Fact Check : अखबार में नहीं छपा था यह फर्जी विज्ञापन, फेक है वायरल पोस्‍ट

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में दिल्‍ली सरकार के नाम से वायरल विज्ञापन फर्जी निकला। हिन्दुस्‍तान अखबार में ऐसा कोई विज्ञापन नहीं छपा था। कुछ लोगों द्वारा जानबूझकर 9 जुलाई को दैनिक हिन्दुस्तान में प्रकाशित सरकारी विज्ञापन के साथ छेड़छाड़ करके उसे वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। हाल ही में देश में कोयले के संकट की खबरें मीडिया में सुर्खियों में रहीं। इसी बीच सोशल मीडिया में दिल्‍ली सरकार के नाम पर एक विज्ञापन वायरल होता नजर आया। यूजर्स इसे शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस विज्ञापन के जरिए लोगों से कोयला दान की अपील की है। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की तो यह विज्ञापन, फर्जी साबित हुआ। दिल्‍ली सरकार की ओर से अखबार में ऐसा कोई विज्ञापन नहीं छपवाया गया। किसी शरारती तत्‍व ने 9 जुलाई 2021 को हिन्दुस्‍तान अखबार में छपे दिल्ली सरकार के एक विज्ञापन के साथ छेड़छाड़ करके फेब्रीकेटेड विज्ञापन बनाया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

क्‍या हो रहा है वायरल

सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफॉर्म्‍स पर यह फर्जी विज्ञापन वायरल हो रहा है। फेसबुक से लेकर ट्विटर और वॉट्सऐप पर इसे शेयर करते हुए दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा जा रहा है। ट्विटर हैंडल शांडिल्‍य शिवम सिंह ने 12 अक्‍टूबर को इस फर्जी विज्ञापन को ट्वीट करते हुए लिखा : ‘नयी दिल्ली में केजरीवाल की नई पहल। आपका दान में दिया गया एक तसला कोयला बदल सकता है दिल्ली वालों की जिंदगी। गुप्त दान महा दान।’

पोस्‍ट के ऑरिजनल कंटेंट को यहां नीचे दिए लिंक पर क्लिक करके देखा जा सकता है। इस पोस्‍ट के आकाईव्‍ड वर्जन को यहां क्लिक करके देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल विज्ञापन की जांच की शुरुआत इसकी स्‍कैनिंग से की। हमें इस वायरल पोस्‍ट में दो बातें ध्‍यान देने लायक लगीं। पहली यह कि अखबार के मास्‍ट हेड के नीचे 9 जुलाई 2021 लिखा हुआ था। दूसरी बात यह है कि विज्ञापन के नीचे अरविंद केजरीवाल की तस्‍वीर के ऊपर कोने में satire लिखा गया था। मतलब साफ था कि इस विज्ञापन को बनाने के लिए 9 जुलाई के संस्‍करण का इस्‍तेमाल करते हुए इसे सटायर के रूप में बनाया गया, लेकिन सोशल मीडिया यूजर्स इसे सच समझकर अपने-अपने हिसाब से शेयर किया।

जांच को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने हिन्दुस्‍तान के 9 जुलाई के ईपेपर को खंगलाना शुरू किया। हमें यहां दिल्‍ली सरकार का मूल विज्ञापन नजर आया। इसमें ‘मुख्यमंत्री कोविड 19 परिवार आर्थिक सहायता योजना’ के बारे में जानकारी दी गई थी। इसी विज्ञापन को एडिट करके कोयला दान वाली बातें इसमें जोड़ दी गईं। जिसे सच मानकर सोशल मीडिया पर यूजर्स इसे अपने इंटरपटेशन के साथ शेयर कर रहे हैं। असली विज्ञापन यहां देखें।

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच के अगले चरण में एचटी मीडिया लिमिटेड से संपर्क किया। कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट व डिप्‍टी जनरल काउंसल गोविंद विजय की ओर से जानकारी दी गई कि किसी शरारती तत्‍व ने हमारे अखबार में छपे पुराने विज्ञापन के साथ छेड़छाड़ कर यह फर्जी विज्ञापन तैयार किया है। जिसे कुछ लोग सोशल मीडिया पर वायरल कर रहे हैं। हिन्दुस्‍तान अखबार में यह फर्जी विज्ञापन नहीं छपा था।

पड़ताल के अंत में हमने फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की। हमें पता चला कि शांडिल्‍य शिवम सिंह नाम के ट्विटर हैंडल को दो हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं। यूजर बिहार का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में दिल्‍ली सरकार के नाम से वायरल विज्ञापन फर्जी निकला। हिन्दुस्‍तान अखबार में ऐसा कोई विज्ञापन नहीं छपा था। कुछ लोगों द्वारा जानबूझकर 9 जुलाई को दैनिक हिन्दुस्तान में प्रकाशित सरकारी विज्ञापन के साथ छेड़छाड़ करके उसे वायरल किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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