Fact Check: 4 साल पुराना है यह वीडियो, CAA से नहीं है कोई लेना-देना

हमने अपनी पड़ताल में पाया कि ये दावा गलत है। असल में ये वीडियो 2016, केरल का है जब इस लड़की ने एक फ़्लैश मॉब में हिस्सा लिया था और सड़क पर नाचता देख उसकी माँ ने उसे मारा था।

Fact Check: 4 साल पुराना है यह वीडियो, CAA से नहीं है कोई लेना-देना

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। सोशल मीडिया पर लोग आज कल एक वीडियो शेयर कर रहे हैं, जिसमें एक महिला को एक लड़की को थप्पड़ मारते देखा जा सकता है। वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि ये लड़की CAA के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में हिस्सा ले रही थी और उनकी माँ ने जब उसे कॉलेज में पढ़ने की जगह सड़क पर प्रदर्शन करते देखा तो उसे थप्पड़ मार दिया। हमने अपनी पड़ताल में पाया कि ये दावा गलत है।

असल में ये वीडियो 2016, केरल का है जब इस लड़की ने एक फ़्लैश मॉब में हिस्सा लिया था और सड़क पर नाचता देख उसकी माँ ने उसे मारा था।

CLAIM

वायरल वीडियो में एक महिला को एक लड़की को थप्पड़ मारते देखा जा सकता है। वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि ये लड़की CAA के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में हिस्सा ले रही थी और उनकी माँ ने जब उसे कॉलेज में पढ़ने की जगह सड़क पर प्रदर्शन करते देखा तो उसे थप्पड़ मार दिया।

पोस्ट के साथ डिस्क्रिप्शन में लिखा है, “When Anti #CAA Protestor meets her Mom 😆” जिसका हिंदी अनुवाद होता है “जब एंटी #CAA प्रोटेस्टर उसकी माँ से मिलता है।”

इस पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहाँ देखा जा सकता है।

FACT CHECK

इस पोस्ट की पड़ताल करने के लिए हमने Invid टूल की मदद से इस वीडियो के की-फ्रेम्स निकाले। अब हमने इन की-फ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज पर “woman slaps daughter’ कीवर्ड्स के साथ सर्च किया। हमें इस वीडियो पर कई वेबसाइट्स पर ख़बरें मिलीं।

हमें इस इंसिडेंट पर एक खबर english.manoramaonline.com पर भी मिली। खबर को 28 मार्च 2016 को पब्लिश किया गया था। खबर के अनुसार, ये घटना केरल के कन्नूर में पैय्यानूर बस स्टैंड की है जब कुछ कॉलेज के बच्चों ने एक फ़्लैश मॉब (एक बड़ी सार्वजनिक सभा जिसमें लोग सिंक में नाचते हैं) किया था। परफॉरमेंस के दौरान एक महिला भीड़ से भागती हुई आई और नाचते लोगों में से एक लड़की को थप्पड़ मार दिया। मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि साड़ी पहने महिला लड़की की मां थी, जिसे उसका इस तरह फ़्लैश मॉब में हिस्सा लेना पसंद नहीं आया।

हमने इस विषय में ज़्यादा पुष्टि के लिए manorama online के फीचर एडिटर सैन्टाना जोसफ से बात की। उन्होंने कहा कि ये वीडियो 2016 का है और इसका CAA से कोई लेना-देना नहीं है। english.manoramaonline.com पर छपी खबर में इस वीडियो के डिटेल्स हैं, जो बिल्कुल सही है।

नागरिकता संशोधन विधेयक 10 दिसंबर 2019 को लोकसभा से पारित होने के बाद 11 दिसंबर 2019 को राज्यसभा से पास हुआ। इसके बाद इसे राष्ट्रपति की मंजूरी मिली और यह विधेयक कानून बन गया। इस विधेयक के खिलाफ 10 दिसंबर से देश भर में विरोध प्रदर्शन की शुरुआत हुई।

इस वीडियो को सोशल मीडिया पर कई लोग गलत दावों के साथ शेयर कर रहे हैं। इन्हीं में से एक है R Mani Ratnam नाम का फेसबुक प्रोफाइल। इस पेज के कुल 9,555 फेसबुक फ़ॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: हमने अपनी पड़ताल में पाया कि ये दावा गलत है। असल में ये वीडियो 2016, केरल का है जब इस लड़की ने एक फ़्लैश मॉब में हिस्सा लिया था और सड़क पर नाचता देख उसकी माँ ने उसे मारा था।

False
Symbols that define nature of fake news
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