विश्वास न्यूज की पड़ताल में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की पुरानी खबरों को अब वायरल करने वाली पोस्ट भ्रामक साबित हुईं। पुरानी खबर को अब गलत संदर्भ के साथ वायरल किया जा रहा है। राजनाथ सिंह ने वायरल खबर वाला बयान 2017 में दिया था। उन्होंने हाल-फिलहाल में ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान की एक पेपर क्लिप इनदिनों खूब वायरल हो रही है। इसमें उनके हवाले से कहा गया है कि उन्होंने जनता से कहा कि वोट नहीं देना मत दो पर जूते मत चलाओ। विश्वास न्यूज ने इस पेपर क्लिप को वायरल करने वाली सोशल मीडिया पोस्ट की जांच की। पड़ताल में यह भ्रामक साबित हुई। दरअसल राजनाथ सिंह की यह खबर 2017 की है। उस वक्त वे होम मिनिस्टर थे। पंजाब में एक रैली के वक्त उन्होंने ऐसा बयान दिया था, लेकिन अब सोशल मीडिया में कुछ यूजर्स इस बयान को अभी का समझकर वायरल कर रहे हैं।
फेसबुक यूजर मनोज कुमार यादव ने 30 जनवरी 2022 को एक अखबार की खबर को अपलोड करते हुए लिखा : ‘क्या हालत हो गई हे बीजेपी की रक्षा मंत्री को ऐसा बयान देना पड़ा।’
अखबार की कटिंग में राजनाथ सिंह की तस्वीर भी देखी जा सकती है। हेडिंग में लिखा गया : वोट नहीं देना मत दो पर जूते मत चलाओ : राजनाथ सिंह
फेसबुक पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इस तस्वीर को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। ट्विटर पर भी कई यूजर्स ने इस तस्वीर को समान दावे के साथ शेयर किया है। फेसबुक पोस्ट का आकाईव्ड वर्जन यहां देखें।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल की शुरुआत में सबसे पहले वायरल अखबार की क्लिप को ध्यान से पढ़ा। इसमें राजनाथ सिंह को होम मिनिस्टर बताया गया, जबकि खबर के अंदर ही बताया गया कि मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल पर जूता फेंकने के घटना के बाद राजनाथ सिंह से यह बयान दिया था।
हकीकत यह है कि वर्तमान में राजनाथ सिंह देश के होम मिनिस्टर नहीं, बल्कि रक्षा मंत्री हैं। वहीं, पंजाब में मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल नहीं, कांग्रेस के चरणजीत सिंह चन्नी है। मतलब साफ है कि अखबार की खबर काफी पुरानी है।
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए संबंधित कीवर्ड के साथ गूगल में सर्च किया गया। हमें जनसत्ता डॉट कॉम पर 24 जनवरी 2017 की एक खबर मिली। इसमें लिखा था कि पंजाब में बोले राजनाथ सिंह- वोट नहीं देना हो तो मत दीजिए, लेकिन जूते तो मत फेंकिए। पूरी खबर यहां पढ़ा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट को लेकर दैनिक जागरण, पंजाब के संपादक अमित शर्मा से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि राजनाथ सिंह की जो खबर अब वायरल की जा रही है। वह 2017 की है। उस वक्त पंजाब में एक रैली के दौरान उन्होंने यह भाषण तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल पर जूता फेंकने की घटना के संदर्भ में दिया था।
पड़ताल के अंत में फेसबुक यूजर मनोज कुमार यादव की सोशल स्कैनिंग की गई। इस यूजर के पांच हजार फ्रेंड हैं। एक राजनीतिक दल से जुड़े मनोज कुमार यादव गोंडा के रहने वाले हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की पुरानी खबरों को अब वायरल करने वाली पोस्ट भ्रामक साबित हुईं। पुरानी खबर को अब गलत संदर्भ के साथ वायरल किया जा रहा है। राजनाथ सिंह ने वायरल खबर वाला बयान 2017 में दिया था। उन्होंने हाल-फिलहाल में ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।
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