Fact Check : राहुल गांधी की बैंकॉक यात्रा के नाम पर वायरल यह बोर्डिंग पास एडिटेड है

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। पड़ताल में पता चला कि वायरल बोर्डिंग पास एडिटेड है। एक ट्रैवल ब्लॉगर के 5 साल पुराने बोर्डिंग पास को एडिट कर झूठ फैलाया जा रहा है।

नई दिल्ली (Vishvas News)। लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी को बदनाम करने की मंशा से एक बोर्डिंग पास की तस्वीर शेयर की जा रही है, जिसमें कथित तौर पर उनके नाम पर जारी एक बैंकॉक की फ्लाइट का 5 जून का बोर्डिंग पास देखा जा सकता है।  

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। पड़ताल में पता चला कि वायरल बोर्डिंग पास एडिटेड है।  

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर Rajesh Grewal (Archive) ने 3 जून को एक बोर्डिंग पास की फोटो शेयर की। इसपर राहुल गांधी का नाम लिखा था और साथ में  बैंकॉक की डेस्टिनेशन थी। इस तस्वीर को शेयर कर उन्होंने लिखा, “5 जून की टिकट भी बनवा ली थारे खटा खट ने तो। राहुल गांधी 5 जून को अपनी नानी के घर टिकट कटवा ली है. स्कूल की छुट्टियां पड़ गई है नानी के घर जाना तो  बनता है।”

पड़ताल

इस पोस्ट की जांच करने के लिए हमने सबसे पहले इस तस्वीर को ठीक से देखा। इसमें भारत से बैंकॉक जाने वाली विस्तारा की फ्लाइट का बोर्डिंग पास दिखाया गया है, जिस पर राहुल गांधी का नाम लिखा है। यह बोर्डिंग पास 5 जून, 2024 को रवाना होने का है, जो लोकसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा के एक दिन बाद है। यह बोर्डिंग पास बिजनेस क्लास के लिए है।

सर्च करने पर हमें पता चला कि ऑनलाइन बोर्डिंग पास 24 से 48 घंटे पहले इश्यू  होता है। वायरल तस्वीर जैसी हार्ड कॉपी आपको एयरपोर्ट काउंटर पर चेक-इन के बाद ही मिलती है।

ऐसे में हमें शक हुआ कि हो सकता है कि यह बोर्डिंग पास एडिटेड हो। गूगल रिवर्स इमेज से ढूंढ़ने पर हमें इस बोर्डिंग पास की तस्वीर 9 अगस्त, 2019 को ‘लाइव फ्रॉम ए लाउंज’ पर पब्लिश हुए एक ब्लॉग लेख में मिली। मगर यहाँ पर दिख रहे बोर्डिंग पास में यात्री का नाम, डेस्टिनेशन और तारीख अलग थे।  इस बोर्डिंग पास में इस वेबसाइट के संस्थापक और संपादक अजय अवतानी का नाम था और तारीख 6 अगस्त, 2019 की थी। यह पास दिल्ली से सिंगापुर की की फ्लाइट का था।

वायरल तस्वीर और इस ब्लॉग में मौजूद बोर्डिंग पास में समानताएं नीचे दिए गए कोलाज में देखी जा सकती हैं।

हमने इस विषय में इस ब्लॉग के राइटर और इस वेबसाइट के फाउंडर अजय अवतानी से संपर्क साधा। हमारे मेल का जवाब देते  हुए उन्होंने बताया कि यह तस्वीर एडिटेड है। असली बोर्डिंग पास उनका था।

हमने इस विषय में कांग्रेस प्रवक्ता प्रणव झा से भी संपर्क साधा जिन्होंने इसे फर्जी बताते हुए कहा, “बोर्डिंग पास 24 घंटे से पहले जारी नहीं किए जाते। सरकार विपक्षी नेताओं के खिलाफ गलत सूचना फैलाने से रोकने के लिए कुछ नहीं कर रही। एसएम नियमों को लागू करने और फर्जी खबरें फैलाने वालों को दंडित करने की जरूरत है।”

वायरल पोस्ट को Rajesh Grewal नाम के फेसबुक यूजर ने शेयर किया था। प्रोफ़ाइल के अनुसार, यूजर हरियाणा के भिवानी का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। पड़ताल में पता चला कि वायरल बोर्डिंग पास एडिटेड है। एक ट्रैवल ब्लॉगर के 5 साल पुराने बोर्डिंग पास को एडिट कर झूठ फैलाया जा रहा है।

False
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