FACT CHECK: राहुल गांधी की इस तस्वीर को एडिट करके किया जा रहा है वायरल

हमारी पड़ताल में हमने पाया कि यह तस्वीर सही नहीं है। असली तस्वीर से छेड़छाड़ करके उसमें रक्तदान का सेटअप ऊपर से एडिटिंग टूल्स की मदद से चिपकाया गया है। असल में यह तस्वीर तब की है, जब राहुल गांधी एक इंटरव्यू दे रहे थे।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें राहुल गांधी को एक सोफे पर बैठे देखा जा सकता है। तस्वीर में राहुल गांधी के हाथ में एक नली लगी है जो एक खून की बोतल से जुड़ी हुई है। यह खून की बोतल एक स्टैंड पर उलटी लटकी हुई है। तस्वीर के जरिये ऐसा दिखाने की कोशिश की गई है कि राहुल गांधी रक्तदान का ढोंग कर रहे हैं, क्योंकि असली रक्तदान में खून की बोतल को उल्टा नहीं टांगा जाता, बल्कि लिटा कर रखा जाता है।

हमारी पड़ताल में हमने पाया कि यह तस्वीर सही नहीं है। असली तस्वीर से छेड़छाड़ करके उसमें रक्तदान का सेटअप ऊपर से एडिटिंग टूल्स की मदद से चिपकाया गया है। असल में यह तस्वीर तब की है, जब राहुल गांधी एक इंटरव्यू दे रहे थे।

क्या है वायरल पोस्ट में?

वायरल पोस्ट  राहुल गांधी को एक सोफे पर बैठे देखा जा सकता है। तस्वीर में राहुल गांधी के हाथ में एक नली लगी है जो एक खून की बोतल से जुड़ी हुई है। यह खून की बोतल एक स्टैंड पर उलटी लटकी हुई है। इस पोस्ट के साथ डिस्क्रिप्शन लिखा है, “आपने कभी ऐसा रक्त दान देखा है ?? जिसमे रक्त की बॉटल उलटी लटकाई गयी हो !!!! ( यह भारत के प्रधानमंत्री बनने के सपने देख रहे है !!! भारत के सभी युवा इस युवा का सम्मान अपने शब्दों मे कर सकते है ) यह है रक्तदान करने की नयी रीत, देखो भाई देखो, खूब फैलाओ एडिटिंग का जमाना है। नकल तो बंदर भी कर लेते है, पर साथ मे दिमाग लगाना भी आवश्यक है !!
यह है कॉंग्रेस के युवा नेता ……साभार ।”

इस पोस्ट का आर्काइव लिंक यहां देखें।

पड़ताल

अपनी पड़ताल को शुरू करने के लिए हमने सबसे पहले इस तस्वीर का स्क्रीनशॉट लिया और उसे गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। इसी सर्च में हमारे हाथ thehindu.com की एक खबर लगी। इस खबर में इस्तेमाल असली तस्वीर में देखा जा सकता है कि राहुल गाँधी के आसपास कोई खून की बोतल या स्टैंड नहीं है। इस खबर को 16 मार्च 2014 को पब्लिश किया गया था।

यह तस्वीर हमें outlookindia.com और पंजाब केसरी की ख़बरों में भी मिली। इधर भी राहुल गांधी के आसपास कोई खून की बोतल या स्टैंड नहीं था।

इस सिलसिले में हमने कांग्रेस प्रवत्ता संजीव सिंह से भी बात की और उन्होंने कहा, “यह वायरल तस्वीर एडिटेड है।”

इस तस्वीर को ‘अभिनव भारद्वाज’ नाम के एक यूजर ने शेयर किया था। प्रोफइल के अनुसार, यूजर के फेसबुक पर 4999 फ्रेंड्स हैं।


निष्कर्ष: हमारी पड़ताल में हमने पाया कि यह तस्वीर सही नहीं है। असली तस्वीर से छेड़छाड़ करके उसमें रक्तदान का सेटअप ऊपर से एडिटिंग टूल्स की मदद से चिपकाया गया है। असल में यह तस्वीर तब की है, जब राहुल गांधी एक इंटरव्यू दे रहे थे।

False
Symbols that define nature of fake news
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