Fact Check : सोनिया और राहुल गांधी की चीनी डेलिगेशन के साथ ये तस्वीरें 2019 की हैं, हाल की नहीं

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा सही नहीं है। यह तस्वीरें हालिया नहीं हैं। वायरल तस्वीरें 2019 में खींची गयी थीं।

नई दिल्ली विश्वास न्यूज। पूर्वी लद्दाख की गलवन घाटी (Galwan Valley) में चीन की सेना के साथ भारतीय आर्मी के जवानों की खूनी झड़प के बाद से सोशल मीडिया पर दो तस्वीरें वायरल हो रही है, जिनमें सोनिया गांधी और राहुल गांधी को चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो के सदस्य ली शी के साथ देखा जा सकता है।

पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीरें हाल की हैं। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा सही नहीं है। यह तस्वीरें हालिया नहीं हैं। वायरल तस्वीरें 2019 में खींची गयी थीं।

क्या हो रहा है वायरल

वायरल तस्वीरों में सोनिया गांधी और राहुल गांधी को चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो के सदस्य ली शी के साथ देखा जा सकता है। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है “Latest pictures Sonia & Rahul Gandhi सोनिया गांधी चाहती है की मोदी सरकार उन्हें भारत चीन सीमा के हर विषय की विस्तृत जानकारी प्रदान करे !🤔🤔🤔😠😠😠”

इस पोस्ट का फेसबुक लिंक और आर्काइव लिंक यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

इस फोटो की पड़ताल करने के लिए हमने इस तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। सर्च के दौरान हमें वायरल तस्वीर से मिलती-जुलती तस्वीरें जागरण डॉट कॉम की वेबसाइट पर मिली। इस खबर को 06 जून 2019 को पब्लिश किया गया था। खबर के अनुसार, “चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो के सदस्य ली शी के नेतृत्व में आठ सदस्यीय चीनी प्रतिनिधिमंडल ने 06 जून 2019 को दिल्ली में सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने दोनों से मिलने से पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी मुलाकात की।”

हमें इस मुलाकात को लेकर न्यूज़ एजेंसी ANI का भी एक ट्वीट मिला।

हमें ये खबर www.newindianexpress.com पर भी मिली। 06 जून 2019 को पब्लिश्ड इस खबर में वायरल तस्वीर को देखा जा सकता है।

खोजने पर हमें पता लगा कि वायरल तस्वीर को न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के फोटोजर्नलिस्ट विजय वर्मा ने खींचा था। हमसे बात करते हुए विजय वर्मा ने कन्फर्म किया, “यह तस्वीरें मैंने ही 6 जून 2019 को खींचीं थीं।”

भारत के दौरे पर आये विदेशी डेलिगेशनस का सरकरी रिप्रेजेन्टेटिव से मिलने के बाद ओपोज़िशन के नेताओं से मुलाकात करना आम बात है। UPA सरकार के कार्यकाल के दौरान भी कई विदेशी डेलिगेशन बीजेपी के नेताओं से मुलाकात करते रहे हैं।

इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर कई लोग गलत दावे के साथ शेयर कर रहे हैं। इन्हीं में से एक है Rajiv Sharma नाम का फेसबुक यूजर। यूजर पंजाब के लुधियाना का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा सही नहीं है। यह तस्वीरें हालिया नहीं हैं। वायरल तस्वीरें 2019 में खींची गयी थीं।

False
Symbols that define nature of fake news
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