Fact Check: फिल्म के सीन को आरएसएस के नाम के साथ जोड़कर किया जा रहा है वायरल

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। तस्वीर में दिख रहे लोग आरएसएस के स्वयंसेवक नहीं है, बल्कि एक्टर्स हैं। तस्वीर असल में 2007 में रिलीज हुई फिल्म परजानिया के एक सीन की है, जिसे गलत संदर्भ में वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्ली विश्वास न्यूज़। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है,  जिसमें कुछ लोगों को भगवा रंग के गमछे पहने हुए और हाथ में तलवार लिए हुए एक व्यक्ति को धमकाते देखा जा सकता है। इस फोटो के साथ लोग दावा कर रहे हैं कि यह आरएसएस के लोग हैं, जो लोगों को दिनदहाड़े धमका रहे हैं और हाथों में हथियार लेकर घूम रहे हैं। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। तस्वीर असल में 2007 में रिलीज हुई फिल्म परजानिया के एक सीन की है, जिसे गलत संदर्भ में वायरल किया जा रहा है।

क्या हो रहा है वायरल?

सोशल मीडिया पर वायरल इस तस्वीर में कुछ लोगों को गले में भगवा रंग के गमछे डाले हुए, सिर पर भगवा रंग का कपड़ा बांधे हुए और हाथ में तलवारें लिए देखा जा सकता है। फोटो में इन लोगों में से एक व्यक्ति ने एक नीले रंग की बनियान पहने हुए एक व्यक्ति का गिरेबान पकड़ा हुआ है। फोटो के साथ कैप्शन में लिखा है “The RSS are terrorists.  They’ve always been so.  Now they control the government in #India 🇮🇳” इसका हिंदी अनुवाद होता है कि “आरएसएस आतंकवादी हैं। वह हमेशा से ऐसे ही रहे हैं और अब वह लोग सरकार को भी कंट्रोल करते हैं।”

इस पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

इस पोस्ट की पड़ताल करने के लिए सबसे पहले हमने इस तस्वीर को सेव किया और उसे गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। थोड़ा-सा ढूंढने पर हमें IMDb पर यह तस्वीर मिली। तस्वीर के साथ लिखा था परजानिया (2005) . इसका मतलब होता है कि यह फोटो 2005 में रिलीज हुई फिल्म परजानिया का एक दृश्य है। आपको बता दें कि IMDb फिल्मों, टेलीविजन कार्यक्रमों, होम वीडियो, वीडियो गेम और स्ट्रीमिंग सामग्री से संबंधित जानकारी का ऑनलाइन डेटाबेस है।

अब हमने परजानिया फिल्म को देखने का फैसला किया। 1 घंटा 51 मिनट की फिल्म में, 36 मिनट पर एक सीन आता है, जिसमें कुछ लोगों को गले में भगवा गमछा डाले हुए और हाथ में तलवार लिए देखा जा सकता है। इस सीन में यह लोग, नीले रंग की बनियान पहने हुए एक व्यक्ति को धमकाते हैं। यह ही वह सीन है जिससे वायरल फोटो को उठाया गया है। इस सीन में नीली बनियान पहने दिख रहे व्यक्ति का नाम आसिफ बसरा है।

इस विषय में ज्यादा पुष्टि के लिए हमने सीधा आसिफ बसरा से बात करने का फैसला किया। हमसे फोन पर बात करते हुए आसिफ ने हमें बताया, “तस्वीर में नीली बनियान और नीले मफलर में दिख रहा व्यक्ति मैं ही हूं। यह 2007 में रिलीज हुई फिल्म परजानिया का एक सीन है।”

इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर कई लोग शेयर कर रहे हैं। इन्हीं में से एक है @AyaanNafi
नाम का एक टि्वटर अकाउंट।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। तस्वीर में दिख रहे लोग आरएसएस के स्वयंसेवक नहीं है, बल्कि एक्टर्स हैं। तस्वीर असल में 2007 में रिलीज हुई फिल्म परजानिया के एक सीन की है, जिसे गलत संदर्भ में वायरल किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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