Fact Check: अखिलेश यादव की यह तस्वीर फेक है, एडिटिंग की मदद से तैयार कर दुष्प्रचार की मंशा से किया जा रहा है वायरल

योगी आदित्यनाथ के समर्थन के दावे के साथ वायरल हो रही अखिलेश यादव की तस्वीर फेक है। ऑरिजिनल तस्वीर में अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी के संकल्प पत्र को जारी करते हुए दिख रहे हैं और इसी तस्वीर को एडिट कर गलत दावे के साथ दुष्प्रचार की मंशा से वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की वायरल हो रही तस्वीर में उनके हाथों में एक पर्चा नजर आ रहा है, जिस पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की तस्वीर नजर आ रही है और इसमें लिखा हुआ है, ”जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे! यूपी फिर मांगे भाजपा सरकार।”

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि वायरल हो रही यह तस्वीर फेक है, जिसे एडिट कर दुष्प्रचार की मंशा से वायरल किया जा रहा है।

क्या है वायरल ?

फेसबुक यूजर ‘Ankit Pandey’ ने वायरल तस्वीर को शेयर किया है, जिसमें अखिलेश यादव के हाथों में पर्चा नजर आ रहा है। इस पर्चे पर लिखा हुआ है, ”जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे!”

सोशल मीडिया पर वायरल फेक तस्वीर

सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इस तस्वीर को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। ट्विटर पर भी कई यूजर्स ने इस तस्वीर को समान दावे के साथ शेयर किया है।

https://twitter.com/theudaypandey/status/1485856862642008064

पड़ताल

वायरल हो रही तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें यह तस्वीर prokerala.com की वेबसाइट पर रिपोर्ट में लगी मिली। 22 जनवरी 2022 को प्रकाशित रिपोर्ट में लखनऊ में अखिलेश यादव की प्रेस कॉन्फ्रेंस की कई तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया है। इन्हीं में से एक तस्वीर वह है, जो वायरल तस्वीर से मेल खाती है।

prokerala.com की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट में इस्तेमाल तस्वीर

ओरिजिनल तस्वीर में अखिलेश यादव के हाथों समाजवादी पार्टी के संकल्प पत्र की तस्वीर को देखा जा सकता है, जिसमें लिखा हुआ है, ‘नौकरी-रोजगार संकल्प श्रृंखला। प्रथम संकल्प : IT सेक्टर।’ इसी तस्वीर को एडिट कर दुष्प्रचार की मंशा से वायरल किया जा रहा है। नीचे दर्शाए गए कोलाज में ओरिजिनल तस्वीर और वायरल तस्वीर के बीच एडिटिंग के अंतर को साफ-साफ देखा जा सकता है।

कई अन्य न्यूज रिपोर्ट्स से इसकी पुष्टि होती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, समाजवादी पार्टी ने दस सूत्री संकल्प को जारी करते हुए किसानों को ब्याज मुक्त कर्ज और युवाओं को लैपटॉप देने की घोषणा की थी और वायरल तस्वीर इसी कार्यक्रम के दौरान पेश किए गए संकल्प पत्र की थी।

समाजवादी पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी इस प्रेस कॉन्फ्रेंस की उस तस्वीर को साझा किया गया है, जिसे एडिट कर गलत दावे के साथ वायरल किया गया।

वायरल तस्वीर को लेकर हमने समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजकुमार भाटी से संपर्क किया। उन्होंने कहा, ‘यह कुछ नहीं बल्कि दुष्प्रचार है।’ वायरल तस्वीर को शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब दो लाख लोग फॉलो करते हैं।

इससे पहले भी समान दावे के साथ कई वीडियो और तस्वीरें वायरल हुई थी, जिसके आधार पर दावा किया गया था अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने का समर्थन किया है। हमने अपनी पड़ताल में इन दावों को भ्रमित करने वाला पाया था। संबंधित दावों की फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां क्लिक कर पढ़ा जा सकता है।

निष्कर्ष: योगी आदित्यनाथ के समर्थन के दावे के साथ वायरल हो रही अखिलेश यादव की तस्वीर फेक है। ओरिजिनल तस्वीर में अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी के संकल्प पत्र को जारी करते हुए दिख रहे हैं और इसी तस्वीर को एडिट कर गलत दावे के साथ दुष्प्रचार की मंशा से वायरल किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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