Fact Check: पंश्चिम बंगाल में संघ से जुड़े 125 स्कूलों के बंद होने की खबर तीन साल पुरानी है

हमारी पड़ताल में यह साफ हुआ कि वायरल पोस्ट में किया गया दावा भ्रामक है। बंगाल में 125 स्कूल फरवरी 2018 में बंद किए गए थे, यह ताजा घटना नहीं है।

विश्‍वास न्‍यूज (नई दिल्‍ली)। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव भले ही खत्‍म हो गए हों, लेकिन फर्जी खबरों के वायरल होने का दौर अभी भी खत्म नहीं हुआ है। अब सोशल मीडिया में एक पोस्ट वायरल हो रही है। इसमें आर भारत चैनल का एक कथित स्क्रीनशॉट देखा जा सकता है। इस स्क्रीनशॉट के जरिए दावा किया जा रहा है कि बंगाल में ममता बनर्जी ने राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ के 125 स्कूलों पर बैन लगा दिया है। विश्वास न्यूज ने पड़ताल में पाया कि वायरल पोस्ट में किया गया दावा भ्रामक है।

दरअसल फरवरी 2018 में उस समय राज्य के शिक्षा मंत्री रहे पार्थ चटर्जी ने विधानसभा में बताया था कि सरकार को आरएसएस से प्रेरित 493 स्कूलों की जानकारी मिली थी, इनमें से 125 स्कूल सरकार से बिना नो—ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट लिए चलाए जा रहे थे। हमारी जांच में पता चला कि तीन साल पुरानी खबर को अब भ्रामक तरीके से वायरल की जा रही है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

ट्विटर यूजर Hindustan Ki Sherni Triangular flag on post Kanchan Singh ने यह स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा: बंगाल में RSS के 125 स्कूलों पर ममता बनर्जी ने लगाया बैन! क्या आपको नहीं लगता जो कुछ भी बंगाल में हो रहा है वो कहीं ना कहीं ममता बानो के अंदर भविष्य को लेकर उसके डर को दिखा रहा है

पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट में किए गए दावे की पड़ताल करने के लिए सबसे पहले इंटरनेट पर इस बारे में सर्च किया। हमें फरवरी 2018 में छपी कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं, जिसमें पश्चिम बंगाल में आरएसएस से जुड़े 125 स्कूलों को बंद करने की बात कही गई थी।

इन रिपोर्ट्स के अनुसार, उस समय राज्य के शिक्षा मंत्री रहे पार्थ चटर्जी ने विधानसभा में बताया था कि राज्य सरकार को आरएसएस से प्रेरित कुल 493 स्कूलों की जानकारी मिली थी, जिनमें से 125 स्कूल बिना सरकार से नो—ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट लिए चलाए जा रहे थे, इन सभी 125 स्कूलों को बंद किया गया है।

हमें रिपब्लिक वर्ल्ड के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 22 फरवरी 2018 को अपलोड किया गया वीडियो भी मिला। शीर्षक Mamata Banerjee Bans RSS Schools In West Bengal के साथ चलाए गए इस वीडियो में 42 सेकंड पर वायरल स्क्रीनशॉट वाला शॉट देखा जा सकता है।

ज्यादा जानकारी के लिए हमने आर भारत के सीनियर एग्जीक्यूटिव एडिटर अभिषेक कपूर से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल स्क्रीनशॉट अभी का नहीं है। यह खबर फरवरी 2018 में रन की गई थी।

हमने दैनिक जागरण के कोलकाता ब्यूरो चीफ जेके वाजपेयी से भी संपर्क किया। उन्होंने भी पुष्टि की कि वायरल पोस्ट में बताई गई घटना ताजा नहीं है। फिलहाज ऐसा यहां कुछ भी नहीं हुआ है। यह खबर साल 2018 की है।

अब बारी थी ट्विटर पर पोस्ट को साझा करने वाली यूजर Hindustan Ki Sherni Triangular flag on post Kanchan Singh की प्रोफाइल को स्कैन करने का। प्रोफाइल को स्कैन करने पर हमने पाया कि यूजर ने अपने ट्विटर बायो में खुद को सोशल एक्टिविस्ट व लेखिका बताया हुआ है। यूजर ने अप्रैल 2020 में ही ट्विटर ज्वाइन किया है।

निष्कर्ष: हमारी पड़ताल में यह साफ हुआ कि वायरल पोस्ट में किया गया दावा भ्रामक है। बंगाल में 125 स्कूल फरवरी 2018 में बंद किए गए थे, यह ताजा घटना नहीं है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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