Fact Check : भगवान बुद्ध के अस्थि अवशेष के वीडियो को अशोक वाटिका की शिला के नाम पर किया गया वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी निकली। जिस वीडियो को अशोक वाटिका के शिला के नाम पर वायरल किया जा रहा है, दरअसल वह कुशीनगर में श्रीलंका से आए पवित्र अवशेष का है।

Fact Check : भगवान बुद्ध के अस्थि अवशेष के वीडियो को अशोक वाटिका की शिला के नाम पर किया गया वायरल

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफॉर्म्‍स पर 3:34 मिनट का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और यूपी के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ को देखा जा सकता है। इसमें एक विमान से कुछ संतों को उतरते हुए देखा जा सकता है। इसी वीडियो को अब वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि लंका की जिस अशोक वाटिका की शिला पर सीता बैठती थीं, उसे श्रीलंका एयरलाइंस के माध्‍यम से अयोध्या पहुंचा दिया गया है। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की विस्‍तार से जांच की। पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। वायरल वीडियो श्रीलंका से कुशीनगर आए भगवान बुद्ध के अस्थि अवशेष का है। इसका अयोध्‍या से कोई संबंध नहीं है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर रवि सोनी ने श्री राधा रानी बरसाना नाम के एक ग्रुप पर वीडियो को अपलोड करते हुए दावा किया : ‘अशोक वाटिका में जिस शिला पर सीतामाता बैठती थीं वह शिला आज श्री लंका एयर लाइंस द्वारा अयोध्या में पहुँचा दी गया।’

फेसबुक पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। पोस्‍ट के आकाईव्‍ड वर्जन को यहां क्लिक करके देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल के लिए सबसे पहले गूगल सर्च और गूगल रिवर्स इमेज जैसे ऑनलाइन टूल्‍स का इस्‍तेमाल किया। सर्च के दौरान हमें वायरल वीडियो जैसा ही दूसरे एंगल का वीडियो टाइम्‍स ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर मिला। 20 अक्‍टूबर को अपलोड इस वीडियो में बताया गया कि यूपी के कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर श्री लंकाई विमान का स्‍वागत किया गया। खबर में बताया गया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में श्रीलंका से आए 123 बौद्ध धर्मांवलंबियों का स्वागत किया। पूरी खबर यहां पढ़ें।

सर्च के दौरान हमें 23 अक्‍टूबर को दैनिक जागरण की वेबसाइट पर भी एक खबर मिली। इसमें बताया गया कि श्रीलंका से भगवान बुद्ध के धातु अवशेष (अस्थि अवशेष) को बौद्व धर्मगुरु कड़ी सुरक्षा के बीच कुशीनगर लेकर आए थे। पूरी खबर यहां पढ़ें।

पड़ताल के वक्‍त हमें केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी के ट्विटर हैंडल पर कुछ तस्‍वीरें मिलीं। इसमें बताया गया कि श्रीलंका से कुछ बौद्ध संत बुद्ध के धातु अवशेष (अस्थि अवशेष) लेकर कुशीनगर पहुंचे।

जांच को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने दैनिक जागरण के कुशीनगर के ईपेपर को खंगालना शुरू किया। 21 अक्‍टूबर को एक खबर में बताया गया कि श्रीलंका से पवित्र धातु अवशेष को दो दिन के लिए कुशीनगर में लाया गया था। पूरी खबर नीचे पढ़ें।

पड़ताल के दौरान हमें यह भी पता चला कि अयोध्‍या में बन रहे राम मंदिर में अशोक वाटिका का पत्‍थर भी लगेगा। श्री लंका की उच्‍चायुक्‍त मिलिंडा मोरागोडा की अगुआई में यह शिला सौंप दी गई है। इस पूरी खबर को यहां पढ़ें।

इससे संबंधित तस्‍वीरें एएनआई यूपी के ट्विटर हैंडल पर भी 28 अक्‍टूबर 2021 को ट्वीट की गई थी। इसे नीचे देखा जा सकता है।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने दैनिक जागरण, देवरिया के जिला ब्‍यूरो इंचार्ज महेंद्र कुमार त्र‍िपाठी से संपर्क किया। उनके साथ वायरल वीडियो को शेयर किया। उन्‍होंने हमें जानकारी देते हुए बताया कि वायरल वीडियो कुशीनगर का है। इसका अयोध्‍या से कोई संबंध नहीं है।

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच के अंतिम चरण में फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की। फेसबुक यूजर रवि सोनी की सोशल स्‍कैनिंग में पता चला कि यूजर दिल्‍ली का रहने वाला है। इसके 4.9 हजार से ज्‍यादा फ्रेंड हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी निकली। जिस वीडियो को अशोक वाटिका के शिला के नाम पर वायरल किया जा रहा है, दरअसल वह कुशीनगर में श्रीलंका से आए पवित्र अवशेष का है।

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