Fact Check: अखिलेश यादव की यह तस्वीर नवरात्र में कन्या पूजन की नहीं है

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। पड़ताल में पता चला कि यह तस्वीर 2016 की है, जब अखिलेश यूपी के सीएम थे और उन्होंने “हौसला पोषण योजना” शुरू की थी।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव की एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें उन्हें जूते पहनकर खाना बांटते देखा जा सकता है। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफार्मों पर कुछ लोग इस  तस्वीर को वायरल करते हुए दावा कर रहे हैं कि यह नवरात्र में हुए कन्या पूजन की है और वहां अखिलेश यादव ने जूते पहनकर बच्चों को खाना परोसा था। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की और दावे को भ्रामक पाया। असल में यह तस्वीर 2016 की है, जब अखिलेश यूपी के सीएम थे और उन्होंने “हौसला पोषण योजना” शुरू की थी।

क्‍या हो रहा है वायरल?

सोशल मीडिया पर यह तस्वीर वायरल हो रही है। साथ में दावा किया जा रहा है “नवरात्रि मे जुता पहन कर कन्या को भोजन कराते अखिलेश यादव!! भावी मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश अब बताओ मित्रों इनकी सोच कितनी उची हैं”

पोस्‍ट का आर्काइव्‍ड वर्जन यहां देखें

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्ट की सच्‍चाई पता लगाने के लिए फोटो को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया। हमें यह तस्वीर पत्रिका की 2016 की एक खबर में मिली। खबर में लिखा था, “परोसे हुए खाने की थाल के बगल में अगर कोई जूता रख दे तो यह हरकत असभ्य और असंवेदनशील माना जाएगा। कुछ ऐसा ही श्रावस्ती में हुआ। यहां सीएम अखिलेश यादव ने पत्नी डिंपल यादव के संग हौसला पोषण योजना का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम में वह एक फोटो में गर्भवती को खाना देते हुए दिख रहे हैं। गर्भवती को खाना देते वक्त उनका जूता खाने की थाल के बिल्कुल बगल में है। अब ऐसे में गर्भवतियों और कुपोषित बच्चों को कितना हाईजेनिक खाना मिलेगा इस बात का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।”

हमें यह तस्वीर वन इंडिया की वेबसाइट पर एक खबर में भी मिली। 16 जुलाई, 2016 को प्रकाशित खबर के अनुसार भी यह मामला हौसला पोषण योजना के शुभारंभ का था।

हमें यह तस्वीर edristi.in नाम की वेबसाइट पर भी 2016 में अपलोडेड मिली।

आपको बता दें कि 2016 में हौसला पोषण योजना का शुभारंभ करते समय जूते पहन कर खाना परोसने को लेकर अखिलेश यादव की खूब किरकिरी हुई थी। सोशल मीडिया पर भी उस समय उन्हें इस वयवहार के लिए ट्रोल किया गया था। जनता ने अखिलेश यादव को यह कहकर ट्रोल किया था कि जहाँ एक और कहा जा रहा है कि इस योजना का लक्ष्य गर्भवतियो.को पौष्टिक और हाइजीनिक खाना देना है, वहीँ अखिलेश यादव जब खुद जूते पहनकर खाना परोस रहे हैं तो खाना कैसे हाइजीनिक हो सकता है।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने दैनिक जागरण के उत्तर प्रदेश स्टेट ब्यूरो चीफ अजय जायसवाल से संपर्क साधा। उन्होंने बताया कि यह वायरल तस्वीर 2016 की है।

पड़ताल के अंत में विश्‍वास न्‍यूज ने तस्वीर को अपलोड करने वाले यूजर Krishna Kishore Bhatia की जांच की। हमें पता चला कि यूजर मथुरा के रहने वाले हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। पड़ताल में पता चला कि यह तस्वीर 2016 की है, जब अखिलेश यूपी के सीएम थे और उन्होंने “हौसला पोषण योजना” शुरू की थी।

False
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