Fact Check: जोधपुर के पुराने वीडियो को पाकिस्तान में हिन्दुओं पर ज़ुल्म का बता कर किया जा रहा है शेयर

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि ये घटना असल में 2017, जोधपुर की है। इस वीडियो का पाकिस्तान से या हिन्दुओं पर अत्याचार से कोई लेना-देना नहीं है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। फेसबुक पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दो आदमियों को एक महिला को पीटते और एक लड़की को ज़बरदस्ती ट्रेक्टर में बिठाकर ले जाते हुए देखा जा सकता है। वीडियो के साथ लिखे डिस्क्रिप्शन के मुताबिक ये वारदात पाकिस्तान की है जहाँ हिन्दू परिवार को प्रताड़ित किया जा रहा है। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि ये घटना असल में 2017, जोधपुर (राजस्थान) की है। इस वीडियो का पाकिस्तान से कोई लेना-देना नहीं है।

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वायरल वीडियो में दो आदमियों को एक महिला को पीटते और एक लड़की को ज़बरदस्ती ट्रेक्टर में बिठाकर ले जाते हुए देखा जा सकता है। वीडियो के साथ डिस्क्रिप्शन में लिखा है “पाकिस्तान में हिन्दू महिलाओ को उनके बच्चों के सामने माँ बहनो को जबरदस्ती उठाकर लेजाया जा रहा है सभी हिन्दू इसको सेयर करे ताकि दुनिया को और उन हिन्दुओ को पता चल सके जो NRC और CAA का विरोध कर रहे ह और कांग्रेश का साथ दे रहे है।”

इस पोस्ट का आर्काइव वेर्जन यहां देखें।

FACT CHECK

इस वीडियो की पड़ताल करने के लिए हमने सबसे पहले इस वीडियो को Invid टूल पर डाला और इस वीडियो के की-फ्रेम्स निकाले। अब हमने इन की-फ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। ढूंढ़ने पर हमें ये खबर dnaindia.com की वेबसाइट पर मिली।

खबर में इस वीडियो का एक स्क्रीनग्रैब था और साथ ही खबर के बीच में पूरा वीडियो भी एम्बेडेड था। इस खबर के मुताबिक ये घटना जोधपुर जिले के बाप तहसील के कालू खान की ढाणी गाँव की है। खबर के मुताबिक घटना 11 सितम्बर 2017 की है।

खबर में लिखा था “आमद खान ने कथित तौर पर अपनी नाबालिग बेटी की शादी शौकत नाम के व्यक्ति से कर दी। शौकत चाहता था कि लड़की उसके साथ रहे, हालांकि लड़की की मां नेमत ने अपनी बेटी की उम्र 18 साल हो जाने तक उसको अपने पति के साथ जाने देने के लिए मना किया। 11 सितंबर को शौकत एक दोस्त इलियास के साथ लड़की के गांव पहुंचा और लड़की को जबरन उठा ले गया। उसने लड़की की मां के साथ मारपीट भी की।”

हमें ये खबर mirror.co.uk की वेबसाइट पर भी मिली। इस खबर में भी वही डिटेल्स थे जो DNA की खबर में थे।

इस मामले के बारे में अधिक जानने के लिए विश्‍वास न्‍यूज ने जोधपुर के बाप पुलिस स्‍टेशन के एसएचओ दीप सिंह से संपर्क किया। उन्‍होंने हमें बताया कि वायरल वीडियो 2017 का है। सितंबर 2017 में दो लोगों ने एक औरत से मारपीट करते हुए उसकी नाबालिग बेटी का अपहरण कर लिया था। पुलिस ने उसी वक्‍त केस दर्ज करके दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया था। फिलहाल, वे दोनों जमानत पर जेल से बाहर हैं।”

विश्वास न्यूज ने इस फोटो की पहले भी दिसंबर 2019 में पड़ताल की थी। उस वक्त इस वीडियो को अन्य क्लेम के साथ वायरल किया गया था। उस समय की गई पड़ताल को यहाँ पढ़ा जा सकता है।

इस वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर का नाम Sumit CH Roy है। इस यूजर ने फेसबुक 2013 में ज्वाइन किया था।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि ये घटना असल में 2017, जोधपुर की है। इस वीडियो का पाकिस्तान से या हिन्दुओं पर अत्याचार से कोई लेना-देना नहीं है।

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Symbols that define nature of fake news
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