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Fact Check: लग्जरी बस की इन तस्वीरों का राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो’ यात्रा से कोई संबंध नहीं 

विश्वास न्यूज की पड़ताल में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर किया वायरल दावा गलत साबित हुआ। वायरल तस्वीर का राहुल गांधी के अभियान से कोई संबंध नहीं है। वायरल तस्वीरें अलग-अलग वेबसाइट से ली गई है। जिन्हें सोशल मीडिया यूजर्स गलत दावे के साथ राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा से जोड़कर शेयर कर रहे हैं।

  • By: Pragya Shukla
  • Published: Sep 13, 2022 at 04:04 PM
  • Updated: Sep 14, 2022 at 02:17 PM

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर लग्जरी बस की तस्वीरों को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के लिए लग्जरी बस का इस्तेमाल कर रहे हैं। वायरल तस्वीर में आरामदायक बिस्तर और महंगी वॉश बेसिन को देखा जा सकता है।

विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत साबित हुआ। वायरल तस्वीर का राहुल गांधी के अभियान से कोई संबंध नहीं है। वायरल तस्वीरें अलग-अलग वेबसाइट से ली गई है। जिन्हें सोशल मीडिया यूजर्स गलत दावे के साथ राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा से जोड़कर शेयर कर रहे हैं। 

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर राहुल पवैया ने वायरल तस्वीरों को कैप्शन में शेयर करते हुए लिखा है, “भारत ..किस तरह से पदयात्रा के नाम पर भारतीयों को बेवकूफ बनाया जा रहा है। 80 एयर कंडीशंड कंटेनर राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में साथ साथ चलेंगे। राहुल गांधी और दूसरे तमाम बड़े नेता इन एयर कंडीशन कमरों में मौज करेंगे, अंदर सारी सुविधा है। बारबेक्यू से लेकर टीवी इंटरनेट फ्री सब कुछ है। बीच-बीच में यात्रा की नौटंकी होती रहेगी…असली भारत की पदयात्रा 1983 में चंद्रशेखर आजाद ने किया था जब वह इसी कन्याकुमारी से दिल्ली के राजघाट पहुंचे थे और कुल 4500 किलोमीटर उन्होंने पैदल चला था उनके साथ कोई गाड़ी नहीं चलती थी उनके साथ कोई सुविधा नहीं थी वह पैदल चलते थे कहीं पेड़ के नीचे या किसी पार्क में विश्राम करते थे और अपने पद यात्रा के दौरान चंद्रशेखर एक भी होटल में नहीं ठहरे न किसी गाड़ी में 1 सेकंड के लिए बैठे वह थकते थे तो कहीं गांव में आराम करते थे।

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है। 

पड़ताल 

वायरल तस्वीरों की सच्चाई जानने के लिए हमने एक-एक कर फोटो को गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें दावे से जुड़ी एक रिपोर्ट इंडिया.कॉम की वेबसाइट पर 16 फरवरी 2013 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट में बस की तस्वीर को छोड़कर बाकी दो तस्वीरें मौजूद है। रिपोर्ट के अनुसार, यह तस्वीरें एक प्रीमियम मोटरहोम के इंटीरियर की हैं, जिसे 2013 में लॉन्च किया गया था।

सर्च के दौरान हमें यह तस्वीरें India Times के एक आर्टिकल में भी मिली। यहां पर भी तस्वीरों को  प्रीमियम मोटरहोम के इंटीरियर का बताया गया था। हमें यह तस्वीरें इसी जानकारी के साथ कई फेसबुक पेज पर भी प्राप्त हुई। 

हमने बस की तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें इससे मिलती-जुलती तस्वीर luxe camper की वेबसाइट पर मिली। इसके बाद हमने संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान बस की हूबहू तस्वीर हमें ओवरड्राइव नामक एक वेबसाइट पर मिली। 

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बारे में सर्च किया। इस दौरान हमें इस यात्रा से जुड़ी कई वीडियो रिपोर्ट्स प्राप्त हुई। जिसमें राहुल गांधी द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे कंटेनर के बारे में बताया गया है। रिपोर्ट्स में बताया गया है कि अंदर से यह कंटेनर कैसा दिखता है, जो कि वायरल तस्वीरों से काफी अलग है। 

अतिरिक्त पुष्टि के लिए करने के लिए हमने राहुल गांधी के साथ इस रैली में शामिल नेता राजपाल बिष्ट से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “वायरल तस्वीरें राहुल गांधी की यात्रा के दौरान उनके ठहरने के लिए बनाए गए कंटेनर वाहन की नहीं है।”

कांग्रेस ने एक वीडियो भी जारी किया, जिसमें अभियान के लिए इस्तेमाल किए गए कंटेनरों के अंदरूनी हिस्से को दिखाया गया है।

पड़ताल के अंत में विश्‍वास न्‍यूज ने फेक दावे को शेयर करने वाले यूजर राहुल पवैया के फेसबुक हैंडल की सोशल स्कैनिंग की। स्कैनिंग से हमें पता चला कि यूजर एक विचारधारा से प्रभावित है। फेसबुक पर यूजर को 167 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर किया वायरल दावा गलत साबित हुआ। वायरल तस्वीर का राहुल गांधी के अभियान से कोई संबंध नहीं है। वायरल तस्वीरें अलग-अलग वेबसाइट से ली गई है। जिन्हें सोशल मीडिया यूजर्स गलत दावे के साथ राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा से जोड़कर शेयर कर रहे हैं।

  • Claim Review : भारत जोड़ो अभियान में राहुल गांधी द्वारा इस्तेमाल की जा रही लग्जरी बस की तस्वीरें।
  • Claimed By : राहुल पवैया
  • Fact Check : झूठ
झूठ
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