नाटक चुनाव से पहले आतंकवादियों पर कार्रवाई हुई तो उसका विरोध किया जाएगा। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स इसे वायरल कर रहे हैं।

Fact Check : कर्नाटक चुनाव में आंतकवादियों को लेकर कांग्रेस की ओर से नहीं दिया गया यह वायरल बयान

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में नेताओं की रैलियों का दौर जारी है। हर पार्टी के नेता अपनी रैलियों में मतदाताओं को संबोधित करते हुए भाषण दे रहे हैं। इन्‍हीं के बीच कांग्रेस के नाम पर एक कथित बयान वायरल हो रहा है। इसमें एक न्‍यूज चैनल की ब्रेकिंग प्‍लेट का इस्‍तेमाल करते हुए दावा किया गया है कि कांग्रेस ने कहा है कि कर्नाटक चुनाव से पहले आतंकवादियों पर कार्रवाई हुई तो उसका विरोध किया जाएगा। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स इसे वायरल कर रहे हैं। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। यह फर्जी साबित हुई। कांग्रेस की ओर से ऐसा कोई बयान नहीं दिया गया है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर संदीप नाइक ने 23 अप्रैल को एक पोस्‍ट को अपलोड किया। इसमें लिखा गया, “कर्नाटक के चुनाव से पेहले आतंकवादीयो पर कारवाई की तो हम विरोध करेंगे-कांग्रेस।”

पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों ही लिखा गया है। इस पोस्‍ट को सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। इसका आकाईव्‍ड वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल बयान की जांच के लिए सबसे पहले गूगल ओपन सर्च टूल का इस्‍तेमाल किया। गूगल सर्च से हमें एक भी ऐसी खबर नहीं मिली, जो वायरल बयान की पुष्टि कर सके। यदि कांग्रेस ने ऐसा कोई बयान दिया होता, तो यह जरूर मीडिया की सुर्खियां बनता।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए वायरल बयान में इस्‍तेमाल किए गए टेम्पलेट के बारे में सर्च करना शुरू किया। ऐसा टेम्पलेट हमें जीबीकेऑनलाइन नाम के एक यूट्यूब चैनल पर मिला। इसके टेम्पलेट और वायरल बयान में इस्‍तेमाल किए गए टेम्पलेट में काफी समानताएं मिली। इसे नीचे कोलाज में देखा जा सकता है। दोनों टेम्पलेट में ब्रेकिंग न्‍यूज वाला बैकग्राउंड , टेक्‍स्‍ट बॉक्स, टेम्‍पलेट का बैकग्राउंड एक जैसा ही नजर आया।

इसके आलावा वायरल पोस्‍ट के कंटेंट में हिंदी की कई गलतियां भी नजर आईं, जो कि किसी भी मीडिया रिपोर्ट में संभव नहीं है। इसमें पहले को ‘पेहले’ लिखा गया। इसी तरह आतंकवादियों को ‘आतंकवादीयो’, कार्रवाई को ‘कारवाई’ लिखा गया।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल के अगले चरण में कांग्रेस के राज्‍य प्रवक्‍ता स्‍वर्णिम चतुर्वेदी से संपर्क किया। उनके साथ वायरल पोस्‍ट को शेयर किया। उन्‍होंने बताया कि कांग्रेस आतंकवदियों पर हमेशा से कार्रवाई के लिए आगे रही है। कांग्रेस को बदनाम करने के लिए इस तरह की फर्जी पोस्‍ट वायरल की जा रही है।

पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की गई। पता चला कि संदीप नाइक गोवा के रहने वाले हैं। पेशे से पत्रकार संदीप के 2.6 हजार फेसबुक फ्रेंड हैं। इनका यह अकाउंट 2011 को बनाया गया था।

निष्‍कर्ष : कर्नाटक चुनाव के दरमियान कांग्रेस के नाम से वायरल बयान फर्जी साबित हुआ। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि कांग्रेस की ओर से ऐसा कोई बयान नहीं दिया गया है।

False
Symbols that define nature of fake news
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