Fact Check : कांग्रेस के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद और अमित शाह की इस तस्‍वीर में नहीं है सच्‍चाई

विश्वास न्यूज की पड़ताल में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह,गुलाम नबी आजाद और सामंत कुमार की वायरल तस्‍वीर फेक साबित हुई। वायरल तस्वीर एडिटेड है। अलग-अलग तस्वीरों को एडिट कर एक साथ जोड़कर वायरल तस्वीर बनाई गई है।

विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने जबसे कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया है, तभी से लगातार चर्चा में हैं। अब इसी से जोड़कर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और गुलाम नबी आजाद एक तस्वीर वाले वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। वीडियो में दिख रही तस्वीर में अमित शाह, गुलाम नबी आजाद के साथ रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) के चीफ सामंत कुमार गोयल भी मौजूद हैं। तस्वीर को शेयर कर सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि गुलाम नबी आजाद ने पार्टी छोड़ने से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर उनसे मुलाकात की। विश्वास न्यूज़ ने वायरल तस्वीर की जांच की और पड़ताल में दावा गलत साबित हुआ। वायरल तस्वीर एडिटेड है। अलग-अलग तस्वीरों को एडिट करके वायरल तस्‍वीर को बनाया गया है।

क्या है वायरल पोस्ट में

फेसबुक पेज “अवनीश जैन फैन्‍स” ने 12 सितम्बर को इस वीडियो शेयर करते हुए लिखा है, ‘गुलाम नबी आजाद ही #अब्बास हैं ये फोटो गुलाम नबी आजाद का कांग्रेस से #आजादी लेने से दो दिन पहले का है, जब वो बचपन के #मगरमच्छ पकड़ने वाले दोस्त से मुलाकात का समय लेने के लिए अमित शाह के पास गये थे (बसपन का प्यार मेरा भूल नहीं जाना रे)

वीडियो के ऊपर लिखा है : ‘श्री गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस पार्टी छोड़ने से पहले अमित शाह आवास पर श्री अमित शाह और सामंत कुमार से मुलाकात की।’

फेसबुक पर यूजर इस तस्वीर को मिलते-जुलते दावों के साथ शेयर कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए फोटो को क्रॉप कर गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, गुलाम नबी आजाद और सामंत कुमार की तस्वीर अलग-अलग जगह प्राप्त हुई। जिसके बाद ये साफ हो गया कि तीनों की तस्वीर को एडिट कर एक साथ जोड़ा गया है।

हमने सबसे पहले गृह मंत्री अमित शाह की तस्वीर को गूगल इमेज पर सर्च किया। तस्वीर हमें एनडीटीवी की वेबसाइट पर 30 सितंबर 2021 को प्रकाशित खबर में मिली। तस्वीर में अमित शाह के सामने वही पीले रंग की फाइल पड़ी है और आस-पास वही सामान दिखाई दे रहा है जैसा कि वायरल तस्वीर में नज़र आ रहा है पर इसमें गुलाम नबी आजाद और सामंत कुमार नहीं है। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और गोवा सरकार में मंत्री माइकल लोबो ने दिल्ली में अमित शाह से उनके आवास पर मुलाकात की।

कई अन्य न्यूज़ रिपोर्ट्स में भी हमें अमित शाह, देवेंद्र फडनवीस और गोवा सरकार में मंत्री माइकल लोबो की तस्वीर मिली। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से 30 सितंबर 2021 को इस तस्वीर को ट्वीट किया था।

अब हमने गुलाम नबी आजाद की तस्वीर को गूगल इमेज पर सर्च किया। हमें गुलाम नबी आजाद की तस्वीर प्रोकेरला की वेबसाइट पर 9 जनवरी 2014 की एक न्यूज़ रिपोर्ट में मिली। दी गई जानकारी अनुसार, गुलाम नबी आजाद ने डीएमके के नेता एम करूणानिधि से मुलाकात की थी। न्यूज़ रिपोर्ट में मौजूद गुलाम नबी आजाद की तस्वीर को काटकर वायरल तस्वीर में जोड़ दिया गया है।

अब हमने रॉ चीफ सामंत कुमार की तस्वीर को ध्यान से देखा। देखने पर साफ़ पता चलता है कि एडिटिंग सॉफ्टवेयर की मदद से असल तस्वीर को फ्लिप किया गया है और फिर उसमें देवेंद्र फडणवीस की जगह सामंत कुमार की तस्वीर को जोड़ दिया गया है। इसके अलावा माइकल लोबो की तस्वीर की जगह गुलाम नबी आजाद की तस्वीर लगाई गई है।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने ये सर्च करना शुरू किया क्या तीनों ने हाल-फिलहाल में मुलाकात की है। हमने गूगल पर कई कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया, लेकिन हमें तीनों के मुलाकात की कोई विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई। नीचे दिए गए कोलाज में तीनों तस्वीरों की तुलना को साफ-साफ देखा जा सकता है।

अधिक जानकारी के लिए हमने दैनिक जागरण के नेशनल ब्यूरो के पत्रकार नीलू रंजन से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “वायरल दावा गलत है। यह तस्वीर एडिटेड है। गुलाम नबी आजाद और अमित शाह की हाल-फिलहाल में कोई मुलाकात नहीं हुई है।”

पड़ताल के अंत में हमने इस तस्वीर को शेयर करने वाले पेज की जांच की। जांच में पता चला की इस पेज को 6 हज़ार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। फेसबुक पर इस पेज को 31 दिसंबर 2019 को बनाया गया था।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह,गुलाम नबी आजाद और सामंत कुमार की वायरल तस्‍वीर फेक साबित हुई। वायरल तस्वीर एडिटेड है। अलग-अलग तस्वीरों को एडिट कर एक साथ जोड़कर वायरल तस्वीर बनाई गई है।

False
Symbols that define nature of fake news
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