Fact Check : रामलीला में कलाकार को तिलक लगाती सोनिया गांधी की वायरल तस्वीर पुरानी है

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में सोनिया गांधी से जुड़ी वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। वायरल तस्वीर हालिया नहीं है, बल्कि साल 2018 की है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पिछले कई वर्षों से दशहरे के अवसर पर रामायण के पात्रों का किरदार निभाने वाले कलाकारों को सम्मानित करती आ रही हैं।

Fact Check : रामलीला में कलाकार को तिलक लगाती सोनिया गांधी की वायरल तस्वीर पुरानी है

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की एक तस्‍वीर जमकर शेयर की जा रही है। तस्वीर में सोनिया गांधी को भगवान राम की भूमिका में दिख रहे कलाकार को तिलक लगाते हुए देखा जा सकता है। अब कुछ सोशल मीडिया यूजर्स तस्वीर को वायरल कर दावा कर रहे हैं कि सोनिया गांधी की भगवान राम का किरदार निभाने वाले कलाकार को तिलक लगाने वाली तस्‍वीर हाल की है। 

विश्वास न्यूज की पड़ताल में पता चला कि तिलक लगाती सोनिया गांधी की यह तस्वीर साल 2018 की है। सोनिया गांधी कई साल से दशहरा के सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल होती रही हैं। पुरानी तस्वीर को हालिया समझकर शेयर किया जा रहा है।

क्‍या हो रहा है वायरल?

फेसबुक यूजर Sameer Katiyar ने 20 अक्टूबर को एक तस्वीर को पोस्ट करते हुए दावा किया, “पूरे 20 वकील लगाए थे राम मंदिर रोकने के लिए भूरी काकी ने

आज राम जी का तिलक करने पर मजबूर हैं…

और कितने अच्छे दिन चाहिए चमचों..!! जय श्री राम”

वायरल पोस्ट को सच मानकर दूसरे यूजर्स भी समान दावे के साथ तस्वीर को शेयर कर रहे हैं। इसका आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

वायरल तस्वीर की पड़ताल के लिए हमने गूगल रिवर्स इमेज का इस्तेमाल किया। हमें यह फोटो कई जगह अपलोड मिली। ‘इंडियन नेशनल  कांग्रेस’ के वेरिफाइड फेसबुक पेज पर वायरल तस्वीर के साथ कई और तस्वीरें भी शेयर की गई थी। 19 अक्टूबर 2018 को फोटो को पोस्ट करते हुए लिखा गया, “यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह धार्मिक रामलीला कमेटी के दशहरा उत्सव में शामिल हुए।”

वायरल तस्‍वीर हमें कांग्रेस के वेरिफाइड एक्स हैंडल पर मिली। 19 अक्टूबर 2018 को किए गए ट्वीट के साथ वही जानकारी शेयर की गई है,जो हर जगह मौजूद है।

सर्च के दौरान हमें वायरल तस्वीर इंडिया कंटेंट की वेबसाइट पर भी मिली। तस्वीर के साथ कैप्शन में लिखा गया था, “यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी 19 अक्टूबर 2018 को नई दिल्ली में नव धार्मिक लीला समिति द्वारा आयोजित दशहरा समारोह के दौरान राम और लक्ष्मण का पात्र निभाने वाले कलाकारों के माथे पर तिलक लगाते हुए।”

सर्च के दौरान हमें Getty Images तथा India Content की वेबसाइट पर सोनिया गांधी समेत कई वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं की तस्वीरें मिली, जिसमें उन्हें रामायण के पात्रों की वेशभूषा धारण किए कलाकारों को तिलक लगाकर उनका अभिवादन करते हुए देखा जा सकता है।

यह पहली बार नहीं है, जब इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर वायरल किया गया है। इससे पहले भी यह फोटो समान दावे के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। उस समय विश्वास न्यूज ने इसकी पड़ताल की थी। आप उस फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ सकते हैं।

अधिक जानकारी के लिए मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी एवं दिल्ली रामलीला कमेटी से जुड़े उत्तरी-पूर्वी दिल्ली से पूर्व सांसद जय प्रकाश अग्रवाल से संपर्क किया। उन्होंने वायरल तस्वीर को पुराना बताया है। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले साल राहुल गांधी के बीमार होने के कारण सोनिया गांधी हिस्सा नहीं ले पाई थी। इस साल भी उनके आने का कुछ कन्फर्म  नहीं है।

पड़ताल के अंत में हमने सोनिया गांधी की पुरानी तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर समीर कटियार (‘Sameer Katiyar’) की जांच की। प्रोफाइल पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, यूजर पुणे का रहने वाला है। यूजर को फेसबुक पर 5 हजार लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में सोनिया गांधी से जुड़ी वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। वायरल तस्वीर हालिया नहीं है, बल्कि साल 2018 की है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पिछले कई वर्षों से दशहरे के अवसर पर रामायण के पात्रों का किरदार निभाने वाले कलाकारों को सम्मानित करती आ रही हैं।

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