Fact Check: यह वीडियो आमचांग वन्यजीव अभयारण्य से लोगों को हटाए जाने का है, NRC से नहीं है कोई संबंध

नई दिल्‍ली विश्‍वास न्‍यूज । NRC और CAA को लेकर सोशल मीडिया अफवाहों से भरा पड़ा है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो को शेयर करते हुए लोग दावा कर रहे हैं कि NRC में नाम न होने के कारण पुलिस इन लोगों को ज़बरदस्ती डिटेंशन सेंटर में ले जा रही है। वीडियो में खाकी वर्दी वालों को कुछ लोगों को ज़बरदस्ती उठाते देखा जा सकता है। हमने अपनी पड़ताल में पाया कि ये वीडियो 2017 का है, जब वन अधिकारियों ने आमचांग वन्यजीव अभयारण्य से लोगों को हटाया था। इसका NRC या CAA से कोई लेना- देना नहीं है।

CLAIM

सोशल मीडिया पर वायरल इस पोस्ट में एक वीडियो है जिसमें खाकी वर्दी वालों को कुछ लोगों को ज़बरदस्ती उठाते देखा जा सकता है। पोस्ट के साथ डिस्क्रिप्शन में लिखा है “आसाम में #NRC में नाम ना होने की वजह से जबर्दस्ती डिटेंशन सेंटर ले जाया जा रहा है .. अगर ये vd देख के भी आपको कोई अहसास नही होता तो मुबारक हो आप इंसानी जमात से बाहर हो चुके हो..अगर आपको मंजूर हे के आपका भी कोई अपना ,या आप खुद ऐसे ले जाये जाओ तो बैठे रहे घरों में ,अपने कामकाज पर ही धयान दो आप🙏एक आपके पास ही तो काम है,आपके पास ही तो टाइम नही ..delhi के और देश के दूसरे हिस्से के हज़ारो लोग तो फालतू बैठे हे न जो लाठियां खा रहे ,खून बहा रहे ,आप खाओ बिरयानी .👍और न्यूज़ या मोबाइल vd देख के ही अफ़सोस करते रहो..कल ज़ब आपको या आपके फॅमिली मेंबर को डिटेंशन सेंटर ले जाये तब मत कहना के हमे पता नही था😑NO CAB NO NRC #WeRejectNRC #WeRejectCAA.” इस पोस्ट के आर्काइवड वर्जन को यहाँ देखा जा सकता है।

FACT CHECK

इस पोस्ट की जांच करने के लिए हमने Invid टूल का इस्तेमाल करके इस वीडियो के कीफ्रेम्स निकाले और फिर इन कीफ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। हमारे हाथ कोई ठोस जानकारी नहीं लगी। पर ठीक से देखने पर हमें इस वीडियो के ऊपर वाटरमार्क में Dy365 लिखा नज़र आया। अब हमने इन कीफ्रेम्स को Dy365 कीवर्ड के साथ ढूंढा। हमारे हाथ DY365 नाम के एक फेसबुक पेज द्वारा अपलोडेड ये वीडियो लगा। इस वीडियो में वायरल वीडियो का क्लिप था। इस वीडियो के डिस्क्रिप्शन में लिखा था “#Amchang_eviction #Kangkan_Nagar #protestor #child. आमचांग वन्यजीव अभयारण्य में बेदखली अभियान का दूसरा दिन जारी है, और इसी दौरान कंगकन नगर में एक भयावह घटना हुई। इस्माइल हक के रूप में पहचाने जाने से नाराज प्रदर्शनकारी ने बेदखली के बीच एक धारदार हथियार से एक वन अधिकारी पर हमला किया। सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत उसको दबोचा और इसके बाद जो हुआ वह …अधिक जानने के लिए देखें:”

https://www.facebook.com/DY365/videos/1929688007058826/?v=1929688007058826

DY365 असम का एक न्यूज़ चैनल है। हमने इस वीडियो की पुष्टि के DY365 के सीनियर एडिटर रुपेश सरमा से बात की। उन्होंने कन्फर्म किया कि ये वीडियो उन्हीं के चैनल का है। उन्होंने पुष्टि की कि इस वीडियो का NRC ya CAA से कोई लेना-देना नहीं है।

हमने इस विषय में ज़्यादा जानकारी के लिए गुवाहाटी वन्यजीव प्रभाग के प्रभागीय वन अधिकारी एस दत्ता से बात की। उन्होंने हमें बताया, “ये घटना नवंबर 2017 की है, जब आमचांग वन्यजीव अभयारण्य की ज़मीन पर अवैध रूप से रह रहे लोगों को वन अधिकारियों ने हटाया। उस दौरान कुछ लोग उग्र हो गए थे, जिसपर अधिकारियों को बल प्रयोग करना पड़ा था।”

इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर कई लोग शेयर कर रहे हैं। इन्हीं में से एक है Toufeeq Raza Azhari नाम का फेसबुक प्रोफाइल। इस प्रोफाइल के अनुसार, यूजर उत्तर प्रदेश के रामपुर का रहने वाला है और इसके फेसबुक पर कुल 5000 फ्रेंड्स हैं।

निष्कर्ष: हमने अपनी पड़ताल में पाया कि ये वीडियो 2017 का है, जब पुलिस ने आमचांग वन्यजीव अभयारण्य से लोगों को हटाया था। इसका NRC या CAA से कोई लेना-देना नहीं है।

False
Symbols that define nature of fake news
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