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Fact Check :  बिहार में युवती के साथ हुई बदसलूकी की घटना का यह वीडियो साल 2018 का है 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि बदसलूकी के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वीडियो पांच साल से ज्यादा पुराना है। वीडियो अप्रैल 2018  में जहानाबाद में हुए एक घटना का है, जिसे लोग अब गलत दावों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं। 

  • By: Pragya Shukla
  • Published: Aug 28, 2023 at 03:55 PM
  • Updated: Aug 28, 2023 at 05:39 PM

विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह से कुछ लड़के एक युवती के साथ बदसलूकी कर रहे हैं। इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि  यह घटना हाल ही में बिहार में हुई है। 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वीडियो पांच साल से ज्यादा पुराना है। वीडियो अप्रैल 2018  में जहानाबाद में हुए एक घटना का है, जिसे लोग अब गलत दावों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं। 

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर ‘भक्ति सागर214’ ने 26 अगस्त 2023 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “ये मणिपुर नहीं बिहार है। क्या बिहार की इस बेटी को इंसाफ़ दिलाने के लिए कोई अवाज उठाएगा…??”

वीडियो आपत्तिजनक होने के कारण हम इसका लिंक यहां पर नहीं दे रहे हैं। 

पड़ताल 

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद लेते हुए गूगल पर सर्च किया। हमें दावे से जुड़ी एक रिपोर्ट डेक्कन हेराल्ड की वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को 30 अप्रैल 2018 को प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक, “वायरल वीडियो बिहार के जहानाबाद में हुई घटना का है। बिहार के जहानाबाद में सात लड़कों ने एक लड़की से साथ छेड़खानी कर उसका वीडियो बनाया था।” 

अन्य मीडिया रिपोर्ट्स को यहां पर देखा जा सकता है। 

पड़ताल के दौरान हमें दावे से जुड़ी एक अन्य रिपोर्ट आजतक की वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को 30 अप्रैल 2018 को प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, “बिहार के जहानाबाद में एक लड़की से सरेआम छेड़छाड़ के मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना के दो वीडियो बीते तीन दिनों से बहुत तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिसमें 7 लड़के किसी सूनसान कच्ची सड़क पर एक लड़की को दबोचे नजर आ रहे हैं। इस वायरल वीडियो की जानकारी जैसे ही जहानाबाद के पुलिस अधीक्षक मनीष को मिली, उन्होंने तुरंत संज्ञान लेते हुए FIR दर्ज करवाया और छानबीन शुरू की। जहानाबाद पुलिस अधीक्षक मनीष ने आज तक को जानकारी दी है कि अब तक इस पूरे मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और बाकी तीन की तलाश जारी है। पुलिस ने आरोपियों की पहचान घटनास्थल पर मौजूद एक मोटरसाइकिल के के आधार पर की है जिस पर जहानाबाद का नंबर था।”

अन्य रिपोर्ट को यहां पर देखा जा सकता है। 

साल 2018 में बिहार में बीजेपी और जेडीयू की सरकार थी। आजतक की एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2017 में नितिश कुमार ने महागठबंधन का साथ छोड़ दिया था। इसके बाद उन्होंने बीजेपी के साथ जुड़कर सरकार बनाई थी। आजतक की वेबसाइट पर 9 अगस्त 2022 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, “नीतीश कुमार ने कई दिनों से चल रहे सियासी घमासान को मंगलवार को विराम दे दिया। उनकी पार्टी जेडीयू ने बीजेपी से गठबंधन तोड़ दिया और नीतीश ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा भी दे दिया। अब वह विपक्षी दलों के साथ मिलकर फिर से सत्ता में काबिज होंगे।”

अधिक जानकारी के लिए हमने  दैनिक जागरण, पटना यूनिट के संपादकीय प्रभारी अश्विनी कुमार सिंह से संपर्क किया।  उन्होंने हमें बताया, “वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। यह वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि साल 2018 में हुई घटना का है। बिहार के जहानाबाद में यह घटना हुई थी। लड़की नाबालिग थी, जिसके साथ सात लड़कों ने मिलकर बदसलूकी की थी। पुलिस ने वीडियो के वायरल होने के बाद तुरंत कार्रवाई की थी और आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इस घटना को अंजाम देने वाले लड़के भी ज्यादातर नाबालिग थे।”

अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर एक विचारधारा से प्रभावित है। यूजर को 813 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि बदसलूकी के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वीडियो पांच साल से ज्यादा पुराना है। वीडियो अप्रैल 2018  में जहानाबाद में हुए एक घटना का है, जिसे लोग अब गलत दावों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं। 

  • Claim Review : बिहार में युवती के साथ हुई बदसलूकी।
  • Claimed By : फेसबुक यूजर ‘भक्ति सागर214’
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