नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर आजकल एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक बड़े से टीवी स्क्रीन के सामने काफी भीड़ देखी जा सकती है. सामने लगी स्क्रीन पर भारतीय चुनाव से संबंधित एक टीवी चैनल का एग्जिट पोल चल रहा है और जैसे ही इस पोल में एनडीए को बढ़त दिखाई जाती है वैसे ही सामने खड़ी भीड़ जश्न मनाने लगती है. पोस्ट में दावा किया गया है कि विदेशियों को भी आगामी चुनाव में मोदी की संभावित जीत की खुशी है. हमारी पड़ताल में हमने पाया कि यह वीडियो फर्जी है. इस वीडियो से छेड़छाड़ करके बड़े स्क्रीन पर भारतीय टेलीविजन चैनल के स्क्रीन चिपकाए गए हैं. असल में यह भीड़ फुटबॉल मैच में हुए गोल का जश्न मना रही थी, एग्जिट पोल का नहीं।
CLAIM
इस पोस्टपोस्ट के डिस्क्रिप्शन में लिखा है “मोदीजी के पक्क्ष मे #एग्ज़िट_पोल देखने के बाद USA के लोगो मे जितनी खुशी है उतनी खुशी तो भारत के लोगो मे भी नही थी !”. शेयर किये गए पोस्ट में ऊपर पत्रकार रविश कुमार की एक तस्वीर है और नीचे एक वीडियो है जिसमें क्लेम किया गया है कि विदेशी लोग आने वाले चुनावों के लिए हुए एग्जिट पोल के मोदी के पक्ष में होने की खुशी मना रहे हैं.
FACT CHECK
अपनी पड़ताल को शुरू करने के लिए हमने सबसे पहले इस वीडियो को ठीक से देखने का फैसला किया। वायरल वीडियो में स्क्रीन को हिलते हुए देखा जा सकता है जिससे हमें संदेह हुआ कि यह वीडियो फर्जी हो सकता है. इस वीडियो के ऊपर दाईं तरफ @Atheist_Krishna लिखा हुआ देखा जा सकता है.
हमने पड़ताल शुरू करने के लिए @Atheist_Krishna की जांच शुरू की. ये एक फोटोशॉप आर्टिस्ट का ट्विटर हैंडल है. इनकी टि्वटर हैंडल के इंट्रो में लिखा है कि ये तस्वीरों और वीडियोज को व्यंग्य के रूप में पेश करने के लिए उनसे छेड़छाड़ करते हैं.
इस वायरल वीडियो को असल में सबसे पहले @Atheist_Krishna के नाम से प्रचलित कृष्णा ने 19 मई को ट्वीट किया था. इस वीडियो को एक व्यंग्य के रूप में शेयर किया गया था, जिसे अब तक 72.5 हजार से ज्यादा बार देखा जा चुका है. इस पोस्ट को अब तक 32000 बार रीट्वीट किया गया है. हमने @Atheist_Krishna के बाकी पोस्ट को भी देखा और पाया कि ये तस्वीरों और वीडियो से फोटोशॉप के जरिए छेड़छाड़ करते हैं और उसे सटायर या व्यंग्य के रूप में शेयर करते हैं. इस वीडियो को भी इनके द्वारा व्यंग्य के रूप शेयर किया गया था जिसे बाद में लोगों ने गलत संदर्भ में शेयर करना शुरू कर दिया .
इस वीडियो को हमने Invid टूल का इस्तेमाल करके इसके की फ्रेम्स निकाले और फिर उन फोटोज को हमने गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। इसी सिलसिले में हमें जून 16, 2016 को Heart News West Country नामक यूट्यूब चैनल द्वारा पोस्ट किया गया एक वीडियो मिला जो वायरल वीडियो ही था बस उसमें फर्क इतना था कि उसमें स्क्रीन पर फुटबॉल का मैच चल रहा है न कि एग्जिट पोल.
हमने इस वीडियो को यूट्यूब डाटा व्यूअर नाम के टूल पर भी सर्च किया और हमें जानकारी मिली कि यह EURO 2016 के एक मैच के दौरान का वीडियो है. यह वीडियो इंग्लैंड के एश्टन गेट स्टेडियम का है जब इंग्लैंड और वेल्स के बीच में हुए मुकाबले में इंग्लैंड जीत गया था.
इस पोस्ट को Jaswant Singh नाम के एक फेसबुक यूजर ने WE SUPPORT NARENDRA MODI नाम के एक फेसबुक पेज पर शेयर किया गया था. इस पेज के कुल 2,942,007 मेंबर्स हैं.
निष्कर्ष: हमारी पड़ताल में हमने पाया कि यह वीडियो फर्जी है. इस वीडियो से छेड़छाड़ कर के बड़े स्क्रीन पर भारतीय टेलीविजन चैनल की स्क्रीन चिपकाए गई है. असल में यह भीड़ फुटबॉल मैच में हुए गोल का जश्न मना रही थी, एग्जिट पोल का नहीं।
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