Fact Check: IAS अधिकारी के अशिष्ट व्यवहार की यह तस्वीर हालिया नहीं है, भ्रामक दावा हुआ वायरल

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा भ्रामक है। यह घटना 2016 की है। प्रशिक्षु आईएएस ने उस समय इस अशिष्ट व्यवहार के लिए माफ़ी भी मांगी थी।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक अख़बार की कटिंग में एक व्यक्ति को हॉस्पिटल के पलंग पर एक पैर रख कर खड़े हुए देखा जा सकता है। तस्वीर में इस व्यक्ति ने जिस पलंग पर पैर रखा है उस पर एक महिला अपने बच्चे को लेकर बैठी हुई है। खबर के अनुसार, यह छत्तीसगढ़ में प्रशिक्षु आईएएस हैं। तस्वीर को हालिया बताते हुए इस अधिकारी पर एक्शन की डिमांड की जा रही है। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा भ्रामक है। यह घटना 2016 की है। प्रशिक्षु आईएएस ने उस समय इस अशिष्ट व्यवहार के लिए माफ़ी भी मांगी थी।

क्या है वायरल?

ट्विटर यूजर ‘Kamesh Shivhare ( Rahul gandhi)’ (आर्काइव) ने वायरल तस्वीर (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”जैसे जहां के नदी नवारे, तैसे तहाँ के भरका। जैसे जाके बाप माहतारी तैसे ताके लरका।। आईएएस हो जाने से संस्कार भी आ जाएं, यह कोई गारंटी नहीं है। आदरणीय @bhupeshbaghel जी कृपया संज्ञान में ले @INCChhattisgarh”

पड़ताल

वायरल हो रही तस्वीर के साथ किए गए दावे को जांचने के लिए हमने गूगल रिवर्स इमेज की मदद ली। सर्च में यह तस्वीर कई पुरानी रिपोर्ट्स में लगी मिली।

हमें यह तस्वीर Jagran.com की 2016 की एक खबर में मिली। खबर के अनुसार, “बलरामपुर जिला अस्पताल के कुपोषण वार्ड में मरीजों से मिलने के दौरान एक आइएएस अफसर विवादों में आ गए। अस्पताल की उनकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। तस्वीर में डॉ. सोनकर जिला अस्पताल में बच्चे के साथ बैठी महिला मरीज के बेड पर पैर रखे नजर आ रहे हैं। तस्वीर वायरल होने के बाद विवाद बढ़ता देख सोनकर ने सोशल मीडिया पर माफी मांगी है। सोनकर आईएएस ऑफिसर बनने से पहले एक डॉक्टर थे। अपने फेसबुक वॉल पर उन्होंने सभी से बिना शर्त माफी मांगी है। उन्होंने लिखा है ऐसा मैंने जानबूझकर नहीं किया और उनका इरादा किसी का भी अपमान या दुखी करने का नहीं था।”

हमें यह तस्वीर इसी डिस्क्रिप्शन के साथ news.abplive.com की भी एक 2016 की रिपोर्ट में मिली।

इस विषय में ज़्यादा जानकारी के लिए हमने नईदुनिया के रायपुर के रिपोर्टर सतीश श्रीवास्तव से संपर्क साधा। उन्होंने कन्फर्म किया कि यह तस्वीर 2016 की एक घटना की है और उस समय इस घटना को लेकर इस अधिकारी की बहुत किरकिरी भी हुई थी। अधिकारी ने उस समय माफ़ी भी मांगी थी।

cg.nic.in और indianbureaucracy.com के अनुसार जगदीश सोनकरी इस समय उप सचिव वन विभाग हैं।

वायरल तस्वीर को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर Kamesh Shivhare ( Rahul gandhi) के प्रोफाइल की जांच करने पर हमने पाया कि यूजर के 14.1K फ़ॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा भ्रामक है। यह घटना 2016 की है। प्रशिक्षु आईएएस ने उस समय इस अशिष्ट व्यवहार के लिए माफ़ी भी मांगी थी।

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